वाराणसी: श्री काशी विश्वनाथ धाम के पुनर्निर्माण से वाराणसी की तकदीर बदल दी है. बनारस में भोले के भक्तों और पर्यटकों के आवक में बढ़ोतरी हुई है. भक्तों की यह भीड़ नए रिकॉर्ड कायम कर रही है. काशी विश्वनाथ धाम (kashi Vishwanath Dham) को तैयार हुए सिर्फ एक साल का वक्त होने वाला है, मगर लोकार्पण से अभी तक 12 करोड़ से अधिक लोग ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं. काशी विश्वनाथ धाम मंदिर के मुताबिक, सात महीने में ही भक्तों ने 28.37 करोड़ का चढ़ावा चढ़ाया है, जो पिछले कई वर्षों में सबसे ज्यादा है. अभी फाइनेंशियल ईयर के पांच महीने बाकी है.
वित्तीय वर्ष खत्म होने के पांच महीने पहले ही काशी विश्वनाथ मंदिर में चढ़ावे के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए. इस चढ़ावे में ऑनलाइन हिस्सेदारी 40 फीसदी है. सिर्फ अप्रैल और मई में भक्तों ने 9.50 करोड़ रुपये का दान दिया. कोरोना काल से ठीक पहले साल 2018-19 में सर्वाधिक 26.65 करोड़ की आय हुई थी, जो अपने आप में एक रिकॉर्ड था. इससे पहले के वर्षों में चढ़ावे का आंकड़ा सिर्फ 10 से 12 करोड़ ही हुआ करता था.
काशी विश्वनाथ मंदिर से मिले आंकड़ों के मुताबिक 50,000 वर्ग मीटर में फैले विश्वनाथ धाम के निर्माण में 340 करोड़ रुपये ख़र्च हुए हैं. काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि लोकार्पण के बाद से अब तक 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु (12 crore devotees came to kashi) बाबा धाम में आ चुके हैं. इस फाइनेंशियल ईयर के शुरुआती सात महीनों में 28 करोड़ से अधिक का चढ़ावा आ चुका है. यह दर्शाता है कि काशी विश्वनाथ धाम की तरफ भक्त खींचे चले आ रहे हैं. मुख्य कार्यपालक अधिकारी का कहना है कि बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की बड़ी संख्या और चढ़ावे से धाम पर सुविधाओं के विस्तार में बहुत मदद मिलेगी. धीरे-धीरे भक्तों के लिए कई सुविधाओं में बढ़ोतरी होने वाले और नए भवनों के संचालन का काम भी शुरू होने वाला है.