पौड़ी/देहरादून: उत्तराखंड कोटद्वार के रहने वाले विजय कुमार गौड़ बेंगलुरू स्थित पीन्या इंडस्ट्रियल एस्टेट के ऑक्सीप्लांट में इंजीनियर थे और उन्हें पिछले महीने 22 जनवरी को कंपनी ने तुर्की भेजा था, जहां वह भूकंप के शिकार हो गए. तुर्की के मालट्या शहर में लापता कोटद्वार निवासी विजय कुमार का शव मिल गया है. विजय का शव होटल के मलबे के नीचे तीन दिन बाद मिला है और तुर्की में भारतीय दूतावास ने इसकी पुष्टि की है.
न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में तुर्की में भारत के राजदूत वीरेंद्र पॉल ने इस घटनाक्रम को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि मृतक विजय कुमार गौड़ के पार्थिव शरीर को उत्तराखंड भेजे जाने की प्रक्रिया चल रही है. दरअसल विजय तुर्की के मालट्या शहर में होटल अवसर में रूके थे और हादसे का शिकार हो गए हैं. भारत के राजदूत वीरेंद्र पॉल ने आगे कहा कि भारतीय दूतावास वाणिज्यिक उड़ानों के माध्यम से पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत भेजने के लिए मंजूरी और अन्य जरूरी डॉक्यूमेंट को पूरा करने के लिए तुर्की सरकार के साथ लगातार बातचीत कर रहा है.
ये भी पढ़ें: Turkey Earthquake: मालट्या शहर में मलबे से बरामद हुआ कोटद्वार के विजय का शव, हाथ के टैटू से हुई शिनाख्त
भारत के राजदूत वीरेंद्र पॉल ने बताया कि तुर्की में भारतीय दूतावास पीड़ित परिवार के सीधे संपर्क में है और उन्हें हरसंभव मदद उपलब्ध करा रहा है. कोटद्वार में दकसूण गांव में रहने वाले विजय कुमार के बड़े भाई अरुण कुमार ने कहा कि विजय की मौत की खबर सुनकर पूरा परिवार सदमे में है. क्योंकि विजय के पिता की मृत्यु दो महीने पहले ही हुई थी और अब विजय के मौत की खबर ने उन्हें तोड़कर रख दिया है.
परिजनों का कहना है कि पिता की मौत के बाद जब विजय को तुर्की जाने का मौका तो वह काफी उत्साहित था. उसने भरोसा दिया था कि तुर्की से लौटने के बाद वह पूरे परिवार को संभाल लेगा. लेकिन, होनी को कुछ और ही मंजूर था और अब विजय के मौत की खबर ने पूरा परिवार को तोड़कर रख दिया है. विजय के परिवार में उनकी मां, पत्नी और 6 साल का बच्चा है.