नई दिल्ली : भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control) पर विश्वास बहाली को और मजबूत करने के लिये उत्तर सिक्किम सेक्टर (North Sikkim sector ) में दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक हॉटलाइन स्थापित की गयी है, ताकि किसी मसले को सुलझाने के लिये दोनों सेनाओं के स्थानीय कमांडर आपस में सीधे बातचीत कर सकें. अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी.
अधिकारियों ने बताया कि यह हॉटलाइन उत्तर सिक्किम के कांग्रा ला में भारतीय सेना और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खम्पा द्जोंग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच स्थापित की गयी है. इससे एक दिन पहले दोनों सेनाओं के बीच नौ घंटे तक बैठक चली थी.
सेना ने कहा कि इस हॉटलाइन का उद्देश्य 'सीमा पर विश्वास बहाली और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना' को आगे बढ़ाना है. इसने यह भी कहा है कि दोनों सेनाओं के बीच हॉटलाइन सेवा एक अगस्त को शुरू हुयी है और इत्तेफाक से इसी दिन पीएलए दिवस मनाया जाता है.
सेना ने बताया कि इस हॉटलाइन की शुरुआत के मौके पर दोनों तरफ के ग्राउंड कमांडर मौजूद थे और आपसी भाईचारे और दोस्ती के संदेशों का आदान प्रदान किया गया.
सेना ने बयान में कहा, 'उत्तर सिक्किम के कांग्रा ला में भारतीय सेना एवं तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खम्पा द्जोंग के पीएलए के बीच हॉटलाइन स्थापित की गयी है जिसका उद्देश्य सीमा पर विश्वास बहाली और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना को आगे बढ़ाना है.'
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सेना ने कहा कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच ग्राउंड कमांडर स्तर पर बातचीत के लिये पूर्वी लद्दाख एवं अरुणाचल प्रदेश सेक्टरों में बेहतर तंत्र स्थापित है.
अधिकारियों ने बताया कि हॉटलाइन की स्थापना के बाद ग्राउंड कमांडर अब सीधे बाचतीत करने तथा मतभेदों का समाधान करने में सक्षम होंगे. पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच दोनों सेनाओं के बीच इस हॉटलाइन की स्थापना हुयी है.
(पीटीआई भाषा)