जम्मू : कश्मीर वैली में टारगेट किलिंग को लेकर कश्मीरी पंडित और हिंदू समुदाय की नाराजगी खत्म नहीं हुई है. कश्मीर में तैनात सैकड़ों हिंदू कर्मचारी पहले ही वापस जम्मू लौट चुके हैं. सोमवार को इन कर्मचारियों ने कि प्रेस क्लब के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. इन कर्मचारियों की मांग है कि जब तक घाटी में शांति बहाल नहीं हो जाती, उनकी पोस्टिंग कश्मीर के बाहर की जाए . प्रदर्शन में ऑल माइनॉरिटीज एंप्लॉयीज एसोसिएशन, कश्मीर से जुड़े कर्मचारी शामिल हुए, जिन्हें प्रधानमंत्री रोजगार पैकेज के तहत घाटी में तैनात किया गया है.
प्रदर्शन के दौरान कर्मचारियों ने तख्तियों पर हमारे खून की कीमत पर हमारा पुनर्वास न करें जैसे भावुक नारे लिखे. उन्होंने केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन पर घाटी में उनके जीवन की रक्षा करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी की. घाटी में तैनात हिंदू समुदाय को सुरक्षित स्थानों पर तैनात करने के प्रशासन के फैसले से नाराज प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार के इस कदम से हमारे बच्चे अनाथ और 'हमारी पत्नियां विधवा हो जाएंगी. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि उनका तबादला घाटी से बाहर किया जाए, क्योंकि कश्मीर में उनका जीवन दांव पर लगा है. एक अन्य कर्मचारी ने कहा, दिमाग में डर के साथ काम करने से हम परेशान महसूस कर रहे हैं और हम अपने काम पर फोकस करने में असमर्थ हैं. इन प्रदर्शनकारियों ने घाटी के भीतर सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के सरकार के आश्वासन को खारिज कर दिया.
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