नई दिल्ली: श्रीलंका सरकार (जीओएसएल) के तत्काल अनुरोध पर भारत ने यूरिया उर्वरक की खरीद के लिए श्रीलंका को 55 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) देने का फैसला किया है. इस संदर्भ में श्रीलंका सरकार और भारतीय निर्यात-आयात बैंक के बीच शुक्रवार को कोलंबो में श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे, कृषि मंत्री महिंदा अमरवीरा, उच्च न्यायालय और श्रीलंका में भारत के आयुक्त गोपाल बागले की उपस्थिति में एक लाइन ऑफ क्रेडिट समझौते पर हस्ताक्षर किए गए.
हस्ताक्षर समारोह के दौरान श्रीलंकाई और भारतीय पक्षों के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे. इस समझौते से श्रीलंका को मौजूदा धान की बुवाई 'याला' सीजन के लिए यूरिया उर्वरक एकत्र करने में मदद मिलेगी. महत्वपूर्ण आवश्यकता को देखते हुए श्रीलंका सरकार और EXIM बैंक सभी खरीद प्रक्रियाओं को तेजी से पूरा करने पर सहमत हुए हैं ताकि यूरिया की आपूर्ति कम अवधि में श्रीलंका तक पहुंच सके.
हस्ताक्षर समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने समय पर सहायता के लिए भारत सरकार का आभार व्यक्त किया. उच्चायुक्त ने इस बात पर प्रकाश डाला कि समझौता को शीघ्रता से अंतिम रूप देना इस बात की गवाही देता है कि भारत सरकार श्रीलंका के लोगों के कल्याण को कितना महत्व देता है.
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ज्ञात हो कि 'पड़ोसी पहले' नीति के अनुरूप और श्रीलंका के एक सच्चे मित्र और भागीदार के रूप में भारत ने पिछले कुछ महीनों में श्रीलंका के लोगों को बहु-आयामी सहायता प्रदान की है. भारत से सहायता लगभग 3.5 बिलियन अमरीकी डालर की आर्थिक सहायता से लेकर भोजन, दवाएं, ईंधन, मिट्टी के तेल आदि जैसी आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करके श्रीलंका के लोगों के भोजन, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा को सुरक्षित रखने में मदद करती है.