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पश्चिमी तट पर अगले दो-तीन दिनों में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना : आईएमडी - मुंबई बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग

दक्षिण भारत के कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है. इसस महाराष्ट्र में मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात प्रभावित हो गया है. भारी बारिश के बाद कई नदियां उफान पर हैं. आईएमडी ने कहा भारी बारिश की तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी.

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Published : Jul 23, 2021, 4:19 PM IST

Updated : Jul 23, 2021, 4:59 PM IST

नई दिल्ली : पश्चिमी और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के बीच मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर अगले दो दिनों में अत्यधिक भारी बारिश आने की संभावना है.

उसने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, पश्चिम तट पर अगले दो-तीन दिनों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ ही कुछ स्थानों पर व्यापक बारिश होने की संभावना है. हालांकि इसके बाद बारिश में कमी आएगी.

आईएमडी ने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी. उसने कहा, 24-26 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है. गुजरात क्षेत्र में 25 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का भी अनुमान है.

आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में 23 और 24 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में 23 जुलाई को अत्यधिक बारिश हो सकती है.

महाराष्ट्र में भारी बारिश

कर्नाटक के बेलगाम जिले में शुक्रवार को मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क का एक हिस्सा जलमग्न हो जाने से यातायात बाधित हो गया. इसके कारण महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पुलिस एहतियात के तौर पर कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक रही है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

अधिकारियों के मुताबिक कोल्हापुर जिले के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण पंचगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

कोल्हापुर जिले के पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकावड़े ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर यातायात की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा, 'कागल (कोल्हापुर में) से आगे, कर्नाटक के बेलगाम जिले के एक गांव के पास सड़क का एक हिस्सा शुक्रवार को बारिश के कारण जलमग्न हो गया है. इसलिए हमने कोल्हापुर की ओर से कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक दिया है.'

कोल्हापुर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने कहा कि पंचगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. अधिकारी ने कहा, 'शुक्रवार को सुबह नौ बजे तक राजाराम वियर में नदी का जलस्तर 48.1 फुट तक पहुंच गया था जोकि 43 फुट के खतरे के निशान से काफी ऊपर है.'

कोल्हापुर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण कम से कम 47 गांवों का प्रमुख सड़कों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया और 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

तेलंगाना में भारी बारिश से कई निचले इलाके जलमग्न

तेलंगाना में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और सड़क संपर्क प्रभावित रहा.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्मल तथा अन्य जिलों में राहत अभियान शुरू किया गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने निजामाबाद जिले के एक आश्रम में फंसे सात लोगों के समूह को बचाया.

उन्होंने बताया कि राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने अभियान की निगरानी की. आश्रम में फंसे लोगों को शुक्रवार तड़के बचाया गया. राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ ने शुक्रवार को महबूबाबाद के जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और जलाशय व अन्य जलस्रोत अपने बंध न तोड़ें इसके लिये इंतजाम करने के निर्देश दिये.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के वनकिडी में 39 सेंटीमीटर बारिश हुई, इसके बाद आसिफाबाद में (30 सेंटीमीटर) ,निर्मल जिले के सारंगपुर में (21 सेंटीमीटर) बारिश हुई. उन्होंने बताया कि जगतियाल, निर्मल, निजामाबाद और वारंगल ग्रामीण में कई इलाकों में बहुत अधिक बारिश हुई.

तेलंगाना में लगातार दूसरे दिन बारिश होने से बृहस्पतिवार को सामान्य जीवन प्रभावित रहा, बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और सड़क संपर्क बाधित हो गया.

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बारिश से पैदा हुए हालात पर अधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार को बैठक की और उन्हें सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बारिश से कठिनाई का सामना न करना पड़े.

गोवा के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति

गोवा के उत्तर में सत्तारी और बिचोलिम तहसील तथा दक्षिण में धारबंदोरा समेत कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जहां पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से कई घर डूब गए हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

हालांकि, उन्होंने बताया कि इसके चलते अभी तक किसी की मौत होने की जानकारी नहीं है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सत्तारी तहसील के कम से कम 100 घर, पिछले एक हफ्ते से हो रही भारी बारिश के बाद महादयी नदी में जलस्तर बढ़ने के चलते बृहस्पतिवार रात से डूबे हुए हैं.'

उन्होंने बताया, 'कोई हताहत नहीं हुआ है लेकिन बाढ़ जैसी स्थिति है. जिन लोगों के घर पूरी तरह पानी में डूब गए हैं, वे खुद से सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं.'

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सत्तारी में वालपोई कस्बे के पास स्थित वेलस गांव लगभग आधा पानी में डूबा हुआ है जबकि कई अन्य गांवों तक संपर्क टूट गया है क्योंकि सड़कें एवं पुलिया पानी में डूबी हुई हैं.

वालपोई के विधायक एवं राज्य के मंत्री विश्वजीत राणे ने ट्विटर पर कहा, 'निरंतर एवं भारी बारिश के चलते, महादयी नदी में प्रवाह बढ़ गया है. पानी वालपोई के विभिन्न हिस्सों में घुस गया है. जिलाधिकारियों को सत्तारी एवं उसगाव में आपदा प्रबंधन दल को तैयार रखने के लिए आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं.'

पढ़ें :- उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र, दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश

उन्होंने कहा, 'लोगों के घरों में पानी घुस गया है जिससे बहुत नुकसान हो रहा है. हमारे लिए अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है. आपदा प्रबंधन टीम की मदद से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा.'

अधिकारियों ने बताया कि बिचोलिम तहसील में संखालिम कस्बे के पास, वलवंती और सखाली नदियों में भी पानी बढ़ गया है और वे खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

उन्होंने बताया कि बिचोलिम में हरवलम में और उसके आस-पास रह रहे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है क्योंकि वहां बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है.

इसी तरह की स्थिति दक्षिण गोवा के धारबंदोरा तहसील में मोल्लेम गांव के आस-पास भी दिख रही है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को चेतावनी जारी कर कहा था कि बंगाल की खाड़ी में हवा के परिसंचरण से कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है जिससे गोवा में और बारिश होगी.

बुधवार तक, तटीय राज्य में जारी मानसून के मौसम के दौरान 1,998.3 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि औसतन यह 1,612.7 मिमी रहती है.

राज्य का मत्स्य विभाग स्थानीय मछुआरों को तेज हवाओं के कारण समुद्र में न जाने की चेतावनी पहले ही जारी कर चुका है.

(पीटीआई-भाषा)

नई दिल्ली : पश्चिमी और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश होने के बीच मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा कि कोंकण, गोवा और मध्य महाराष्ट्र में कुछ स्थानों पर अगले दो दिनों में अत्यधिक भारी बारिश आने की संभावना है.

उसने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी.

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा, पश्चिम तट पर अगले दो-तीन दिनों में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश होने के साथ ही कुछ स्थानों पर व्यापक बारिश होने की संभावना है. हालांकि इसके बाद बारिश में कमी आएगी.

आईएमडी ने बताया कि गुजरात में 23 जुलाई तक कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है लेकिन इसकी तीव्रता 24 जुलाई से बढ़ेगी. उसने कहा, 24-26 जुलाई को भारी से बहुत भारी बारिश के साथ व्यापक बारिश होने की संभावना है. गुजरात क्षेत्र में 25 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश का भी अनुमान है.

आईएमडी ने कहा कि पश्चिमी मध्य प्रदेश में 23 और 24 जुलाई को कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का अनुमान है तथा पूर्वी मध्य प्रदेश, तेलंगाना और ओडिशा में 23 जुलाई को अत्यधिक बारिश हो सकती है.

महाराष्ट्र में भारी बारिश

कर्नाटक के बेलगाम जिले में शुक्रवार को मुंबई-बेंगलुरु राष्ट्रीय राजमार्ग पर सड़क का एक हिस्सा जलमग्न हो जाने से यातायात बाधित हो गया. इसके कारण महाराष्ट्र के कोल्हापुर में पुलिस एहतियात के तौर पर कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक रही है. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.

अधिकारियों के मुताबिक कोल्हापुर जिले के कई हिस्सों में लगातार बारिश हो रही है, जिसके कारण पंचगंगा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है.

कोल्हापुर जिले के पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकावड़े ने मुंबई-बेंगलुरु राजमार्ग पर यातायात की स्थिति की जानकारी देते हुए कहा, 'कागल (कोल्हापुर में) से आगे, कर्नाटक के बेलगाम जिले के एक गांव के पास सड़क का एक हिस्सा शुक्रवार को बारिश के कारण जलमग्न हो गया है. इसलिए हमने कोल्हापुर की ओर से कर्नाटक जाने वाले वाहनों को रोक दिया है.'

कोल्हापुर जिला आपदा प्रबंधन प्रकोष्ठ के एक अधिकारी ने कहा कि पंचगंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. अधिकारी ने कहा, 'शुक्रवार को सुबह नौ बजे तक राजाराम वियर में नदी का जलस्तर 48.1 फुट तक पहुंच गया था जोकि 43 फुट के खतरे के निशान से काफी ऊपर है.'

कोल्हापुर जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि भारी बारिश के कारण कम से कम 47 गांवों का प्रमुख सड़कों से संपर्क पूरी तरह से टूट गया और 965 परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.

तेलंगाना में भारी बारिश से कई निचले इलाके जलमग्न

तेलंगाना में पिछले दो दिन से हो रही बारिश के चलते शुक्रवार को कई निचले इलाके जलमग्न हो गए और सड़क संपर्क प्रभावित रहा.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि निर्मल तथा अन्य जिलों में राहत अभियान शुरू किया गया है. राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के जवानों ने निजामाबाद जिले के एक आश्रम में फंसे सात लोगों के समूह को बचाया.

उन्होंने बताया कि राज्य के सड़क एवं भवन मंत्री वेमुला प्रशांत रेड्डी ने अभियान की निगरानी की. आश्रम में फंसे लोगों को शुक्रवार तड़के बचाया गया. राज्य की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री सत्यवती राठौड़ ने शुक्रवार को महबूबाबाद के जिला अधिकारियों के साथ बैठक की और जलाशय व अन्य जलस्रोत अपने बंध न तोड़ें इसके लिये इंतजाम करने के निर्देश दिये.

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कुमुराम भीम आसिफाबाद जिले के वनकिडी में 39 सेंटीमीटर बारिश हुई, इसके बाद आसिफाबाद में (30 सेंटीमीटर) ,निर्मल जिले के सारंगपुर में (21 सेंटीमीटर) बारिश हुई. उन्होंने बताया कि जगतियाल, निर्मल, निजामाबाद और वारंगल ग्रामीण में कई इलाकों में बहुत अधिक बारिश हुई.

तेलंगाना में लगातार दूसरे दिन बारिश होने से बृहस्पतिवार को सामान्य जीवन प्रभावित रहा, बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया और सड़क संपर्क बाधित हो गया.

मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने बारिश से पैदा हुए हालात पर अधिकारियों के साथ बृहस्पतिवार को बैठक की और उन्हें सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को बारिश से कठिनाई का सामना न करना पड़े.

गोवा के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति

गोवा के उत्तर में सत्तारी और बिचोलिम तहसील तथा दक्षिण में धारबंदोरा समेत कई हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जहां पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश के बाद कुछ नदियों का जलस्तर बढ़ जाने से कई घर डूब गए हैं. अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी.

हालांकि, उन्होंने बताया कि इसके चलते अभी तक किसी की मौत होने की जानकारी नहीं है. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'सत्तारी तहसील के कम से कम 100 घर, पिछले एक हफ्ते से हो रही भारी बारिश के बाद महादयी नदी में जलस्तर बढ़ने के चलते बृहस्पतिवार रात से डूबे हुए हैं.'

उन्होंने बताया, 'कोई हताहत नहीं हुआ है लेकिन बाढ़ जैसी स्थिति है. जिन लोगों के घर पूरी तरह पानी में डूब गए हैं, वे खुद से सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं.'

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि सत्तारी में वालपोई कस्बे के पास स्थित वेलस गांव लगभग आधा पानी में डूबा हुआ है जबकि कई अन्य गांवों तक संपर्क टूट गया है क्योंकि सड़कें एवं पुलिया पानी में डूबी हुई हैं.

वालपोई के विधायक एवं राज्य के मंत्री विश्वजीत राणे ने ट्विटर पर कहा, 'निरंतर एवं भारी बारिश के चलते, महादयी नदी में प्रवाह बढ़ गया है. पानी वालपोई के विभिन्न हिस्सों में घुस गया है. जिलाधिकारियों को सत्तारी एवं उसगाव में आपदा प्रबंधन दल को तैयार रखने के लिए आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं.'

पढ़ें :- उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र, दक्षिणी राज्यों में भारी बारिश

उन्होंने कहा, 'लोगों के घरों में पानी घुस गया है जिससे बहुत नुकसान हो रहा है. हमारे लिए अपने लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है. आपदा प्रबंधन टीम की मदद से उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा जाएगा.'

अधिकारियों ने बताया कि बिचोलिम तहसील में संखालिम कस्बे के पास, वलवंती और सखाली नदियों में भी पानी बढ़ गया है और वे खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं.

उन्होंने बताया कि बिचोलिम में हरवलम में और उसके आस-पास रह रहे लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है क्योंकि वहां बाढ़ जैसी स्थिति बन रही है.

इसी तरह की स्थिति दक्षिण गोवा के धारबंदोरा तहसील में मोल्लेम गांव के आस-पास भी दिख रही है.

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बृहस्पतिवार को चेतावनी जारी कर कहा था कि बंगाल की खाड़ी में हवा के परिसंचरण से कम दबाव वाला क्षेत्र बन सकता है जिससे गोवा में और बारिश होगी.

बुधवार तक, तटीय राज्य में जारी मानसून के मौसम के दौरान 1,998.3 मिलीमीटर बारिश हुई है जबकि औसतन यह 1,612.7 मिमी रहती है.

राज्य का मत्स्य विभाग स्थानीय मछुआरों को तेज हवाओं के कारण समुद्र में न जाने की चेतावनी पहले ही जारी कर चुका है.

(पीटीआई-भाषा)

Last Updated : Jul 23, 2021, 4:59 PM IST
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