नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को पंजाब और दिल्ली के एक भाजपा प्रतिनिधिमंडल को 19 नवंबर को गुरु पर्व (गुरु नानक जयंती) से पहले करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने का आश्वासन दिया.
दिल्ली में अमित शाह के साथ बैठक के बाद भाजपा नेता अश्विनी शर्मा ने संवाददाताओं से कहा, 'गृह मंत्री ने हमें आश्वासन दिया कि वह सभी आवश्यक कदम उठाएंगे ताकि गुरु पर्व (Gurpurab) से पहले करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोला जा सके.'
तिरुपति (आंध्र प्रदेश) में दक्षिणी क्षेत्रीय परिषद की बैठक में भाग लेने के बाद राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के तुरंत बाद शाह ने नई दिल्ली में सुनहरी बाग स्थित अपने आवास पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की.
शर्मा ने कहा कि कोविड महामारी के कारण करतारपुर कॉरिडोर लंबे समय से बंद है और अब जब भारत कोविड वैक्सीन की 100 करोड़ से अधिक डोज लगा चुका है और मामले भी कम हो रहे हैं, ऐसे में सरकार कॉरिडोर को फिर से खोलने के लिए निश्चित रूप से कदम उठा सकती है.
इससे पहले दिन में, भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोले जाने की अपील की.
बीएसएफ के अधिकार क्षेत्र को 15 किलोमीटर से बढ़ाकर 50 किलोमीटर करने के केंद्र के फैसले का विरोध करने के पंजाब सरकार के कदम पर प्रतिक्रिया देते हुए शर्मा ने कहा कि पंजाब में सत्ताधारी पार्टी इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है.
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भाजपा नेता शर्मा ने कहा, 'पहले, जब 15 किमी क्षेत्राधिकार था, तो भारत के संघीय ढांचे का कोई उल्लंघन नहीं था और अब भी केंद्र और राज्यों के बीच कोई टकराव नहीं होगा. बल्कि असामाजिक गतिविधियों में शामिल लोगों को समस्या हो सकती है.
पंजाब के उद्योग और वाणिज्य मंत्री गुरकीरत सिंह ने भी केंद्र सरकार से करतारपुर कॉरिडोर को फिर से खोलने का आग्रह किया है. उन्होंने मीडिया से कहा, 'भाजपा इसे एक राजनीतिक हथियार बनाने की कोशिश कर रही है जिसके लिए वे यह सब कर रहे हैं.'
उन्होंने कहा कि हमारे मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से भी यही आग्रह किया था क्योंकि यह आस्था का विषय है. बता दें कि गुरकीरत सिंह, भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला-2021 के दौरान आयोजित पंजाब दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.