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पश्चिम बंगाल: राज्यपाल सीवी आनंद को मिली जेड प्लस सुरक्षा

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. गृह मंत्रालय ने उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है.

Etv BharatWest Bengal: Governor CV Anand gets Z plus security (file photo)
Etv Bharatपश्चिम बंगाल: राज्यपाल सीवी आनंद को मिली जेड प्लस सुरक्षा (फाइल फोटो)
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Published : Jan 4, 2023, 9:10 AM IST

Updated : Jan 4, 2023, 10:42 AM IST

कोलकाता: गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है. राज्यपाल पर खतरे को लेकर खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा और अधिक पुख्ता करने का फैसला लिया है.

इसके तहत उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. कहा जा रहा है कि खुफिया विभाग ने खतरे के आकलन की रिपोर्ट की गृह मंत्रालय की सौंपी थी. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडो अब राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे. रिपोर्ट के अनुसार राज्यपाल बनने से पहले सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की जांच कमेटी में शामिल थे.

बता दें कि रिटायर्ड आईएएस सीवी आनंद बोस ने गत वर्ष 23 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. राजभवन में एक कार्यक्रम में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के अन्य मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की उपस्थिति में उन्हें पद की शपथ दिलाई थी.

क्या होती है जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा? : जेड प्लस सुरक्षा देश की दूसरी बड़ी सुरक्षा है. इसमें 36 सुरक्षाकर्मी होते है. इनमें 10 एनएसजी और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) कमांडो होते हैं ,साथ ही कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं. देश के बड़े नेताओं, अधिकारियों और शख्सियतों की सुरक्षा अत्यंत कड़ी करने के लिए यह सुरक्षा प्रदान किया जाता है. यह सुरक्षा घेरा पूर्व प्रधानमंत्रियों, मंत्रियों को दी जाती है. इसमें सुरक्षा का मजबूत घेरा उपलब्ध कराया जाता है. ये देश की एसपीजी के बाद दूसरी सबसे खास सुरक्षा है. जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला केंद्र सरकार करती है.

ये भी पढ़ें- त्रिपुरा के पूर्व CM बिप्लब देब के घर पर हमला, आगजनी और वाहनों में तोड़फोड़

खुफिया विभागों की रिपोर्ट पर जेड प्लस की सुरक्षा वीआईपी लोगों को दी जाती है. जेड सुरक्षा भी दो तरह की होती है. एक जेड प्लस (Z Plus) और दूसरी जेड (Z Security). आमतौर पर केंद्र के बड़े मंत्रियों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है. देश में सुरक्षा व्यवस्था को चार श्रेणियों में बांटा गया है. जेड प्लस (zed plus) , जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X) श्रेणी. इन सुरक्षा घेरा के बारे में सरकार निर्णय लेती है कि इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा देनी है. सरकार खतरे के आधार पर यह सुरक्षा घेरा वीवीआईपी को प्रदान करती है.

कोलकाता: गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी है. राज्यपाल पर खतरे को लेकर खुफिया रिपोर्ट मिलने के बाद यह कदम उठाया गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा और अधिक पुख्ता करने का फैसला लिया है.

इसके तहत उन्हें जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है. कहा जा रहा है कि खुफिया विभाग ने खतरे के आकलन की रिपोर्ट की गृह मंत्रालय की सौंपी थी. केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के कमांडो अब राज्यपाल सीवी आनंद बोस की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे. रिपोर्ट के अनुसार राज्यपाल बनने से पहले सीवी आनंद बोस पश्चिम बंगाल में चुनाव बाद हिंसा की जांच कमेटी में शामिल थे.

बता दें कि रिटायर्ड आईएएस सीवी आनंद बोस ने गत वर्ष 23 नवंबर को पश्चिम बंगाल के नए राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. राजभवन में एक कार्यक्रम में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राज्य के अन्य मंत्रियों और विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी की उपस्थिति में उन्हें पद की शपथ दिलाई थी.

क्या होती है जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा? : जेड प्लस सुरक्षा देश की दूसरी बड़ी सुरक्षा है. इसमें 36 सुरक्षाकर्मी होते है. इनमें 10 एनएसजी और विशेष सुरक्षा समूह (SPG) कमांडो होते हैं ,साथ ही कुछ पुलिसकर्मी भी शामिल होते हैं. देश के बड़े नेताओं, अधिकारियों और शख्सियतों की सुरक्षा अत्यंत कड़ी करने के लिए यह सुरक्षा प्रदान किया जाता है. यह सुरक्षा घेरा पूर्व प्रधानमंत्रियों, मंत्रियों को दी जाती है. इसमें सुरक्षा का मजबूत घेरा उपलब्ध कराया जाता है. ये देश की एसपीजी के बाद दूसरी सबसे खास सुरक्षा है. जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला केंद्र सरकार करती है.

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खुफिया विभागों की रिपोर्ट पर जेड प्लस की सुरक्षा वीआईपी लोगों को दी जाती है. जेड सुरक्षा भी दो तरह की होती है. एक जेड प्लस (Z Plus) और दूसरी जेड (Z Security). आमतौर पर केंद्र के बड़े मंत्रियों और राज्यों के मुख्यमंत्रियों को जेड प्लस सुरक्षा दी जाती है. देश में सुरक्षा व्यवस्था को चार श्रेणियों में बांटा गया है. जेड प्लस (zed plus) , जेड (Z), वाई (Y) और एक्स (X) श्रेणी. इन सुरक्षा घेरा के बारे में सरकार निर्णय लेती है कि इन चार श्रेणियों में किसे कौन से स्तर की सुरक्षा देनी है. सरकार खतरे के आधार पर यह सुरक्षा घेरा वीवीआईपी को प्रदान करती है.

Last Updated : Jan 4, 2023, 10:42 AM IST
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