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भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक में भारत 85वें स्थान पर : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल - भारत को इस सूची में 40 अंकों के साथ 85वां स्थान

भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (सीपीआई) 2021 में 180 देशों की सूची में भारत को 85वां स्थान मिला है (India ranks 85th in Corruption Perceptions Index). ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार पिछली बार के मुकाबले भारत की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है.

India ranks 85th in Corruption Perceptions Index says Transparency International
भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक में भारत 85वें स्थान पर : ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल
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Published : Jan 26, 2022, 11:35 AM IST

नई दिल्ली: भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (सीपीआई) 2021 में 180 देशों की सूची में भारत को 85वां स्थान मिला है (India ranks 85th in Corruption Perceptions Index). ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार पिछली बार के मुकाबले भारत की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है. हालांकि, रिपोर्ट में भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए हैं.

विशेषज्ञों और व्यवसायियों के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर 180 देशों और क्षेत्रों की रैंकिंग की सूची तैयार की जाती है. यह रैंकिंग 0 से 100 अंकों के पैमाने का उपयोग कर तय की जाती है. शून्य अंक प्राप्त करने वाला देश सर्वाधिक भ्रष्ट होता है जबकि 100 अंक प्राप्त करने वाले देश को भ्रष्टाचार की दृष्टि से बेहद स्वच्छ माना जाता है.

ये भी पढ़ें- पब्लिक बैंकिंग सेक्टर को खत्म करने की कोशिश कर रही मोदी सरकार : कांग्रेस

भारत को इस सूची में 40 अंकों के साथ 85वां स्थान मिला है. चीन (45), इंडोनेशिया (38), पाकिस्तान (28) और बांग्लादेश (26) अंकों के साथ इस सूची में विभिन्न स्थानों पर हैं. पाकिस्तान को इस सूची में 140वां स्थान दिया गया है. डेनमार्क, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे ने इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली: भ्रष्टाचार अवधारणा सूचकांक (सीपीआई) 2021 में 180 देशों की सूची में भारत को 85वां स्थान मिला है (India ranks 85th in Corruption Perceptions Index). ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल (Transparency International) की ओर से जारी एक रिपोर्ट के अनुसार पिछली बार के मुकाबले भारत की रैंकिंग में एक स्थान का सुधार हुआ है. हालांकि, रिपोर्ट में भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए गए हैं.

विशेषज्ञों और व्यवसायियों के अनुसार सार्वजनिक क्षेत्र के भ्रष्टाचार के कथित स्तरों के आधार पर 180 देशों और क्षेत्रों की रैंकिंग की सूची तैयार की जाती है. यह रैंकिंग 0 से 100 अंकों के पैमाने का उपयोग कर तय की जाती है. शून्य अंक प्राप्त करने वाला देश सर्वाधिक भ्रष्ट होता है जबकि 100 अंक प्राप्त करने वाले देश को भ्रष्टाचार की दृष्टि से बेहद स्वच्छ माना जाता है.

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भारत को इस सूची में 40 अंकों के साथ 85वां स्थान मिला है. चीन (45), इंडोनेशिया (38), पाकिस्तान (28) और बांग्लादेश (26) अंकों के साथ इस सूची में विभिन्न स्थानों पर हैं. पाकिस्तान को इस सूची में 140वां स्थान दिया गया है. डेनमार्क, फिनलैंड, न्यूजीलैंड और नॉर्वे ने इस सूची में शीर्ष स्थान हासिल किया है.

(पीटीआई-भाषा)

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