नई दिल्ली : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने शुक्रवार को भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति पर सरकार की आलोचना करते हुए पूछा कि क्या यह उच्च राजकोषीय घाटे, मुद्रास्फीति और रुपये में गिरावट के बाद भी अर्थव्यवस्था का स्वास्थ्य पिंक है. उन्होंने सरकार पर चालू वित्त वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य से पीछे हटने पर भी सवाल उठाए.
वित्त वर्ष 2022-23 के लिए एफडी लक्ष्य 6.4 प्रतिशत पर निर्धारित करने के बाद सरकार पीछे हट रही है. अब सरकार कह रही है कि वह 'एफडी को 6.7 प्रतिशत पर रखने की कोशिश करेगी', जो कि वित्त वर्ष 2021-22 के स्तर के समान है. उन्होंने पूछा उच्च एफडी, उच्च मुद्रास्फीति, भारी एफपीआई की वापसी (Foreign Portfolio investors outflow), रुपये की गिरावट, विदेशी मुद्रा भंडार में कमी - वे किस ओर इशारा करते हैं? क्या भारतीय अर्थव्यवस्था स्वास्थ्य के गुलाबी रंग में है." कांग्रेस पार्टी और उसके नेता सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल उठा रहे हैं और भाजपा सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को "कुप्रबंधन" करने का आरोप लगा रहे हैं.
यह भी पढ़ें-बाईं पसली में फ्रैक्चर के बाद चिदंबरम बोले, 'मैं ठीक हूं'
पीटीआई