लखनऊ : राजधानी स्थित सचिवालय के बापू भवन में अपर मुख्य सचिव नगर विकास (IAS) रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने सोमवार की दोपहर खुद को लाइसेंसी असलहे से गोली मार ली. साथी कर्मचारियों के मुताबिक, विशंभर दयाल बीते कुछ दिनों से गुमसुम सा रहता था वो अवसाद का शिकार था. हालांकि, उसने आत्महत्या करने की कोशिश क्यों की है, इसका खुलासा नहीं हो सका है. वहीं, लोहिया हॉस्पिटल के सीएमएस डॉक्टर भटनागर ने बताया कि विशंभर दयाल के सिर में गोली रह गई है. सिटी स्कैन हो गया है, जिसके बाद उन्हें आईसीयू में भर्ती किया गया है.
हुसैनगंज स्थित सचिवालय के बापू भवन के आठवें तल पर रूम नम्बर 824 में अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने लाइसेंसी असलहे से खुद को गोली मार कर आत्महत्या की कोशिश की है. गंभीर हालत में उन्हें लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया. विशंभर दयाल की हालत चिंताजनक बताई जा रही है.
एसीपी हजरतगंज राघवेंद्र मिश्रा के मुताबिक, अपर मुख्य सचिव नगर विकास रजनीश दुबे के निजी सचिव विशंभर दयाल ने सोमवार दोपहर करीब 1:45 बजे खुद को गोली मारी है, उन्हें इलाज के लिए केजीएमयू रेफर किया गया है. उनकी हालात गंभीर बताई जा रही है. पुलिस को घटनास्थल पर कुर्सी के करीब रिवाल्वर पड़ी मिली है. हालांकि, जन्माष्टमी के चलते सचिवालय में आज अवकाश था. फिर भी निजी सचिव किसी काम से ऑफिस आए थे. उन्हें ऑफिस में क्या काम था? इस विषय में कोई कुछ बता नहीं सका. पुलिस के मुताबिक निजी सचिव के कमरे के बगल वाले कमरे में एक अन्य नगर विकास के निजी सचिव एलएल गौतम मौजूद थे. गोली की आवाज सुनकर उन लोगों ने दरवाजा खटखटाया, लेकिन नहीं खुला तो सुरक्षाकर्मियों को सूचना दी गई. फिलहाल, पुलिस एलएल गौतम से पूछताछ कर रही है. फॉरेंसिक टीम मौके पर पहुंचकर घटना स्थल पर जांच कर रही है. पुलिस ने लाइसेंसी रिवाल्वर बरामद कर ली है उसे फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है.
कैसे पहुंची रिवाल्वर ?
एसीपी के मुताबिक, हजरतगंज सचिवालय में लाइसेंसी असलहे पर पूर्णतया प्रतिबंध है. सरकारी कर्मचारी हो या कोई बाहरी शख्स किसी को असलहा ले जाने की अनुमति नहीं है. लाइसेंसी असलहा लेकर विशंभर दयाल छुट्टी के दिन ऑफिस गए. उस दौरान उनकी किसी ने तलाशी नहीं ली? यह जांच का विषय है. इस बात की भी जांच की जा रही है क्या विशंभर दयाल रोज ड्यूटी पर लाइसेंसी असलहा लेकर जाते थे? या आज ही आत्महत्या की नीयत से असलहा लेकर आफिस आए थे.
विशंभर दयाल IAS रजनीश दुबे के काफी करीबी माने जाते हैं. विशंभर के करीबियों की मानें तो IAS रजनीश दुबे जहां भी तैनात रहे वहां दयाल उनके निजी सचिव रहे. नगर विकास से पूर्व रजनीश दूबे चिकित्सा शिक्षा में प्रमुख सचिव रहे. विशंभर दयाल भी वहां तैनात रहे. दयाल और रजनीश दुबे के रिश्तों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. कहा यहां तक जाता है कि, IAS रजनीश दुबे का विशंभर राजदार है. हालांकि, विशंभर दयाल के आत्महत्या का कारण जानने के लिए पुलिस घरेलू विवाद, ऑफिस में काम का दवाब और अन्य कई कारणों की गंभीरता से जांच कर रही है. लोहिया अस्पताल के बाद उन्हें इलाज के लिए केजीएमयू रेफर किया गया है.