नांदेड़: शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल (Mp Hemant Patil) ने नांदेड़ में अस्पताल के डीन से अस्पताल का शौचालय साफ कराया. इस मामले में शिंदे गुट के सांसद हेमंत पाटिल के खिलाफ अत्याचार की एफआईआर दर्ज की गई है.
अब इस मामले पर हेमंत पाटिल ने सफाई दी है. सांसद हेमंत पाटिल ने कहा, 'पीएम मोदी ने गांधी जयंती पर सफाई के लिए मैसेज दिया. मरीज की मौत के मामले में सरकारी अस्पताल का दौरा करने के बाद जब मैंने देखा कि डीन डॉ. एस.आर. वाकोडे का शौचालय बहुत बदबूदार और बंद है. इसलिए हमने मिलकर शौचालय साफ किया. मैं शौचालय साफ करते समय अस्पताल के डीन पर चिल्ला नहीं रहा हूं.'
नांदेड़ का शंकरराव चव्हाण सरकारी अस्पताल तीन से चार जिलों के मरीजों और छात्रों के लिए उपलब्ध है. यह हिंगोली निर्वाचन क्षेत्र से है. बड़ी संख्या में मरीज इलाज के लिए और छात्र शिक्षा के लिए आते हैं. यहां दो दिन में 41 मरीजों की मौत हुई है.
उन्होंने कहा कि 'जब मैं सरकारी अस्पताल में गया तो पूरा शौचालय बंद था और बदबू आ रही थी. गांधी जयंती थी तो हमने एक साथ शौचालय साफ किया. इतने सालों से मैं राजनीति में हूं आज तक हमने किसी भी व्यक्ति से कास्ट नहीं पूछी.'
उन्होंने कहा कि 'वे 41 मरीजों की मौत का विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि एक अधिकारी को अपना शौचालय साफ करने के लिए मजबूर करने का विरोध कर रहे हैं. यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुझ पर अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया जा रहा है. ये 100 फीसदी राजनीति है.' उन्होंने कहा कि यदि अत्याचार अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है, तो यह बहुत गलत है.