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अहमदाबाद और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट का PM मोदी ने किया शिलान्यास - सूरत मेट्रो रेल परियोजना के लिए भूमि पूजन

अहमदाबाद मेट्रो परियोजना के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो रेल परियोजना के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज भूमि पूजन करेंगे. सूरत मेट्रो रेल परियोजना की अनुमानित लागत 12020.32 करोड़ रुपये है.

inauguration of ahmedabad and surat metro project
पीएम मोदी करेंगे वर्चुअली उद्घाटन
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Published : Jan 18, 2021, 7:43 AM IST

Updated : Jan 18, 2021, 12:41 PM IST

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात को एक और तोहफा दिया. उन्होंने अहमदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूमि पूजन किया. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे. पीएमओ के जारी बयान के अनुसार ये मेट्रो परियोजनाएं इन शहरों में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली उपलब्‍ध कराएंगी.

पीएम मोदी ने कहा कि सिंचाई के लिए भी आज गुजरात के उन क्षेत्रों तक पानी पहुंचा है, जहां कभी सिंचाई की सुविधा असंभव मानी जाती थी. सरदार सरोवर बांध हो, सोनी योजना हो, वॉटर ग्रिडस का नेटवर्क हो. गुजरात के सूखाग्रस्त क्षेत्रों को हरित करने के लिए व्यापक काम किया गया है.

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया संबोधित

मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 10 लाख नए पानी के कनेक्शन दिए गए हैं. बहुत जल्द गुजरात के हर घर तक नल से जल पहुंचने वाला है.

पीएम मोदी ने कहा कि हममें से अधिकांश ने वो दौर देखा है जब गुजरात के गांवों तक ट्रेन और टैंकरो से पानी पहुंचाना पड़ता था. अब गुजरात के हर गांव तक पानी पहुंच चुका है. इतना ही नहीं अब करीब 80% घरों में नल से जल पहुंच रहा है.

इस अवसर पर पीएम ने कहा कि बीते 6 वर्षों में देश में स्वास्थ सेवाओं से जुड़ी योजनाएं शुरू हुई हैं उनका भी लाभ गुजरात को बहुत व्यापक रूप से मिल रहा है. आयुष्मान भारत योजना के तहत गुजरात के 21 लाख लोगों को मुफ्त इलाज मिला है.

मोदी ने कहा कि गुजरात के शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीते वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है. विशेष रूप से गांव में सड़क, बिजली और पानी की स्थिति में बीते 2 दशकों में जो सुधार आया है. वो गुजरात की विकास यात्रा का बहुत अहम अध्याय है.

अहमदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज सूरत आबादी के लिहाज से एक तरफ देश का आठवां बड़ा शहर है, लेकिन दुनिया का चौथा सबसे विकसित होता शहर भी है. दुनिया के हर 10 हीरों में से 9 सूरत में तराशे जाते हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि आज हम शहरों के transportation को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं. यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें.

पीएम ने कहा कि अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा बड़ा शहर है जो मेट्रो जैसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा. सूरत में मेट्रो नेटवर्क एक प्रकार से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यापारी केंद्र को आपस में कनेक्ट करेगा.

जानकारी देतीं संवाददाता.

मोदी ने कहा कि 2014 से पहले के 10-12 वर्ष में सिर्फ 225 किमी मेट्रो लाइन ऑपरेशनल हुई थी. वहीं, बीते 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो नेटवर्क चालू हो चुका है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज अहमदाबाद में 17 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के इंफ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू हो रहा है. ये दिखाता है कि कोरोना के इस काल में भी नए इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर देश के प्रयास लगातार बढ़ रहे हैं.

इस मौक पर पीएम मोदी ने कहा कि उत्तरायण की शुरुआत में आज अहमदाबाद और सूरत को बहुत ही अहम उपहार मिल रहा है. कल ही केवडिया के नए रेल मार्ग और नई ट्रेनों की शुरुआत हुई है. अहमदाबाद से भी आधुनिक जन शताब्दी एक्सप्रेस अब केवडिया तक जाएगी.

अहमदाबाद में होंगे 28.25 किमी के दो कॉरिडोर
अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण में कुल 28.25 किलोमीटर की लंबाई के दो कॉरिडोर होंगे. पहला कॉरिडोर मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर तक होगा और इसकी कुल लंबाई 22.83 किलोमीटर होगी जबकि दूसरा कॉरिडोर जीएनएलयू से गिफ्ट सिटी तक होगा और इसकी कुल लंबाई 5.41 किलोमीटर होगी. इन परियोजनाओं पर कुल लागत 5384.17 करोड़ रुपए की आएगी.

सूरत में खर्च होंगे 12 हजार करोड़

कुल 40.35 किलोमीटर लंबाई के दो मेट्रो रेल गलियारों वाली सूरत मेट्रो रेल परियोजना की अनुमानित लागत 12020.32 करोड़ रुपए है. इसके सरथना से ड्रीम सिटी तक पहले गलियारे की कुल लंबाई 21.61 किलोमीटर है, जिसमें से 6.47 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है और 15.14 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है.

यह गलियारा 20 स्‍टेशनों - सरथना, नेचर पार्क, कपोदरा, लाभेश्‍वर चौक एरिया, सैंट्रल वेयर हाउस, सूरत रेलवे स्‍टेशन, मस्‍कटी हॉस्पिटल, गांधी बाग, मजूर गेट, रूपाली कनाल, ड्रीम सिटी को जोड़ता है.

पढ़ें: 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' पर 'स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी' से अधिक पर्यटक आते हैं: मोदी

दूसरा गलियारा भेसन से सरोली लाइन का है जो 18.74 किलोमीटर लंबा है. यह पूरी तरह एलिवेटिड गलियारा है. यह 18 मेट्रो स्‍टेशनों – भेसन, उगाट, वारिग्रह, पालनपुर रोड, एलपी सावनी स्‍कूल, अडाजन गाम, एक्‍वेरियम, मजूर गेट, कामेला दरवाजा, मगोब और सरोली को जोड़ता है.

नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज गुजरात को एक और तोहफा दिया. उन्होंने अहमदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए भूमि पूजन किया. इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी उपस्थित रहे. पीएमओ के जारी बयान के अनुसार ये मेट्रो परियोजनाएं इन शहरों में पर्यावरण के अनुकूल और टिकाऊ सार्वजनिक परिवहन प्रणाली उपलब्‍ध कराएंगी.

पीएम मोदी ने कहा कि सिंचाई के लिए भी आज गुजरात के उन क्षेत्रों तक पानी पहुंचा है, जहां कभी सिंचाई की सुविधा असंभव मानी जाती थी. सरदार सरोवर बांध हो, सोनी योजना हो, वॉटर ग्रिडस का नेटवर्क हो. गुजरात के सूखाग्रस्त क्षेत्रों को हरित करने के लिए व्यापक काम किया गया है.

पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से किया संबोधित

मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत राज्य में 10 लाख नए पानी के कनेक्शन दिए गए हैं. बहुत जल्द गुजरात के हर घर तक नल से जल पहुंचने वाला है.

पीएम मोदी ने कहा कि हममें से अधिकांश ने वो दौर देखा है जब गुजरात के गांवों तक ट्रेन और टैंकरो से पानी पहुंचाना पड़ता था. अब गुजरात के हर गांव तक पानी पहुंच चुका है. इतना ही नहीं अब करीब 80% घरों में नल से जल पहुंच रहा है.

इस अवसर पर पीएम ने कहा कि बीते 6 वर्षों में देश में स्वास्थ सेवाओं से जुड़ी योजनाएं शुरू हुई हैं उनका भी लाभ गुजरात को बहुत व्यापक रूप से मिल रहा है. आयुष्मान भारत योजना के तहत गुजरात के 21 लाख लोगों को मुफ्त इलाज मिला है.

मोदी ने कहा कि गुजरात के शहरों के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में भी बीते वर्षों में अभूतपूर्व विकास हुआ है. विशेष रूप से गांव में सड़क, बिजली और पानी की स्थिति में बीते 2 दशकों में जो सुधार आया है. वो गुजरात की विकास यात्रा का बहुत अहम अध्याय है.

अहमदाबाद मेट्रो प्रोजेक्ट के दूसरे चरण और सूरत मेट्रो प्रोजेक्ट को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि आज सूरत आबादी के लिहाज से एक तरफ देश का आठवां बड़ा शहर है, लेकिन दुनिया का चौथा सबसे विकसित होता शहर भी है. दुनिया के हर 10 हीरों में से 9 सूरत में तराशे जाते हैं.

पीएम मोदी ने कहा कि आज हम शहरों के transportation को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के तौर पर विकसित कर रहे हैं. यानी बस, मेट्रो, रेल सब अपने अपने हिसाब से नहीं दौड़ें, बल्कि एक सामुहिक व्यवस्था के तौर पर काम करें, एक दूसरे के पूरक बनें.

पीएम ने कहा कि अहमदाबाद के बाद सूरत गुजरात का दूसरा बड़ा शहर है जो मेट्रो जैसे आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम से जुड़ेगा. सूरत में मेट्रो नेटवर्क एक प्रकार से पूरे शहर के महत्वपूर्ण व्यापारी केंद्र को आपस में कनेक्ट करेगा.

जानकारी देतीं संवाददाता.

मोदी ने कहा कि 2014 से पहले के 10-12 वर्ष में सिर्फ 225 किमी मेट्रो लाइन ऑपरेशनल हुई थी. वहीं, बीते 6 वर्षों में 450 किमी से ज्यादा मेट्रो नेटवर्क चालू हो चुका है.

पीएम मोदी ने कहा कि आज अहमदाबाद में 17 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा के इंफ्रास्ट्रक्चर का काम शुरू हो रहा है. ये दिखाता है कि कोरोना के इस काल में भी नए इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण को लेकर देश के प्रयास लगातार बढ़ रहे हैं.

इस मौक पर पीएम मोदी ने कहा कि उत्तरायण की शुरुआत में आज अहमदाबाद और सूरत को बहुत ही अहम उपहार मिल रहा है. कल ही केवडिया के नए रेल मार्ग और नई ट्रेनों की शुरुआत हुई है. अहमदाबाद से भी आधुनिक जन शताब्दी एक्सप्रेस अब केवडिया तक जाएगी.

अहमदाबाद में होंगे 28.25 किमी के दो कॉरिडोर
अहमदाबाद मेट्रो रेल परियोजना के दूसरे चरण में कुल 28.25 किलोमीटर की लंबाई के दो कॉरिडोर होंगे. पहला कॉरिडोर मोटेरा स्टेडियम से महात्मा मंदिर तक होगा और इसकी कुल लंबाई 22.83 किलोमीटर होगी जबकि दूसरा कॉरिडोर जीएनएलयू से गिफ्ट सिटी तक होगा और इसकी कुल लंबाई 5.41 किलोमीटर होगी. इन परियोजनाओं पर कुल लागत 5384.17 करोड़ रुपए की आएगी.

सूरत में खर्च होंगे 12 हजार करोड़

कुल 40.35 किलोमीटर लंबाई के दो मेट्रो रेल गलियारों वाली सूरत मेट्रो रेल परियोजना की अनुमानित लागत 12020.32 करोड़ रुपए है. इसके सरथना से ड्रीम सिटी तक पहले गलियारे की कुल लंबाई 21.61 किलोमीटर है, जिसमें से 6.47 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है और 15.14 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटिड है.

यह गलियारा 20 स्‍टेशनों - सरथना, नेचर पार्क, कपोदरा, लाभेश्‍वर चौक एरिया, सैंट्रल वेयर हाउस, सूरत रेलवे स्‍टेशन, मस्‍कटी हॉस्पिटल, गांधी बाग, मजूर गेट, रूपाली कनाल, ड्रीम सिटी को जोड़ता है.

पढ़ें: 'स्टेच्यू ऑफ यूनिटी' पर 'स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी' से अधिक पर्यटक आते हैं: मोदी

दूसरा गलियारा भेसन से सरोली लाइन का है जो 18.74 किलोमीटर लंबा है. यह पूरी तरह एलिवेटिड गलियारा है. यह 18 मेट्रो स्‍टेशनों – भेसन, उगाट, वारिग्रह, पालनपुर रोड, एलपी सावनी स्‍कूल, अडाजन गाम, एक्‍वेरियम, मजूर गेट, कामेला दरवाजा, मगोब और सरोली को जोड़ता है.

Last Updated : Jan 18, 2021, 12:41 PM IST
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