कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से रविवार को देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा (National Eligibility cum Entrance Test) आयोजित की गई है. कोटा के दादाबाड़ी थाना इलाका स्थित मोदी कॉलेज सेंटर पर रविवार को ड्रेसकोड को लेकर विवाद (Controversy over dress code) सामने आया. सेंटर पर 4 मुस्लिम छात्राएं हिजाब पहनकर पहुंचीं, जिन्हें गेट पर ही पुलिस वालों ने रोक लिया. लेकिन छात्राओं ने हिजाब हटाने से इनकार कर दिया. पुलिस ने छात्राओं को समझाया और ड्रेसकोड का हवाला दिया, फिर भी वो नहीं मानीं. बाद में उनसे लिखित में लिया गया कि परीक्षा को लेकर कोई भी निर्णय होगा, उसके लिए वो खुद जिम्मेदार होंगी. इसके बाद छात्राओं को हिजाब पहनकर ही प्रवेश दे दिया गया.
मामले के अनुसार इन छात्राओं को मुख्य द्वार पर ही रोक लिया गया और हिजाब पहनकर जाने के लिए मना किया. काफी देर तक बहस के बाद ऑब्जर्वर को बुलाया गया, उसके बाद ऑब्जर्वर ने लिखित में लिया कि परीक्षा के दौरान नियमों का उल्लंघन हुआ तो जिम्मेदारी स्वयं की होगी. छात्राओं ने यह बात लिखित में दी, उसके बाद उन्हें प्रवेश दिया गया. अंडरटेकिंग में साफ कहा गया कि यदि परीक्षा देने के बाद परिणाम या अन्य संबंधित कोई भी समस्याएं आई, तो उसकी जिम्मेदार वह खुद होंगी. यह पूरा निर्णय नेशनल टेस्टिंग एजेंसी का होगा.
बता दें, नियमों के तहत नीट परीक्षा के दौरान स्टूडेंट फुल आस्तिन में भी नहीं आ सकते. जो छात्र या छात्राएं फूल आस्तिन के कपड़े पहनकर आते हैं उसके आस्तिन को काट दिया जाता है. कुंडल, बाली, घड़ी और अन्य सभी वस्तुओं को रख लिया जाता है, लेकिन कोटा में पहली बार देखने में आया कि छात्राएं अपने चेहरे को लपेट कर अंदर चली गई. उन्हें चेक किया गया था.