काठमांडू : भारत की ओर से नेपाल में 10 लाख कोविड-19 वैक्सीन वितरित की जाएंगी, जिसकी पहली खेप गुरुवार को काठमांडू पहुंच जाएंगी. नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री हृदेश त्रिपाठी ने बुधवार को यह जानकारी दी. नेपाल में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, त्रिपाठी ने कहा कि भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविड वैक्सीन नेपाल को सौंपेगी.
त्रिपाठी ने कहा, "भारत गुरुवार को टीकों (वैक्सीन) की पहली खेप भेजेगा."
टीकों की पहली खेप फ्रंटलाइन वर्करों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी जाएगी, जिनकी संख्या देश में लगभग 10 लाख है.
भारत के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि नेपाल उन देशों की सूची में शामिल है, जिन देशों को वह टीके आपूर्ति करना शुरू करेंगे.
त्रिपाठी ने कहा, "यह नेपाल और भारत के बीच के उत्कृष्ट संबंधों का परिणाम है. हम इस समर्थन के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं."
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और दवा की दिग्गज कंपनी एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित की गई कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है.
पिछले हफ्ते नेपाल के ड्रग नियामक ने कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी थी.
स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने उन लोगों की प्राथमिकता सूची तैयार की है, जिन्हें कोरोना वायरस वैक्सीन दी जाएगी. केंद्र और राज्य संचालित व निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में काम करने वाले सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, जिन्हें संक्रमण से अधिक खतरा है, उन्हें पहली प्राथमिकता में रखा गया है.
इसके साथ ही सहायक कर्मचारी, जिनमें ड्राइवर, स्वास्थ्य सुविधाओं के सफाई कर्मचारी, अग्रिम पंक्ति में तैनात सुरक्षाकर्मी और महिला सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवक शामिल हैं, उन्हें भी प्राथमिकता सूची में रखा गया है.
प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दो खुराक दी जानी है. त्रिपाठी ने कहा, "यह नेपाल-भारत की दोस्ती का एक अतुलनीय उदाहरण है. भारत ने नेपाल और अन्य पड़ोसियों के लिए एक बेहतरीन राजनीतिक निर्णय लिया है. हम सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं."
नेपाल को 10 लाख कोरोना वैक्सीन देगा भारत, गुरुवार को पहली खेप पहुंचेगी - corona vaccine tIndia will give 1 million corona vaccine to Nepalo Nepal
भारत के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को बताया था कि नेपाल उन देशों की सूची में शामिल है, जिन देशों को वह टीके आपूर्ति करना शुरू करेंगे. नेपाल को 10 लाख कोरोना वैक्सीन की आपूर्ति भारत करेगा.
काठमांडू : भारत की ओर से नेपाल में 10 लाख कोविड-19 वैक्सीन वितरित की जाएंगी, जिसकी पहली खेप गुरुवार को काठमांडू पहुंच जाएंगी. नेपाल के स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्री हृदेश त्रिपाठी ने बुधवार को यह जानकारी दी. नेपाल में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा के साथ एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, त्रिपाठी ने कहा कि भारत सरकार सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा निर्मित कोविड वैक्सीन नेपाल को सौंपेगी.
त्रिपाठी ने कहा, "भारत गुरुवार को टीकों (वैक्सीन) की पहली खेप भेजेगा."
टीकों की पहली खेप फ्रंटलाइन वर्करों और स्वास्थ्य कर्मचारियों को दी जाएगी, जिनकी संख्या देश में लगभग 10 लाख है.
भारत के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को पुष्टि की थी कि नेपाल उन देशों की सूची में शामिल है, जिन देशों को वह टीके आपूर्ति करना शुरू करेंगे.
त्रिपाठी ने कहा, "यह नेपाल और भारत के बीच के उत्कृष्ट संबंधों का परिणाम है. हम इस समर्थन के लिए भारत सरकार को धन्यवाद देते हैं."
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और दवा की दिग्गज कंपनी एस्ट्राजेनेका की ओर से विकसित की गई कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है.
पिछले हफ्ते नेपाल के ड्रग नियामक ने कोविशील्ड को आपातकालीन उपयोग की मंजूरी दे दी थी.
स्वास्थ्य और जनसंख्या मंत्रालय ने उन लोगों की प्राथमिकता सूची तैयार की है, जिन्हें कोरोना वायरस वैक्सीन दी जाएगी. केंद्र और राज्य संचालित व निजी स्वास्थ्य सुविधाओं में काम करने वाले सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं, जिन्हें संक्रमण से अधिक खतरा है, उन्हें पहली प्राथमिकता में रखा गया है.
इसके साथ ही सहायक कर्मचारी, जिनमें ड्राइवर, स्वास्थ्य सुविधाओं के सफाई कर्मचारी, अग्रिम पंक्ति में तैनात सुरक्षाकर्मी और महिला सामुदायिक स्वास्थ्य स्वयंसेवक शामिल हैं, उन्हें भी प्राथमिकता सूची में रखा गया है.
प्रत्येक व्यक्ति को वैक्सीन की दो खुराक दी जानी है. त्रिपाठी ने कहा, "यह नेपाल-भारत की दोस्ती का एक अतुलनीय उदाहरण है. भारत ने नेपाल और अन्य पड़ोसियों के लिए एक बेहतरीन राजनीतिक निर्णय लिया है. हम सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं."