तंजौर: कुंभकोणम के पास शिवपुरम गांव के रहने वाले नारायणसामी ने तमिलनाडु आइडल स्मगलिंग प्रिवेंशन यूनिट में एक शिकायत दर्ज कराई थी. शिकायत में कहा गया कि कुंभकोणम के शिवगुरुनाथन स्वामी मंदिर से सोमस्कंदर और देवी की मूर्तियों को चुरा लिया गया था और नकली मूर्तियों को पुरानी मूर्तियों से बदल दिया गया था. पुलिस की तस्करी विरोधी इकाई ने इस संबंध में एक मामला दर्ज किया और पांडिचेरी के पुरातत्व सर्वेक्षण में कल जिन मूर्तियों के लापता होने की सूचना मिली थी, उनकी एक पुरानी तस्वीर प्राप्त की. उनकी तुलना मौजूदा मूर्तियों की तस्वीरों से करने पर पता चला कि वे नकली मूर्तियां थीं. पुलिस की एंटी स्मगलिंग यूनिट को यकीन हो गया कि सोमस्कंदर और अम्मान की प्राचीन मूर्तियां चोरी हो गई हैं.
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इसके बाद, पुलिस की मूर्ति-विरोधी तस्करी इकाई ने चोरी हुए सोमस्कंदर और अम्मान की मूर्तियों की पुरानी तस्वीरों को कई संग्रहालय वेबसाइटों की पर खोजा. जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि सोमास्कंदर की मूर्ति कैलिफोर्निया के नॉर्टन साइमन संग्रहालय में और देवी की मूर्ति संयुक्त राज्य अमेरिका में डेनवर संग्रहालय में मिली है. जांच में यह भी पता चला है कि दोनों प्रतिमाओं को 60 साल पहले तस्करी कर संयुक्त राज्य अमेरिका लाया गया था. अब तमिलनाडु आइडल स्मगलिंग प्रिवेंशन यूनिट पुलिस संयुक्त राज्य अमेरिका से दोनों मूर्तियों को हासिल करने का प्रयास कर रही है. उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु आइडल स्मगलिंग प्रिवेंशन यूनिट पहले ही संयुक्त राज्य अमेरिका से 10 मूर्तियों को बरामद कर तमिलनाडु ला चुकी है.