बैतूल। मौसम की मार झेल रहे ग्रामीणों को नदी पर पुल नहीं होने के कारण परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. आजादी के बाद आज तक इस गांव का विकास नहीं हुआ है. लोगों की मजबूरी यह है कि, पुल ना होने के कारण आज भी गर्भवती महिलाओं को बारिश के समय खाट पर लिटा कर नदी पार करनी पड़ती है. लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार करते हैं. इनकी यह समस्या एक दिन की नहीं है, बल्कि हर बारिश में इन्हें इस स्थिति का सामना करना पड़ता है.
वर्षों से समस्याएं झेल रहे ग्रामीण: बैतूल के विकासखंड शाहपुर के ग्राम पंचायत पावरझंडा के अन्तर्गत ग्राम जामुनढाना की नदी पर पुल न होने से लोगों का आवागमन बाधित हो रहा है. बुधवार को ग्रामीणों ने जान जोखिम में डालकर गर्भवती महिला को खटिया पर लिटाकर नदी पार करवाई. कई सालों से यह समस्या होने के बाद भी अब तक प्रशासन की ओर से कोई पहल नहीं हो सकी है. पुल निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीण पहले भी शिकायत कर चुके हैं. लेकिन समस्या अब भी जस की तस है. जयस ब्लॉक प्रवक्ता अंकुश कवड़े ने बताया कि, 'शासन और प्रशासन ग्रामीणों की समस्या की अनदेखी कर रहा है. पूर्व में भी इस समस्या से प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है'.
नदी में फंसे ग्रामीण, रेस्क्यू कर निकाला बाहर: घोड़ाडोंगरी तहसील के रानीपुर थाना क्षेत्र के छोटा महादेव भोपाली के पास सोमवार दोपहर नदी में अचानक बाढ़ आने से महिलाएं एवं बच्चे नदी के बीच में फंस गए. महिलाओं एवं बच्चों ने जैसे-तैसे पेड़ को पकड़कर अपने आप को बचाया, जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने महिलाओं और बच्चों को रस्सी के सहारे सुरक्षित बाहर निकाला. रानीपुर थाना प्रभारी सरविन्द धुर्वे ने बताया कि, 'छोटा महादेव भोपाली के पास सोमवार दोपहर अचानक नदी में बाढ़ आ गई, इसी दौरान नदी पार कर रही महिलाएं और बच्चे बीच नदी में फंस गए. महिलाओं और बच्चों ने नदी में गिरे एक पेड़ के सहारे खुद को बचाया. जिसके बाद वहां उपस्थित लोगों की मदद से महिलाओं को रेस्क्यू कर सुरक्षित बाहर निकाला गया'.