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NEET UG 2022: कोटा में परीक्षा केंद्र पर ड्रेसकोड को लेकर विवाद, छात्राओं को हिजाब पहनकर दिया प्रवेश - महिला के लिए नीट ड्रेस कोड

राजस्थान के कोटा के मोदी कॉलेज के सेंटर पर रविवार को कुछ छात्राएं हिजाब पहनकर नीट परीक्षा (NEET UG 2022) देने आई थी. पुलिस ने उन्हें मुख्य द्वार पर ही रोककर हिजाब पहनकर अंदर जाने के लिए मना किया, लेकिन बाद छात्राओं को हिजाब पहनकर ही प्रवेश दे दिया गया. जानिए पूरा मामला...

hijab wearing student got entry
छात्राओं को हिजाब पहनकर दिया प्रवेश
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Published : Jul 18, 2022, 11:30 AM IST

Updated : Jul 18, 2022, 11:57 AM IST

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से रविवार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा (National Eligibility cum Entrance Test) आयोजित की गई है. कोटा के दादाबाड़ी थाना इलाका स्थित मोदी कॉलेज सेंटर पर रविवार को ड्रेसकोड को लेकर विवाद (Controversy over dress code) सामने आया. सेंटर पर 4 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर पहुंचीं, जिन्हें गेट पर ही पुलिस वालों ने रोक लिया. लेकिन छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया. पुलिस ने छात्राओं को समझाया और ड्रेसकोड का हवाला दिया, फिर भी वो नहीं मानीं. बाद में उनसे लिखित में लिया गया कि परीक्षा को लेकर कोई भी निर्णय होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगी. इसके बाद छात्राओं को हिजाब पहनकर ही प्रवेश दे दिया गया.

मामले के अनुसार इन छात्राओं को मुख्य द्वार पर ही रोक लिया गया और हिजाब पहनकर जाने के लिए मना किया. काफी देर तक बहस के बाद ऑब्जर्वर को बुलाया गया, उसके बाद ऑब्जर्वर ने लिखित में लिया कि परीक्षा के दौरान नियमों का उल्लंघन हुआ तो जिम्मेदारी स्वयं की होगी. छात्राओं ने यह बात लिखित में दी, उसके बाद उन्हें प्रवेश दिया गया. अंडरटेकिंग में साफ कहा गया कि यदि परीक्षा देने के बाद परिणाम या अन्य संबंधित कोई भी समस्याएं आई, तो उसकी जिम्मेदार वह खुद होंगी. यह पूरा निर्णय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का होगा.

छात्राओं को हिजाब पहनकर दिया प्रवेश

पढ़ें- NEET UG 2022 Paper Analysis: चार प्रश्नों पर एक्सपर्ट की आपत्ति, फार्मूला और फैक्ट बेस्ड Questions पर आधारित रहा प्रश्न पत्र

बता दें, नियमों के तहत नीट परीक्षा के दौरान स्टूडेंट फुल आस्तिन में भी नहीं आ सकते. जो छात्र या छात्राएं फूल आस्तिन के कपड़े पहनकर आते हैं उसके आस्तिन को काट दिया जाता है. कुंडल, बाली, घड़ी और अन्य सभी वस्तुओं को रख लिया जाता है, लेकिन कोटा में पहली बार देखने में आया कि छात्राएं अपने चेहरे को लपेट कर अंदर चली गई. उन्हें चेक किया गया था.

कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से रविवार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा (National Eligibility cum Entrance Test) आयोजित की गई है. कोटा के दादाबाड़ी थाना इलाका स्थित मोदी कॉलेज सेंटर पर रविवार को ड्रेसकोड को लेकर विवाद (Controversy over dress code) सामने आया. सेंटर पर 4 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर पहुंचीं, जिन्हें गेट पर ही पुलिस वालों ने रोक लिया. लेकिन छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया. पुलिस ने छात्राओं को समझाया और ड्रेसकोड का हवाला दिया, फिर भी वो नहीं मानीं. बाद में उनसे लिखित में लिया गया कि परीक्षा को लेकर कोई भी निर्णय होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगी. इसके बाद छात्राओं को हिजाब पहनकर ही प्रवेश दे दिया गया.

मामले के अनुसार इन छात्राओं को मुख्य द्वार पर ही रोक लिया गया और हिजाब पहनकर जाने के लिए मना किया. काफी देर तक बहस के बाद ऑब्जर्वर को बुलाया गया, उसके बाद ऑब्जर्वर ने लिखित में लिया कि परीक्षा के दौरान नियमों का उल्लंघन हुआ तो जिम्मेदारी स्वयं की होगी. छात्राओं ने यह बात लिखित में दी, उसके बाद उन्हें प्रवेश दिया गया. अंडरटेकिंग में साफ कहा गया कि यदि परीक्षा देने के बाद परिणाम या अन्य संबंधित कोई भी समस्याएं आई, तो उसकी जिम्मेदार वह खुद होंगी. यह पूरा निर्णय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का होगा.

छात्राओं को हिजाब पहनकर दिया प्रवेश

पढ़ें- NEET UG 2022 Paper Analysis: चार प्रश्नों पर एक्सपर्ट की आपत्ति, फार्मूला और फैक्ट बेस्ड Questions पर आधारित रहा प्रश्न पत्र

बता दें, नियमों के तहत नीट परीक्षा के दौरान स्टूडेंट फुल आस्तिन में भी नहीं आ सकते. जो छात्र या छात्राएं फूल आस्तिन के कपड़े पहनकर आते हैं उसके आस्तिन को काट दिया जाता है. कुंडल, बाली, घड़ी और अन्य सभी वस्तुओं को रख लिया जाता है, लेकिन कोटा में पहली बार देखने में आया कि छात्राएं अपने चेहरे को लपेट कर अंदर चली गई. उन्हें चेक किया गया था.

Last Updated : Jul 18, 2022, 11:57 AM IST
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