नई दिल्ली: पूर्वी एशियाई क्षेत्र के साथ भारत के संबंधों को और मजबूत करने के लिए भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार शनिवार को स्वदेशी मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण को वियतनाम को सौंपने के लिए वियतनाम में होंगे. आईएनएस कृपाण तीसरी स्वदेश निर्मित खुखरी श्रेणी की मिसाइल कार्वेट है, जो वर्तमान में भारतीय नौसेना में सक्रिय सेवा में है. मिसाइल कार्वेट आईएनएस कृपाण को आज शाम दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्र में कैम रान अंतरराष्ट्रीय बंदरगाह पर वियतनामी नौसेना को सौंप दिया जाएगा.
भारतीय नौसेना के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिणपूर्व एशियाई देशों के साथ देश की साझेदारी को मजबूत करते हुए भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार आज वियतनाम को आईएनएस कृपाण सौंपने के समारोह का हिस्सा होंगे. आईएनएस कृपाण 28 जून को विशाखापत्तनम से भारत से वियतनाम की अपनी अंतिम यात्रा पर रवाना हुई. इस युद्धपोत को पहले भारतीय नौसेना द्वारा वहां के नौसैनिक अड्डे पर सेवामुक्त किया जाएगा और फिर वियतनाम द्वारा इसमें शामिल किया जाएगा.
वियतनाम को युद्धपोत उपहार में देने के फैसले की घोषणा पिछले महीने वियतनाम के रक्षा मंत्री जनरल फान वान गियांग की यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की थी. यह पहली बार है कि भारत की ओर से किसी मित्र देश को बड़े आकार का इन-सर्विस कार्वेट उपहार में दिया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 'वसुधैव कुटुंबकम' और 'क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास (SAGAR) नीति पर जोर दे रहे हैं.
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आईएनएस कृपाण एक स्वदेश निर्मित खुकरी क्लास मिसाइल कार्वेट है, जो हथियारों और सेंसर से लैस है, जो भारतीय नौसेना में पूरी तरह से परिचालन में है. आपको बता दें कि भारत और वियतनाम के सैन्य रूप से हमेशा से बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और वे सैन्य हार्डवेयर सहयोग पर काम कर रहे हैं.
(एएनआई)