मंडी: हिमाचल की सभी 68 सीटों पर मतदान शुरू हो गया है. सराज सीट पर भी मतदान जारी है. सीएम जयराम ठाकुर ने अहौंण मतदान केंद्र में अपना वोट डाल दिया है. वोट डालने से पहले सीएम जयराम ठाकुर ने अपनी कुलदेवी के दर्शन किए और उसके बाद पोलिंग बूथ पर आए. सीएम जयराम ठाकुर ने वोट डालने के बाद कहा कि सभी लोग अपने मत का प्रयोग करें और लोकतंत्र के इस महा पर्व का हिस्सा बनें.
उन्होंने वोट की अहमियत पर बल दिया. (CM Jairam Thakur cast his vote). उन्होंने कहा कि सभी लोग लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए मतदान करें और प्राथमिकता के आधार पर वोट करें. अहौंण मतदान केंद्र में सीएम जयराम ठाकुर के साथ उनकी धर्मपत्नी साधना ठाकुर और उनकी दो बेटियां भी मौजूद रहीं. इस दौरान सीएम जयराम ठाकुर ने सभी से मतदान करने की अपील की. सीएम जयराम ठाकुर ने दावा की शानदार और ऐतिहासिक जीत होगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बनेगी और पहले से ज्यादा वोटों से जीतकर हिमाचल में भाजपा आएगी.
बता दें कि सराज विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के प्रत्याशी के तौर पर जयराम ठाकुर एक बार फिर से चुनावी मैदान में हैं तो उन्हें कड़ी टक्कर कांग्रेस के उम्मीदवार चेतराम ठाकुर देंगे. 57 साल के जयराम ठाकुर पांच चुनाव भाजपा पार्टी से ही लड़े और पांचों चुनावों 1998, 2003, 2007, 2012, 2017 में जीत हासिल की. वहीं, चेतराम ठाकुर 62 साल के हैं और कांग्रेस में दो बार मिल्कफेड के चेयरमैन रह चुके हैं. चेतराम ठाकुर ने साल 2003 और 2017 में कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा लेकिन हार गए. जयराम ठाकुर ने ही इन्हें हराया था. (Seraj voting percentage 2022) (Voting in Seraj)
इस सीट पर राजपूतों का प्रभाव: सबसे ज्यादा इस सीट पर राजपूत बिरादरी का प्रभाव माना जाता है. जयराम ठाकुर की इस सीट पर मजबूत पकड़ मानी जाती है. लेकिन कांग्रेस को उम्मीद है कि इस बार चेतराम कमाल करके दिखाएंगे. राजपूत बिरादरी पर इनकी पकड़ भी अच्छी मानी जाती है. जयराम ठाकुर के सामने अपनी सीट बचाने की चुनौती है तो वहीं, चेतराम ठाकुर को इस सीट पर अपना कब्जा करना होगा.
दोनों प्रत्याशियों के पास बेहतर अनुभव: जयराम ठाकुर 1986 में एबीवीपी के संयुक्त प्रदेश सचिव, 1989 से 93 तक जम्मू-कश्मीर में संगठन, 1993 से 95 तक भाजयुमो के प्रदेश सचिव और प्रदेश अध्यक्ष, 2000 से 2003 तक जिला मंडी भाजपा अध्यक्ष और 2003 से 2005 तक भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष, 2006 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रहे. 1998 में पहली बार चच्योट से विधायक चुने गए. धूमल सरकार में पंचायती राज मंत्री बने. 2012 में सराज से चुनाव लड़े और जीते. 2017 में हिमाचल के सीएम बने. वहीं, चेतराम ठाकुर 1990 से राजनीति में सक्रिय हैं. चेतराम ठाकुर पहली बार 1991 में पंचायत प्रधान बने. 1995 में बीडीसी का चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. वहीं, वह दो बार चुनाव भी लड़ चुके हैं लेकिन हार गए.