अनंतनाग: कांग्रेस के पूर्व नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने दावा किया कि आतंकवादियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी. उन्होंने कहा कि उन्हें एक सहयोगी ने इस संबंध में सूचित किया.
दरअसल पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन ने कहा था कि कांग्रेस छोड़ने से पहले गुलाम नबी आजाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल के साथ बैठक की थी. इस पर गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह डोभाल से कभी नहीं मिले.
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि वह स्वतंत्र सोच वाले हैं और किसी को गुलाम बनाना नहीं जानते. आजाद ने कहा कि मैं खरीद-बिक्री की राजनीति नहीं करता. आजाद ने कहा कि उन्हें पहले भी इस तरह की कई धमकियां मिली हैं लेकिन वह धमकियों से नहीं डरते.
आजाद ने कहा कि वह विपक्ष के प्रमुख राजनेता रहे हैं. वह दिल्ली में किसी से भी मिल सकते हैं, जो एक राजनेता का काम है. उन्होंने किसी पार्टी या राजनीतिक नेता का नाम लिए बगैर कहा, 'गंदी राजनीति करने वाले नेता आतंकियों को खबर देते हैं.'
गौरतलब है कि एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने कहा था कि अनुच्छेद 370 (Article 370) जम्मू कश्मीर के विकास में बाधा नहीं था और दावा किया था कि तत्कालीन राज्य ने 30 सूचकांकों पर राष्ट्रीय औसत से बेहतर प्रदर्शन किया था.