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IMA ने सभी को मुफ्त टीका के फैसले का किया स्वागत

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने महामारी में भारत सरकार द्वारा सभी के लिए सार्वभौमिक टीकाकरण की अभिनव और महत्वपूर्ण घोषणा के लिए प्रधानमंत्री को तहे दिल से धन्यवाद दिया है.

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Published : Jun 7, 2021, 7:51 PM IST

Updated : Jun 7, 2021, 8:04 PM IST

नई दिल्ली : आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने कहा कि आईएमए प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए टीकाकरण अभियान का लगातार समर्थन कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस अनूठे क्षण में आईएमए सरकार के साथ कड़ी मेहनत करेगा. हर जरूरतमंद व्यक्ति के दरवाजे तक टीकाकरण का समर्थन करने के लिए हम पूरी जनशक्ति के साथ हैं.

कहा कि इस परोपकारी पहल के साथ और हमारे संरक्षकों को निराश किए बिना कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए हम कोरोना से जीतेंगे. आईएमए को विश्वास है कि हम सकारात्मक रूप से तीसरी लहर का सामना करेंगे और अपने देश को जल्द ही महामारी संकट से बाहर निकालेंगे.

इस बीच भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने टीकाकरण की धीमी प्रक्रिया के लिए मोदी सरकार की आलोचना की है. विश्वम ने सरकार से सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन को टीकों के निर्माण का काम सौंपने की भी अपील की है.

उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि केवल दो निजी वैक्सीन निर्माताओं के साथ केंद्र सरकार ने पहले पिछले बजट में टीकों के लिए 35,000 करोड़ रुपये मंजूर किए थे. भारत की टीकाकरण प्रक्रिया के लिए विशेष रूप से घोषित धन का क्या हुआ है.

ज्ञात हो कि भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हुआ है. तबसे प्राथमिकता वाले वर्गों के अंतर्गत आने वाले सभी लोगों को मुफ्त में टीकाकरण प्रदान किया गया है. हालांकि जब सरकार की उदारीकृत वैक्सीन रणनीति 1 मई को शुरू हुई तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार को 50 प्रतिशत टीके मुफ्त में आपूर्ति कर रही है.

यह भी पढ़ें-Free Covid Vaccine 21 जून से, टीकाकरण केंद्र की जिम्मेदारी : पीएम मोदी

शेष 50 प्रतिशत टीके सीधे राज्य सरकार और निजी अस्पतालों द्वारा 25:25 प्रतिशत के आधार पर वैक्सीन निर्माता से खरीदे जा सकते थे. अब फिर इस नीति को पलट दिया गया है.

नई दिल्ली : आईएमए अध्यक्ष डॉ जेए जयलाल ने कहा कि आईएमए प्रधानमंत्री द्वारा शुरू किए गए टीकाकरण अभियान का लगातार समर्थन कर रहा है. उन्होंने कहा कि इस अनूठे क्षण में आईएमए सरकार के साथ कड़ी मेहनत करेगा. हर जरूरतमंद व्यक्ति के दरवाजे तक टीकाकरण का समर्थन करने के लिए हम पूरी जनशक्ति के साथ हैं.

कहा कि इस परोपकारी पहल के साथ और हमारे संरक्षकों को निराश किए बिना कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार का पालन करते हुए हम कोरोना से जीतेंगे. आईएमए को विश्वास है कि हम सकारात्मक रूप से तीसरी लहर का सामना करेंगे और अपने देश को जल्द ही महामारी संकट से बाहर निकालेंगे.

इस बीच भाकपा सांसद बिनॉय विश्वम ने टीकाकरण की धीमी प्रक्रिया के लिए मोदी सरकार की आलोचना की है. विश्वम ने सरकार से सार्वजनिक क्षेत्र के संगठन को टीकों के निर्माण का काम सौंपने की भी अपील की है.

उन्होंने ईटीवी भारत को बताया कि केवल दो निजी वैक्सीन निर्माताओं के साथ केंद्र सरकार ने पहले पिछले बजट में टीकों के लिए 35,000 करोड़ रुपये मंजूर किए थे. भारत की टीकाकरण प्रक्रिया के लिए विशेष रूप से घोषित धन का क्या हुआ है.

ज्ञात हो कि भारत में 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू हुआ है. तबसे प्राथमिकता वाले वर्गों के अंतर्गत आने वाले सभी लोगों को मुफ्त में टीकाकरण प्रदान किया गया है. हालांकि जब सरकार की उदारीकृत वैक्सीन रणनीति 1 मई को शुरू हुई तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार को 50 प्रतिशत टीके मुफ्त में आपूर्ति कर रही है.

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शेष 50 प्रतिशत टीके सीधे राज्य सरकार और निजी अस्पतालों द्वारा 25:25 प्रतिशत के आधार पर वैक्सीन निर्माता से खरीदे जा सकते थे. अब फिर इस नीति को पलट दिया गया है.

Last Updated : Jun 7, 2021, 8:04 PM IST
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