नई दिल्ली : कंधार प्लेन हाईजैक (kandahar plane hijack) में शामिल आतंकवादी जहूर मिस्त्री (Zahoor Mistry) की पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई. जहूर 1999 में एयर इंडिया के विमान, आईसी-814 को अपहरण करने वाले पांच आतंकवादियों में शामिल था. जहूर कराची की अख्तर कॉलोनी के अंदर स्थित फर्नीचर की दुकान का मालिक था. बताया जाता है कि 1 मार्च को बाइक सवार दो हमलावरों के उसके सिर पर दो गोली मार दी जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
रिपोर्टों में कहा गया है कि कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकवादी कई वर्षों से कथित तौर पर आईएसआई के संरक्षण में कराची में नाम व पहचान बदलकर रह रहा था. बता दें कि 24 दिसंबर 1999 को इंडियन एयरलाइंस का विमान आईसी-814 काठमांडू से नई दिल्ली की उड़ान पर था, इसी बीच रास्ते में आतंकवादियों ने हवाई जहाज का अपहरण कर लिया गया. प्लेन में 15 चालक दल के सदस्यों सहित 191 यात्री सवार थे. इस दौरान प्लेन में सवार एक व्यक्ति को आतंकियों ने चाकू मार दिया था जिससे उसकी मौत हो गई थी. इसके बाद फ्लाइट को अफगानिस्तान के कंधार ले जाया गया. हरकत-उल-मुजाहिदीन संगठन पर अपहरण का आरोप लगाया गया था.
ये भी पढ़ें - IC-814 विमान के कैप्टन बोले- काबुल एयरपोर्ट की तस्वीर कंधार की याद दिलाती है
वहीं आतंकवादियों ने प्लेन में बंधक बनाए गए लोगों को छोड़ने के बदले में तीन आतंकवादियों जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक अहमद जरगर और अहमद उमर सईद शेख को भारतीय जेलों से रिहा करने की मांग रखी थी. सात दिनों तक बंधक संकट चला और अंतत: सरकार द्वारा तीनों आतंकवादियों को रिहा किए जाने के बाद संकट समाप्त हो सका था.