नई दिल्ली : घरेलू निर्यातकों को यूरोपीय संघ और ब्रिटेन में उच्च कर अदा करने पड़ रहे हैं, जबकि बांग्लादेश और कंबोडिया जैसे देशों को कोई शुल्क नहीं देना पड़ता और इसी कारण से देश का निर्यात प्रभावित हो रहा है. सरकार ने शुक्रवार को संसद में यह जानकारी देते हुए बताया.
कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि कोविड-19 महामारी फैलने से कपड़ा उद्योग बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ है. मंत्री के जवाब के अनुसार 2020 में भारत का कपड़ा निर्यात 29.61 अरब डॉलर था. वहीं बांग्लादेश, वियतनाम और कंबोडिया का निर्यात उस वर्ष क्रमश 37.95 अरब डॉलर, 37.10 अरब डॉलर और 7.77 अरब डॉलर रहा.
जरदोश ने कहा, 'यूरोपीय संघ (ईयू) और ब्रिटेन जैसे बाजारों में भारतीय निर्यातकों को उच्च कर अदा करने पड़ रहे हैं. जबकि बांग्लादेश तथा कंबोडिया जैसे प्रतिस्पर्धी देशों को कोई शुल्क अदा नहीं करना पड़ रहा. इस कारण से भारत का निर्यात प्रभावित हो रहा है.'
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मंत्री ने एक अन्य प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि चीन को कपड़ा निर्यात 2019-20 में 1.13 अरब डॉलर था. जो 2020-21 में बढ़कर 1.56 अरब डॉलर हो हुआ.
(पीटीआई-भाषा)