बेंगलुरु : भारत के पहले आधिकारिक मेडिकल ड्रोन डिलीवरी (medical drone delivery ) का परीक्षण कर्नाटक के चिक्कबल्लापुर जिले (Chikkaballapura district ) स्थित गौरीबिदनूर तालुक (Gauribidanur taluk) में सोमवार से शुरू हो गया.
बेंगलुरु स्थित थ्रॉटल एयरोस्पेस सिस्टम्स ( Throttle Aerospace Systems) के नेतृत्व में फर्मों का एक संघ बीते शुक्रवार से तकनीकी जांच (technical checks) कर रहा है. TAS 30 से 45 दिनों तक पहला परीक्षण करेगा.
परीक्षण के लिए मेडकॉप्टर ड्रोन (MedCOPTER drones) के दो प्रकारों का उपयोग किया जा रहा है. छोटे मेडकॉप्टर ड्रोन में 1 किलो तक के पे-लोड ले जाने की क्षमता होती है और इसकी रेंज 15 किमी होती है, जबकि इसका दूसरा वेरिएंट 2 किलोग्राम तक का लोड ले जा सकता है और यह12 किमी तक की यात्रा कर सकता है. RANDINT नाम का एक डिलीवरी सॉफ्टवेयर (delivery software ) नामित ड्रोन की सहायता करेगा.
एक छोटा भंडारण स्थान (small storage place) और मांग के अनुसार, चालक दल दवा को पैक करके ड्रोन में डाल देगा. उसके बाद ड्रोन सॉफ्टवेयर सिस्टम द्वारा बनाए गए स्थान पर उसे छोड़ देगा.
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नारायण हेल्थ ( Narayana Health) जैसी अन्य संस्थाएं इस परियोजना में शामिल हुई हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय कंपनियों ( international companies) से संभावित साझेदारी की सूचना मिली है. नारायण हेल्थ उन दवाओं को उपलब्ध कराने के लिए साझेदारी करेगा, जिनका उपयोग परीक्षण के दौरान परिवहन के लिए किया जाएगा.
इसे फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी के माध्यम से उपयोग में लाया जा सकता है. फिलहाल अगले 30-45 दिन महत्वपूर्ण हैं और नियामकों को प्रस्तुत करने के लिए एक व्यापक रिपोर्ट बनाई जाएगी.