ETV Bharat / bharat

झारखंड : अवैध विस्फोटक की बिक्री जारी, खदान माफिया से नक्सलियों तक जुड़े तार - माइका की अवैध खदान

झारखंड के गिरिडीह जिले में रोक के बाद भी अवैध विस्फोटक की बिक्री और भंडारण का काला कारोबार जारी है. इसके तार खदान माफिया से नक्सलियों तक से जुड़े हैं. सप्लायर कोडरमा से रामगढ़ तक से विस्फोटक लाते हैं और उन्हें मुहैया कराते हैं. कई बार ये मासूम लोगों के यहां भंडारण कर देते हैं, विस्फोट होने पर इनको जान गंवानी पड़ती है. हाल में तिसरी प्रखंड में मकान जमींदोज होने से एक परिवार के चार लोगों की मौत इसकी बानगी भर है.

अवैध विस्फोटक की बिक्री जारी
अवैध विस्फोटक की बिक्री जारी
author img

By

Published : Apr 1, 2021, 11:03 PM IST

गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में पत्थर, कोयला और अभ्रक का बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जाता है. इन खदानों के लिए जरूरी विस्फोटक अवैध तरीके से कोडरमा-रामगढ़ के इलाके से यहां लाए जाते हैं. इस काम के लिए संगठित गिरोह सक्रिय हैं. ऐसे मामलों में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. लेकिन इससे न तो नेटवर्क टूट पाया और न ही सरगना हाथ आया. हालांकि, गिरिडीह एसपी का कहना है कि इस तरह के खतरनाक पदार्थों की सप्लाई करने वाले नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश जारी है.

जानकारी के मुताबिक, गिरिडीह खनिज संसाधनों पर माफिया की नजर है. वे अवैध रूप से यहां पाए जाने वाले पत्थर, कोयला, अभ्रक, बैरल पत्थर (पन्ना, नीलम, पुखराज), सफेद पत्थर जैसे खनिज का खनन कराते हैं. इनमें से पत्थर और अभ्रक के खनन के लिए विस्फोटक की आवश्यकता होती है. चूंकि विस्फोटकों को लाना, संग्रह करना और विस्फोट करने को लेकर सरकारी स्तर पर काफी सख्त नियम हैं. ऐसे में यहां विस्फोटकों की आपूर्ति भी अवैध तरीके से होती है.

अवैध तरीके से लाए गए विस्फोटक का उपयोग अवैध माइंस संचालक करते हैं. वहीं, लीगल तरीके से माइंस का संचालन करने वालों में से कई संचालक अवैध विस्फोटक का उपयोग कर रहे हैं. इसका खुलासा कई दफा हो चुका है. ज्यादातर खुलासों के बाद गिरफ्तारी हुई है, लेकिन बड़े माफिया अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.

तिसरी में विस्फोटक से मकान हो गया था जमींदोज
इस बार तिसरी के खिड़कियां मोड़ के समीप डेटोनेटर और जिलेटिन की वजह से हुए विस्फोट में एक मकान के जमींदोज हो गई थी. इस मामले में चार लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद जिले की पुलिस काफी एक्टिव दिख रही है. इस कांड में दो लोगों को गिरफ्तार कर अब तक जेल भेज चुकी है. हालांकि, इस बार भी यही सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस के हाथ बड़े माफिया और सप्लायर के गिरेबां तक पहुंच पाएंगे.

तीन की पहले भी हो चुकी है मौत
खिड़कियां मोड़ की घटना से पहले भी गिरिडीह में अवैध विस्फोटकों के कारण एक साथ तीन लोगों की जान जा चुकी है. इससे पहले मई 2019 को जिले के गांडेय में हादसा हुआ था. उस वक्त गांडेय प्रखंड के पंदनाटांड गांव में बाइक की डिक्की से डेटोनेटर और जिलेटिन निकालने के क्रम में विस्फोट हो गया था. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी.

घटना के बाद काफी हो हंगामा हुआ तो कार्रवाई भी की गई, लेकिन धीरे-धीरे मामला शांत हो गया. गांडेय की इस घटना के अलावा पत्थर और माइका की अवैध खदानों में विस्फोटक की वजह से लोग घायल होते रहते हैं लेकिन ज्यादातर मामले को दबा दिया जाता है.

कोडरमा से रामगढ़ तक जुड़े तार
इस मामले की तफ्तीश यदि सही तरीके से की जाए तो विस्फोटकों को क्षेत्र में लाने और परिवहन करने के अवैध कारोबार में कई लोग शामिल मिल सकते हैं. इस विस्फोटक के सप्लाई के तार कोडरमा से लेकर रामगढ़ तक से जुड़े हैं. इस खतरनाक पदार्थ की आपूर्ति से लेकर खपाने तक के खेल में पत्थर और अभ्रक माफिया की सीधी संलिप्तता भी होने की बात कही जा रही है.

मिलीभगत से चलता है पूरा खेल
भाकपा माले नेता और धनवार क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार यादव कहते हैं कि अवैध खनन व विस्फोटक का खेल पूरी तरह मिलीभगत से चलता है. पूर्व में जब भी विस्फोटक पकड़ा गया, उस वक्त ही गिरोह का भंडाफोड़ हो जाता तो शायद तिसरी के चार लोगों की जान नहीं जाती.

संगठित गिरोह करता है सप्लाई
भाजपा नेता मनोज यादव का कहना है कि क्षेत्र में पत्थर, बैरल पत्थर, अभ्रक और सफेद पत्थर का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. यहां अवैध खदानों में डेटोनेटर और जिलेटिन रॉड इस्तेमाल किया जाता है. वह भी अवैध रूप से. उन्होंने मांग की कि इस दिशा में सख्त कदम उठाया जाए.

एसपी हुए सख्त
इधर, तिसरी में विस्फोट की घटना के बाद गिरिडीह के एसपी अमित रेणू अब सख्त नजर आ रहे हैं. एसपी अमित के सख्त तेवर के बाद जहां इस कांड के मुख्य आरोपी पूना महतो को जेल भेजा गया. वहीं, विस्फोटक को क्षेत्र में लाने वालों की खोज शुरू कर दी गई है. एसपी ने कहा कि इस तरह के अवैध कारोबार में चाहे जो भी शामिल हो किसी को बख्शा नहीं जाएगा.

ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी ने लिखी हेमंत सोरेन को चिट्ठी, बीजेपी ने कहा- चुनाव परिणाम आने से पहले ही मान ली हार

गिरिडीह : झारखंड के गिरिडीह जिले में पत्थर, कोयला और अभ्रक का बड़े पैमाने पर अवैध खनन किया जाता है. इन खदानों के लिए जरूरी विस्फोटक अवैध तरीके से कोडरमा-रामगढ़ के इलाके से यहां लाए जाते हैं. इस काम के लिए संगठित गिरोह सक्रिय हैं. ऐसे मामलों में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई है. लेकिन इससे न तो नेटवर्क टूट पाया और न ही सरगना हाथ आया. हालांकि, गिरिडीह एसपी का कहना है कि इस तरह के खतरनाक पदार्थों की सप्लाई करने वाले नेटवर्क को तोड़ने की कोशिश जारी है.

जानकारी के मुताबिक, गिरिडीह खनिज संसाधनों पर माफिया की नजर है. वे अवैध रूप से यहां पाए जाने वाले पत्थर, कोयला, अभ्रक, बैरल पत्थर (पन्ना, नीलम, पुखराज), सफेद पत्थर जैसे खनिज का खनन कराते हैं. इनमें से पत्थर और अभ्रक के खनन के लिए विस्फोटक की आवश्यकता होती है. चूंकि विस्फोटकों को लाना, संग्रह करना और विस्फोट करने को लेकर सरकारी स्तर पर काफी सख्त नियम हैं. ऐसे में यहां विस्फोटकों की आपूर्ति भी अवैध तरीके से होती है.

अवैध तरीके से लाए गए विस्फोटक का उपयोग अवैध माइंस संचालक करते हैं. वहीं, लीगल तरीके से माइंस का संचालन करने वालों में से कई संचालक अवैध विस्फोटक का उपयोग कर रहे हैं. इसका खुलासा कई दफा हो चुका है. ज्यादातर खुलासों के बाद गिरफ्तारी हुई है, लेकिन बड़े माफिया अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं.

तिसरी में विस्फोटक से मकान हो गया था जमींदोज
इस बार तिसरी के खिड़कियां मोड़ के समीप डेटोनेटर और जिलेटिन की वजह से हुए विस्फोट में एक मकान के जमींदोज हो गई थी. इस मामले में चार लोगों की जान चली गई थी. जिसके बाद जिले की पुलिस काफी एक्टिव दिख रही है. इस कांड में दो लोगों को गिरफ्तार कर अब तक जेल भेज चुकी है. हालांकि, इस बार भी यही सवाल उठ रहा है कि क्या पुलिस के हाथ बड़े माफिया और सप्लायर के गिरेबां तक पहुंच पाएंगे.

तीन की पहले भी हो चुकी है मौत
खिड़कियां मोड़ की घटना से पहले भी गिरिडीह में अवैध विस्फोटकों के कारण एक साथ तीन लोगों की जान जा चुकी है. इससे पहले मई 2019 को जिले के गांडेय में हादसा हुआ था. उस वक्त गांडेय प्रखंड के पंदनाटांड गांव में बाइक की डिक्की से डेटोनेटर और जिलेटिन निकालने के क्रम में विस्फोट हो गया था. इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गई थी.

घटना के बाद काफी हो हंगामा हुआ तो कार्रवाई भी की गई, लेकिन धीरे-धीरे मामला शांत हो गया. गांडेय की इस घटना के अलावा पत्थर और माइका की अवैध खदानों में विस्फोटक की वजह से लोग घायल होते रहते हैं लेकिन ज्यादातर मामले को दबा दिया जाता है.

कोडरमा से रामगढ़ तक जुड़े तार
इस मामले की तफ्तीश यदि सही तरीके से की जाए तो विस्फोटकों को क्षेत्र में लाने और परिवहन करने के अवैध कारोबार में कई लोग शामिल मिल सकते हैं. इस विस्फोटक के सप्लाई के तार कोडरमा से लेकर रामगढ़ तक से जुड़े हैं. इस खतरनाक पदार्थ की आपूर्ति से लेकर खपाने तक के खेल में पत्थर और अभ्रक माफिया की सीधी संलिप्तता भी होने की बात कही जा रही है.

मिलीभगत से चलता है पूरा खेल
भाकपा माले नेता और धनवार क्षेत्र के पूर्व विधायक राजकुमार यादव कहते हैं कि अवैध खनन व विस्फोटक का खेल पूरी तरह मिलीभगत से चलता है. पूर्व में जब भी विस्फोटक पकड़ा गया, उस वक्त ही गिरोह का भंडाफोड़ हो जाता तो शायद तिसरी के चार लोगों की जान नहीं जाती.

संगठित गिरोह करता है सप्लाई
भाजपा नेता मनोज यादव का कहना है कि क्षेत्र में पत्थर, बैरल पत्थर, अभ्रक और सफेद पत्थर का काला कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है. यहां अवैध खदानों में डेटोनेटर और जिलेटिन रॉड इस्तेमाल किया जाता है. वह भी अवैध रूप से. उन्होंने मांग की कि इस दिशा में सख्त कदम उठाया जाए.

एसपी हुए सख्त
इधर, तिसरी में विस्फोट की घटना के बाद गिरिडीह के एसपी अमित रेणू अब सख्त नजर आ रहे हैं. एसपी अमित के सख्त तेवर के बाद जहां इस कांड के मुख्य आरोपी पूना महतो को जेल भेजा गया. वहीं, विस्फोटक को क्षेत्र में लाने वालों की खोज शुरू कर दी गई है. एसपी ने कहा कि इस तरह के अवैध कारोबार में चाहे जो भी शामिल हो किसी को बख्शा नहीं जाएगा.

ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी ने लिखी हेमंत सोरेन को चिट्ठी, बीजेपी ने कहा- चुनाव परिणाम आने से पहले ही मान ली हार

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.