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मध्य पूर्व में संघर्ष को फैलने से रोकना, भारत और अमेरिका का साझा लक्ष्य : अमेरिकी विदेश विभाग

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 3, 2023, 1:00 PM IST

अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि भारत और अमेरिका मध्य पूर्व में मौजूदा संघर्ष को फैलने से रोकने के लक्ष्य को साझा करते हैं, उन्होंने रेखांकित किया कि अगले सप्ताह नई दिल्ली में 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान यह चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय होगा. Antony Blinken and Llyod Austin to travel to India, 2 plus 2 ministerial dialogue, Blinken and Austin travel to India

Antony Blinken and Llyod Austin to travel to India
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन. (फाइल फोटो)

नई दिल्ली: अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका मध्य पूर्व में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच चल रहे संघर्ष को फैलने से रोकने का लक्ष्य साझा करते हैं. वाशिंगटन ने यह भी कहा कि अगले सप्ताह नई दिल्ली में 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान इजरायल-हमास युद्ध चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय होगा.

यह विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन की 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए नई दिल्ली की यात्रा से पहले आया है. इस यात्रा के दौरान वे विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात के दौरान 'वैश्विक मुद्दों' के साथ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की चिंताओं और विकास पर बात होगी.

दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने संवाददाताओं से कहा कि 2+2 वार्ता ब्लिंकन की एशिया यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी. उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के साथ-साथ यूक्रेन में युद्ध पर भी चर्चा करेंगे. वाशिंगटन के शीर्ष राजनयिक के शुक्रवार को इजरायल पहुंचने की उम्मीद है. जिसके बाद वह मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए 10 नवंबर को भारत पहुंचने से पहले जॉर्डन और दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगे.

लू ने कहा कि भारत सरकार ने हमास आतंकवादी हमले की सीधे तौर पर निंदा की है. इसके साथ ही भारत अमेरिका सहित उन देशों के समूह में शामिल है जो गाजा में निरंतर मानवीय पहुंच का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि भारत के साथ, हम इस संघर्ष को फैलने से रोकने, मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने और दो-राज्य समाधान को आगे बढ़ाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बातचीत होगी.

हाल के वर्षों में 2+2 डायलॉग का एक अहम हिस्सा भारत के साथ रक्षा सह-उत्पादन भी रहा है. लू ने कहा कि हम भारतीय रक्षा जरूरतों को पूरा करने और अधिक वैश्विक सुरक्षा में योगदान देने के लिए विश्व स्तरीय रक्षा उपकरणों का उत्पादन करने के लिए और अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करने का इरादा रखते हैं. चार कैबिनेट अधिकारी, दो सचिव और उनके समकक्ष लोकतंत्र और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के प्रयासों के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा, आतंकवाद विरोधी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर विनिर्माण में विस्तारित सहयोग पर भी चर्चा करेंगे.

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इजराइल-हमास युद्ध पर कहां खड़े हैं भारत और अमेरिका? : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 7 अक्टूबर को दक्षिणी इजरायल पर हमास के हमले की तुरंत निंदा की था. उन्होंने अपने इजरायली समकक्ष बेंजामिन नेतन्याहू के साथ एकजुटता व्यक्त भी की है. जैसे-जैसे युद्ध आगे बढ़ा, नई दिल्ली ने गाजा को मानवीय सहायता भी भेजी और हाल ही में संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में इजरायल-फिलिस्तीन के लिए दो-राज्य समाधान का आह्वान किया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने हाल ही में जॉर्डन के प्रस्ताव को अपनाया जिसमें युद्ध के बीच मानवीय संघर्ष विराम का आह्वान किया गया था.

नई दिल्ली: अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका मध्य पूर्व में इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के बीच चल रहे संघर्ष को फैलने से रोकने का लक्ष्य साझा करते हैं. वाशिंगटन ने यह भी कहा कि अगले सप्ताह नई दिल्ली में 2+2 मंत्रिस्तरीय बैठक के दौरान इजरायल-हमास युद्ध चर्चा का एक महत्वपूर्ण विषय होगा.

यह विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन की 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए नई दिल्ली की यात्रा से पहले आया है. इस यात्रा के दौरान वे विदेश मंत्री एस. जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित अन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे. इस मुलाकात के दौरान 'वैश्विक मुद्दों' के साथ इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की चिंताओं और विकास पर बात होगी.

दक्षिण और मध्य एशिया के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने संवाददाताओं से कहा कि 2+2 वार्ता ब्लिंकन की एशिया यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगी. उन्होंने यह भी कहा कि मंत्री इजरायल और हमास के बीच संघर्ष के साथ-साथ यूक्रेन में युद्ध पर भी चर्चा करेंगे. वाशिंगटन के शीर्ष राजनयिक के शुक्रवार को इजरायल पहुंचने की उम्मीद है. जिसके बाद वह मंत्रिस्तरीय वार्ता के लिए 10 नवंबर को भारत पहुंचने से पहले जॉर्डन और दक्षिण कोरिया की यात्रा करेंगे.

लू ने कहा कि भारत सरकार ने हमास आतंकवादी हमले की सीधे तौर पर निंदा की है. इसके साथ ही भारत अमेरिका सहित उन देशों के समूह में शामिल है जो गाजा में निरंतर मानवीय पहुंच का आह्वान किया है. उन्होंने कहा कि भारत के साथ, हम इस संघर्ष को फैलने से रोकने, मध्य पूर्व में स्थिरता बनाए रखने और दो-राज्य समाधान को आगे बढ़ाने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए बातचीत होगी.

हाल के वर्षों में 2+2 डायलॉग का एक अहम हिस्सा भारत के साथ रक्षा सह-उत्पादन भी रहा है. लू ने कहा कि हम भारतीय रक्षा जरूरतों को पूरा करने और अधिक वैश्विक सुरक्षा में योगदान देने के लिए विश्व स्तरीय रक्षा उपकरणों का उत्पादन करने के लिए और अधिक सहयोग को प्रोत्साहित करने का इरादा रखते हैं. चार कैबिनेट अधिकारी, दो सचिव और उनके समकक्ष लोकतंत्र और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के प्रयासों के साथ-साथ स्वच्छ ऊर्जा, आतंकवाद विरोधी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, अंतरिक्ष और सेमीकंडक्टर विनिर्माण में विस्तारित सहयोग पर भी चर्चा करेंगे.

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