मुंबई : भारतीय शेयर बाजार में सेंसेक्स और निफ्टी ने जुलाई के महीने में सबसे तेज ग्रोथ दर्ज की. यह दुनिया भर में सभी प्रमुख बाजारों में सबसे अधिक ग्रोथ है. बता दें कि शुक्रवार (29 जुलाई) को तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 712.46 अंक यानी 1.25 प्रतिशत उछलकर 57,570.25 अंक पर बंद हुआ. 25 अप्रैल के बाद यह सेंसेक्स का सबसे ऊंचा स्तर है. यह सेंसेक्स का तीन महीने का सबसे ऊंचा स्तर है.
इससे पहले, 28 अप्रैल 2022 को सेंसेक्स 57,521.06 पर बंद हुआ था. वहीं जुलाई में सेंसेक्स 4,551.31 अंक (8.58 प्रतिशत) और निफ्टी 1,378 अंक (8.73 प्रतिशत) चढ़ गए थे. दूसरी तरफ इस अवधि के दौरान चीन के प्रमुख शेयर बाजार शंघाई कम्पोजिट 4.28 प्रतिशत गिरा है. इसी प्रकार हांगकांग का बाजार हैंगसेंग में भी 7.79 प्रतिशत गिरा है. एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी लाभ में रहा, जबकि जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे.
भारतीय शेयर बाजार में आई तेजी ने विशेषज्ञों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. क्योकि विदेशी निवेशक लगातार लाभ वसूली कर निवेश घटा रहे हैं, वहीं घरेलू निवेशक लगातार निवेश बढ़ा करके बाजार में ग्रोथ को बरकरार रखे हुए हैं. हालांकि यह ट्रेंड आठ साल बना है. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख वी के विजय कुमार ने कहा, देश में सबसे सकारात्मक बात यह है कि विदेशी संस्थागत निवेशक बाजार में बिकवाली कम कर रहे हैं और इस महीने आठ दिन लिवाल भी रहे. उन्होंने कहा, वित्तीय क्षेत्र का प्रदर्शन अच्छा रहने से बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा. पहली तिमाही के वित्तीय परिणाम इस क्षेत्र में बेहतर संभावना का संकेत दे रहे हैं.
वहीं कोटक एएमसी के डायरेक्टर नीलेश शाह का मानना है कि अब विदेशी निवेशक भी कम बिकवाली करने लगे हैं. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वे अब खरीदारी भी करने लगें, क्योंकि दुनिया के दूसरे बाजारों में उन्हें खास मुनाफा नहीं हुआ है. ऐसे में भारतीय बाजार और चढ़ सकते हैं.
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