तिरुवनंतपुरम : भारत मौसम विज्ञान विभाग ने 21 अक्टूबर के दौरान 11 जिलों के लिए जारी ऑरेंज अलर्ट को भी वापस ले लिया है. हालांकि, उसने कल इडुक्की, कोट्टायम और पतनमथिट्टा जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताया है.
विभाग के नवीनतम अनुमान ने राज्य के लिए थोड़ी राहत दी है, जो पिछले सप्ताह आई विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन से अब भी जूझ रहा है. इन मौसम संबंधी घटनाओं के कारण कोट्टायम और इडुक्की जिलों में कई लोगों की जान चली गई और संपत्ति को नुकसान हुआ.
अधिकारियों ने आज इडुक्की, इदमालयार, पंबा और काक्की सहित राज्य के चार प्रमुख बांधों में जमा अतिरिक्त पानी को छोड़ना जारी रखा, जिनके द्वार बुधवार को तब खोले गए जब जलाशयों में जल स्तर रेड अलर्ट स्तर के करीब पहुंच गया था.
बांधों से पानी को नियंत्रित तरीके से छोड़े जाने के कारण अपेक्षित बाढ़ नहीं आई है. हालांकि, पतनमथिट्टा और अलपुझा जिलों के अपर कुट्टनाड और कुट्टनाड क्षेत्रों में हाल ही में हुई बारिश के चलते पंबा, अचनकोविल और मणिमाला सहित नदियों का जलस्तर बढ़ने के बाद बाढ़ की सूचना मिली है.
पंबा और काक्की बांधों से पानी छोड़े जाने से भी निचले इलाकों में रहने वाले लोगों की परेशानी और बढ़ गई है. अलपुझा जिले के अधिकारियों ने कहा कि कुट्टनाड में तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के बाढ़ से प्रभावित होने की सूरत में उनके बचाव अभियान के लिये मछुआरों को भी तैयार रखा गया है.
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(पीटीआई-भाषा)