ETV Bharat / bharat

पश्चिम बंगाल : कोयला प्लांट का लोहे का ढांचा ढहा, बाल-बाल बचे मजदूर - कोल माइन हैंडलिंग प्लांट में बड़ा हादसा

पश्चिम बंगाल में सोनपुर बाजारी कोल माइन हैंडलिंग प्लांट में बड़ा हादसा हुआ (Sonepur Bazari Coal Mine Coal handling plant). गनीमत ये रही कि किसी की जान नहीं गई. दरअसल प्लांट का लोहे का स्ट्रक्चर ढह गया. पढ़ें पूरी खबर.

Hundreds of worker escape
कोयला प्लांट
author img

By

Published : Oct 10, 2022, 9:37 PM IST

पांडवेश्वर : पांडवेश्वर में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के सोनपुर बाजारी कोल माइन कोल हैंडलिंग प्लांट (Coal Mine Coal handling plant) में सोमवार को बड़ा हादसा हुआ. कोल प्लांट का आयरन स्ट्रक्चर ढह गया ( Iron Structure of the Coal Plant collapsed). प्लांट के करीब 150 मजदूर बड़े हादसे से बाल-बाल बचे.

देखिए वीडियो

मजदूर संगठन ने हादसे में ईसीएल पर लापरवाही का आरोप लगाया. श्रमिकों ने शिकायत की कि नियमित रखरखाव के अभाव में इतना बड़ा हादसा हुआ. हालांकि अधिकारियों का कहना था कि मेंटेनेंस नियमानुसार चल रहा था.

उल्लेखनीय है कि सोनपुर बाजारी कोयला खदान के कोल हैंडलिंग प्लांट की संरचना लोहे से बनी है. सोमवार दोपहर प्लांट के करीब 150 कर्मचारी लंच के लिए निकले थे, तभी लोहे का ढांचा गिर गया.

हालांकि दुर्घटनास्थल पर कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन वे किसी तरह भाग निकले. सत्ताधारी दल के इंटक पांडवेश्वर प्रखंड के अध्यक्ष रामचरित पासवान ने भी ईसीएल अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. प्लांट के एक कर्मचारी नोजेन रुइदास ने भी अधिकारियों के खिलाफ रोष जताया. हालांकि, ईसीएल अधिकारियों ने अपनी ओर से किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया.

गौरतलब है कि हाल ही में कोयला मंत्रालय (ministry of coal) ने झरिया (झारखंड) (Jharia Jharkhand) और रायगंज (पश्चिम बंगाल) (Raiganj West Bengal) कोयला क्षेत्रों से सटे रहने वाले लोगों के पर्यावरणीय चिंता, अवैध खनन और पुनर्वास पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) (The Office of the Prime Minister) को एक रिपोर्ट सौंपी है.

पढ़ें- कोयला मंत्रालय ने झारखंड व पश्चिम बंगाल की खदानों पर पीएमओ को सौंपी रिपोर्ट

पांडवेश्वर : पांडवेश्वर में ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड के सोनपुर बाजारी कोल माइन कोल हैंडलिंग प्लांट (Coal Mine Coal handling plant) में सोमवार को बड़ा हादसा हुआ. कोल प्लांट का आयरन स्ट्रक्चर ढह गया ( Iron Structure of the Coal Plant collapsed). प्लांट के करीब 150 मजदूर बड़े हादसे से बाल-बाल बचे.

देखिए वीडियो

मजदूर संगठन ने हादसे में ईसीएल पर लापरवाही का आरोप लगाया. श्रमिकों ने शिकायत की कि नियमित रखरखाव के अभाव में इतना बड़ा हादसा हुआ. हालांकि अधिकारियों का कहना था कि मेंटेनेंस नियमानुसार चल रहा था.

उल्लेखनीय है कि सोनपुर बाजारी कोयला खदान के कोल हैंडलिंग प्लांट की संरचना लोहे से बनी है. सोमवार दोपहर प्लांट के करीब 150 कर्मचारी लंच के लिए निकले थे, तभी लोहे का ढांचा गिर गया.

हालांकि दुर्घटनास्थल पर कुछ लोग मौजूद थे, लेकिन वे किसी तरह भाग निकले. सत्ताधारी दल के इंटक पांडवेश्वर प्रखंड के अध्यक्ष रामचरित पासवान ने भी ईसीएल अधिकारियों के खिलाफ शिकायत की है. प्लांट के एक कर्मचारी नोजेन रुइदास ने भी अधिकारियों के खिलाफ रोष जताया. हालांकि, ईसीएल अधिकारियों ने अपनी ओर से किसी भी तरह की लापरवाही से इनकार किया.

गौरतलब है कि हाल ही में कोयला मंत्रालय (ministry of coal) ने झरिया (झारखंड) (Jharia Jharkhand) और रायगंज (पश्चिम बंगाल) (Raiganj West Bengal) कोयला क्षेत्रों से सटे रहने वाले लोगों के पर्यावरणीय चिंता, अवैध खनन और पुनर्वास पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) (The Office of the Prime Minister) को एक रिपोर्ट सौंपी है.

पढ़ें- कोयला मंत्रालय ने झारखंड व पश्चिम बंगाल की खदानों पर पीएमओ को सौंपी रिपोर्ट

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.