देहरादून : योग गुरु बाबा रामदेव कोई न कोई विवादित बयान देकर सुर्खियों में बने रहते हैं. बाबा रामदेव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस कथित वीडियो में बाबा रामदेव यह कहते नजर आ रहे हैं कि जब कोरोना की दोनों वैक्सीन लगाने के बावजूद देश के 1000 डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं, तो फिर वो किस बात के डॉक्टर हैं. रामदेव के इस बयान के बाद एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है. इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने कड़ी नाराजगी जताई है. साथ ही गिरफ्तारी की मांग की है.
ईटीवी भारत से बात करते हुए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य डॉ. डीडी चौधरी ने बाबा के विवादित बयान पर कड़ा रोष जताया. उन्होंने कहा कि बाबा इस तरह की बयानबाजी मीडिया की सुर्खियों में रहने के लिए कर रहे हैं. उनका यह बयान पूरी तरह से डॉक्टरों की भावना को ठेस पहुंचाने वाला है. ऐसे में जरूरत है कि केंद्र सरकार बाबा रामदेव और उनके सहयोगी जो इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं, उनके खिलाफ आपदा एक्ट में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई अमल में लाएं.
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आईएमए की नाराजगी के अलावा राजस्थान के वकील डॉ महेश शर्मा ने भी रामदेव को कानूनी नोटिस भेजा है.
गौर हो कि आईएमए हेड क्वार्टर की ओर से बाबा रामदेव को उनके विवादित बयान को लेकर नोटिस दिया जा चुका है. वहीं, बाबा के एक और विवादित बयान के बाद आईएमए उत्तराखंड की ओर से भी बाबा रामदेव के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव को पत्र भेजा जा चुका है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) के केंद्रीय कार्यसमिति के सदस्य डॉ. डीडी चौधरी की ओर से इसकी पुष्टि की है.