ETV Bharat / bharat

LAC पर सेना ने मजबूत की अपनी स्थिति, पैंगोंग झील में लैंडिंग क्राफ्ट का शक्ति प्रदर्शन - लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट क्षमता का प्रदर्शन

भारत और चीन के बीच एलएसी पर तनाव के बीच भारतीय सेना ने पैंगोंग झील में अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया. सेना ने यहां पर लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट क्षमता का प्रदर्शन किया. इस क्राफ्ट के जरिए सेना झील के किसी भी इलाके में तुरंत मूव कर सकती है. landing craft at pangong lake.

landing craft at pangong lake
पैंगोंग झील में लैंडिंग क्राफ्ट
author img

By

Published : Aug 16, 2022, 5:56 PM IST

Updated : Aug 16, 2022, 6:10 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय सेना ने मंगलवार को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ पैंगोंग झील में लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट क्षमता का प्रदर्शन किया. सेना के अधिकारियों के मुताबिक, नाव एक समय में 35 लड़ाकू सैनिकों को ले जा सकती है और बहुत ही कम समय में झील के किसी भी क्षेत्र तक पहुंच सकती है. landing craft at pangong lake.

नौकाओं का रखरखाव भारतीय सेना के इंजीनियर्स कोर द्वारा किया जाता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे सेना को समर्पित किया. आपको बता दें कि चीन और भारत के बीच तनाव तब पैदा हो रहा है, जब चीन लद्दाख के कई क्षेत्रों में वार्ता को रोक रहा है. पूर्वी लद्दाख में दो साल से अधिक समय से भारतीय और चीनी सैनिक कई प्वाइंट्स पर गतिरोध में लगे हुए हैं.

  • #WATCH | Indian Army showcased capability of the Landing Craft Assault deployed in Pangong lake by the force along the LAC with China to Defence Minister Rajnath Singh today. The boats can carry 35 combat troops at a time and can reach any area of the lake in a very short time pic.twitter.com/ejiJVATY5m

    — ANI (@ANI) August 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के परिणामस्वरूप क्षेत्र के कई क्षेत्रों में वापस हटने की प्रक्रिया को अंजाम दिया. हालांकि, यहां पर कई ऐसे इलाके हैं, जहां पर दोनों पक्ष आमने-सामने हैं. उन्हें हटाने में या वहां की स्थिति पर तनाव कम करने में अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है.

इससे पहले पिछले महीने भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की 16वीं और ताजा बैठक 17 जुलाई को भारत की ओर चुशुल-मोल्दो सीमा मिलन स्थल पर हुई थी. हालांकि, दोनों पक्ष सैन्य वार्ता के नवीनतम दौर में पूर्वी लद्दाख में शेष तनाव वाले बिंदुओं पर बकाया मुद्दों को हल करने में कोई सफलता हासिल करने में विफल रहे, लेकिन जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए.

  • #WATCH | Defence Minister Rajnath Singh today handed over a 1 MW solar power project at the Partapur Army base near Siachen glacier in Ladakh. The power plant built by the Corps of Engineers will help in meeting the power needs of the force rescuing dependency on diesel. pic.twitter.com/27V2gly7Z7

    — ANI (@ANI) August 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें : राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को सौंपे निपुण सहित कई स्वदेशी हथियार

नई दिल्ली : भारतीय सेना ने मंगलवार को पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के साथ पैंगोंग झील में लैंडिंग क्राफ्ट असॉल्ट क्षमता का प्रदर्शन किया. सेना के अधिकारियों के मुताबिक, नाव एक समय में 35 लड़ाकू सैनिकों को ले जा सकती है और बहुत ही कम समय में झील के किसी भी क्षेत्र तक पहुंच सकती है. landing craft at pangong lake.

नौकाओं का रखरखाव भारतीय सेना के इंजीनियर्स कोर द्वारा किया जाता है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे सेना को समर्पित किया. आपको बता दें कि चीन और भारत के बीच तनाव तब पैदा हो रहा है, जब चीन लद्दाख के कई क्षेत्रों में वार्ता को रोक रहा है. पूर्वी लद्दाख में दो साल से अधिक समय से भारतीय और चीनी सैनिक कई प्वाइंट्स पर गतिरोध में लगे हुए हैं.

  • #WATCH | Indian Army showcased capability of the Landing Craft Assault deployed in Pangong lake by the force along the LAC with China to Defence Minister Rajnath Singh today. The boats can carry 35 combat troops at a time and can reach any area of the lake in a very short time pic.twitter.com/ejiJVATY5m

    — ANI (@ANI) August 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

दोनों पक्षों ने उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता के परिणामस्वरूप क्षेत्र के कई क्षेत्रों में वापस हटने की प्रक्रिया को अंजाम दिया. हालांकि, यहां पर कई ऐसे इलाके हैं, जहां पर दोनों पक्ष आमने-सामने हैं. उन्हें हटाने में या वहां की स्थिति पर तनाव कम करने में अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है.

इससे पहले पिछले महीने भारत-चीन कोर कमांडर स्तर की 16वीं और ताजा बैठक 17 जुलाई को भारत की ओर चुशुल-मोल्दो सीमा मिलन स्थल पर हुई थी. हालांकि, दोनों पक्ष सैन्य वार्ता के नवीनतम दौर में पूर्वी लद्दाख में शेष तनाव वाले बिंदुओं पर बकाया मुद्दों को हल करने में कोई सफलता हासिल करने में विफल रहे, लेकिन जल्द से जल्द पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान पर पहुंचने के लिए बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए.

  • #WATCH | Defence Minister Rajnath Singh today handed over a 1 MW solar power project at the Partapur Army base near Siachen glacier in Ladakh. The power plant built by the Corps of Engineers will help in meeting the power needs of the force rescuing dependency on diesel. pic.twitter.com/27V2gly7Z7

    — ANI (@ANI) August 16, 2022 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

ये भी पढ़ें : राजनाथ सिंह ने भारतीय सेना को सौंपे निपुण सहित कई स्वदेशी हथियार

Last Updated : Aug 16, 2022, 6:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.