चंडीगढ़: हरियाणा की राजधानी में चंडीगढ़ में देशभर के हुनरमंदों को मंच प्रदान करने के लिए हुनर हाट मेले का आयोजन (Hunar Haat chandigarh 2022) किया जा रहा है. आज से शुरू हो रहे इस मेले में देशभर के शिल्पकार हिस्सा लेंगे. इस मेले का आयोजन केंद्र सरकार की ओर से करवाया जा रहा है, जिसमें इन कलाकारों को सभी सुविधाएं केंद्र सरकार की ओर से ही दी जाएंगी. मेले का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी करेंगे.
मेले में लगेंगे 360 स्टॉल: इसबार मेले का आयोजन चंडीगढ़ सेक्टर-17 के परेड ग्राउंड में किया जा रहा है. मेले में करीब 360 स्टाल लगाए गए हैं, जिसमें से 300 स्टाल शिल्पकारों और दस्तकारों के लिए हैं, जबकि 60 स्टाल फूड कोर्ट में लगाए गए हैं. यहां आने वाले वेजिटेरियन और नॉन वेजिटेरियन खाना पसंद करने वालों का भी खास ख्याल रखा गया है और इसी के लिए अलग-अलग फूड कोर्ट बनाए गए हैं. वेजिटेरियन फूड कोर्ट को गांव की थीम पर बनाया गया है, जिसमें हर स्टाल में अलग-अलग राज्य के फूड आइटम होंगे, ताकि लोग अलग-अलग राज्यों में खाए जाने वाले व्यंजनों का लुफ्त उठा सकें. जैसे राजस्थान के स्टाल में दाल बाटी चूरमा, गुजरात के स्टाल में फाफड़ा-जलेबी, दक्षिण भारतीय राज्यों के स्टाल में इडली-डोसा एवं उत्तर प्रदेश के स्टाल में बिरयानी सहित अन्य स्वादवादु व्यंजन मिलेंगे.
इस मेले का आयोजन केंद्र सरकार के अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जिसका मकसद होता है कि विभिन्न राज्यों के कलाकारों को एक मंच प्रदान करना, जहां पर कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर सकें और अपने उत्पादों को बेचकर पैसे भी कमा सकें. इस मेले में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर नागालैंड-मिजोरम तक के कलाकार आते हैं. इन लोगों के आने का सारा प्रबंध केंद्र सरकार की ओर से किया जाता है.
यह भी पढ़ें-सूत का जादूगर: चारपाई में बनाया ताजमहल और राजस्थान का नक्शा...सिहोड़िया के कलाकार विक्रम का अद्भुत हुनर
कब से कब तक चलेगा मेला? हुनर हाट में शामिल होने के लिए देश के कोने-कोने से आने वाले कलाकारों के आने-जाने, रहने और खाने का इंतजाम भी केंद्र सरकार की ओर से किया जाता है. इतना ही नहीं हर स्टाल मालिक को सरकार की ओर से प्रतिदिन 1 हजार रूपए भी दिए जाते हैं. इस मेले में चंडीगढ़ के लोगों को न सिर्फ अलग-अलग राज्यों के शिल्पकार द्वारा बनाए गए सामान को खरीदने का मौका मिलेगा, बल्कि एक ही स्थान पर विभिन्न प्रकार के व्यंजनों को चखने का भी एक अलग तरह का अनुभव होगा. यह मेला, 25 मार्च से 3 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा.