मुंबई : केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत औद्योगिक इंजीनियरिंग अध्ययन और अनुसंधान के क्षेत्र में अभी शुरुआती अवस्था में है. उन्होंने यह भी कहा कि मजबूत आपूर्ति श्रृंखला बनाने के लिए यह क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है.
राष्ट्रीय औद्योगिक इंजीनियरिंग संस्थान (एनआईटीआईई) के एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा हमें इस मोर्च पर काफी कुछ करने की जरूरत है और इस क्षेत्र में अवसर भी काफी ज्यादा हैं.
पूर्व में रेल मंत्री रहे चुके गोयल ने कहा कि एक समय भारतीय रेलवे को संगठन अनुसंधान के मामले में समाधान प्राप्त करने को परेशानी हो रही थी. यह आईआईटी बाम्बे के समाधान पेश करने तक समस्या बनी रही थी. आईआईटी के कार्यों से रेलवे को मदद मिलेगी. गोयल ने कहा कि आपस में जुड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं को आपूर्ति श्रृंखला से जुड़े मामले में उल्लेखनीय मूल्य वर्धन की जरूरत है. इसमें पैकेजिंग को लेकर प्रक्रियाओं में सुधार तथा भंडारण व्यवस्था शामिल हैं.
मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला के लिए शोध और नियोजन केवल निजी क्षेत्र तक सीमित नहीं रहना चाहिए और हमें सार्वजनिक सेवाओं की डिलिवरी को लेकर भी ऐसे प्रयासों की जरूरत है. इससे पहले गोयल ने लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन में उत्कृष्टता केंद्र का उद्घाटन किया.
एनआईटीआईई के संचालन बोर्ड के चेयरमैन और अलकार्गो लॉजिस्टिक्स के प्रमुख शशि किरण शेट्टी ने कहा कि संस्थान आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) और आईआईएम (भारतीय प्रबंधन संस्थान) की तरह स्वायत्ता चाहता है और इस मामले में उन्होंने मंत्री से मदद का आग्रह किया.
(पीटीआई-भाषा)