चेन्नई : केंद्र सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार के. विजयराघवन ने शनिवार को कहा कि कामयाब टीके विकसित करने में भारत का असाधारण इतिहास रहा है, जिसने स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बदल दिया है. इसके लिए उन्होंने चेचक के टीके का हवाला दिया और कहा ' जिसे बहुत चर्चा के बिना उपयोग में लाया गया था.'
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आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों के वार्षिक कार्यक्रम 'संगम 2020' के दौरान ऑनलाइन संबोधन में राघवन ने कहा कि टीका विकसित करने के लिए किए गए भारी निवेश का मतलब बीच का रास्ता अपनाना कतई नहीं है. उन्होंने कहा, 'टीके की खुराक स्वस्थ लोगों को दी जाती है, इसलिए परीक्षण एवं सुरक्षा संबंधित मांगें असाधारण होती हैं.'