जूनागढ़ : गुजरात के दक्षिण हिस्से और सौराष्ट्र क्षेत्र के कई जिलों में भारी बारिश होने से बांधों एवं नदियों में जलस्तर खतरे के निशान तक पहुंच गया तथा शहरी क्षेत्रों एवं कुछ गांवों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गयी. जूनागढ़ में महज 3 घंटे में 10 इंच तक हुई बारिश से जनजीवन काफी प्रभावित हुआ है. जूनागढ़ में कई कार और मवेशी पानी की तेज धार में बह गये। शहर में शनिवार शाम चार बजे तक पिछले आठ घंटे में 219 मिलीमीटर बारिश हुई है। लोग सुरक्षित स्थानों तक पहुंचने के लिए कमर तक पानी में चलते हुए नजर आए. उनमें से कुछ को पानी की तेज धार से बचाने के लिए स्वयंसेवियों ने मदद की. भवनाथ कलवा चौक और मोतीबाग इलाके में विकट स्थिति उत्पन्न हो गयी है. पानी का बहाव इतना था कि जूनागढ के सक्करबाग प्राणी संग्रहालय में भी पानी भर गया. जिसके कारण जानवरों का रेस्क्यू किया गया.
नवसारी और जूनागढ़ जिले बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. बारिश के कारण कई आवासीय क्षेत्रों और बाजारों में पानी भर गया. प्रशासन ने लोगों से एहतियात बरतने का अनुरोध किया है और उनसे किसी अप्रिय घटना या आकस्मिक स्थिति में नियंत्रण कक्ष से संपर्क करने की अपील की है. लोगों को बांधों या उनके आसपास के क्षेत्रों में नहीं जाने की चेतावनी दी गयी है। निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव दलों को तैनात किया गया है.
दक्षिण गुजरात में नवसारी जिले में भारी बारिश हुई तथा बाढ़ के कारण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में आम जनजीवन पटरी से उतर गया. राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि जिले के नवसारी और जलालपोर तालुका में सुबह छह बजे से शाम चार बजे तक क्रमश: 303 और 276 मिलीमीटर बारिश हुई है. एक अधिकारी ने बताया कि नवसारी में एक व्यक्ति और उनका पुत्र उफनते नाले में बह गये. व्यक्ति को तो बचा लिया गया है तथा उसके बेटे का पता लगाने की कोशिश की जा रही है.
अतिरिक्त जिलाधिकारी केतन जोशी ने बताया कि शनिवार सुबह महज कुछ घंटों में 200 मिलीमीटर से अधिक वर्षा होने से गलियों एवं निचले क्षेत्रों में जलभराव हो गया. उन्होंने बताया कि इससे शहर में यातायात जाम हो गया और समन्वित प्रयासों से स्थिति को संभाला गया. अधिकारियों ने बताया कि बाढ़ के कारण नवसारी के निकट मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात जाम लग गया. राज्य आपात अभियान केंद्र ने बताया कि देवभूमि द्वारका, भावनगर, भरूच, सूरत, तापी, वलसाड और अमरेली ऐसे अन्य जिले हैं जहां शनिवार को भारी बारिश हुई.
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने दक्षिण गुजरात तथा सौराष्ट्र-कच्छ के जिलों में रविवार सुबह तक भारी बारिश होने की चेतावनी दी है. विभाग ने 22 जुलाई से 26 जुलाई तक उत्तरी गुजरात के तटवर्ती क्षेत्रों में मछुआरों को समुद्र में मछली पकड़ने के लिए नहीं जाने की सलाह दी है.
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(एक्सट्रा इनपुट-एजेंसी)