बेंगलुरु : कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार की रात और बुधवार की सुबह भारी बारिश हुई जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. वहीं बारिश से दो मजदूरों की मौत हो गई. शव सुबह कावेरी राज्य 5 परियोजना के पाइपलाइन कार्यस्थल से बरामद किए गए. बताया गया कि तीन व्यक्तियों ने साइट में प्रवेश किया था लेकिन इनमें से केवल एक ही जीवित बच सका. डीसीपी (पश्चिम) संजीव पाटिल के मुताबिक, उपकार लेआउट बस स्टैंड के पास उल्लाल उपनगर में मंगलवार रात भारी बारिश के बाद यह हादसा हुआ. शहर में बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि और तीन दिनों तक भारी बारिश जारी रहने की संभावना है.
घटना की सूचना मिलने के बाद राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को शहर के बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया और दोनों प्रवासी कामगारों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की. मृतकों की पहचान बिहार के देवब्रत और उत्तर प्रदेश के अंकित कुमार के रूप में हुई है. हादसे में एक अन्य मजदूर त्रिलोक सुरक्षित निकलने में सफल रहा. ये लोग शाम पांच बजे बारिश के दौरान काम कर रहे थे. शाम सात बजे तक जलस्तर काफी बढ़ गया था. जिससे वह बाहर नहीं आ सके. दो ठेकेदारों को सुरक्षित बचा लिया गया है और इंजीनियरों की भूमिका की जांच की जा रही है. बताया गया कि मामले की जांच ज्ञानभारती पुलिस थाना कर रहा है.
मुख्यमंत्री बोम्मई ने उन लोगों के लिए भी 25,000 रुपये मुआवजे की भी घोषणा की, जिनके घर बारिश के पानी से भर गए थे. बताया जा रहा है कि शहर के हजारों घरों में पानी भर गया है. उन्होंने कहा कि जहां आवश्यक है वहां भोजन की व्यवस्था की जा रही है. रिहायशी इलाकों में पानी के बार-बार बहने के बारे में पूछे जाने पर बोम्मई ने कहा कि यह शहर के भौगोलिक इलाके के कारण है. 800 किलोमीटर बरसाती पानी की नालियों का काम पूरा किया जाना है, जबकि 400 किलोमीटर पर अभी काम पूरा होना बाकी है. इस साल, हम काम शुरू करेंगे और इसे पूरा करेंगे.
उन्होंने कहा कि जब भी तेज बारिश होती है, तो नाले ओवरफ्लो हो जाते हैं, जिससे परेशानी होती है. ड्रेनेज सिस्टम की मरम्मत कई वर्षों से लंबित है और इसका स्थाई समाधान निकाला जाएगा. बोम्मई ने कहा, 'मैंने इस उद्देश्य के लिए 1600 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं.' लगातार बारिश ने दक्षिण कन्नड़, उत्तर कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों में तबाही मचाई है. मैसूर जिला भी बारिश से प्रभावित है. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चेतावनी दी है कि बारिश तीन दिनों तक जारी रहेगी.
बारिश से बेंगलुरु केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (केआईएएल) राजमार्ग पर यातायात दो घंटे से अधिक समय तक प्रभावित रहा. बेंगलुरू में भारी बारिश से कई मुख्य सड़कों पर पेड़ भी उखड़ गए, जिससे वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ है. बेंगलुरु शहरी, बेंगलुरु ग्रामीण, चामराजनगर, चिक्कबल्लापुर, चिक्कमगलूर, चित्रदुर्ग, दावणगेरे, हासन, कोडागु, कोलार, मांड्या, मैसूरु, रामनगर, शिवमोग्गा और तुमकुरु जिलों में 19 और 20 मई के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है. जानकारों का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम अरब सागर पर आए चक्रवात के कारण अगले 24 घंटों में आंधी-तूफान के साथ तेज बारिश और बिजली गिरने की संभावना है.
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इसके चलते राज्य के तटीय जिलों और पहाड़ी क्षेत्रों में बुधवार के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है. जानकारों का कहना है कि दक्षिण-पश्चिम अरब सागर में चक्रवात की वजह से अगले 24 घंटों में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. बेंगलुरु में बुधवार को बूंदाबांदी हुई. हालांकि, मंगलवार देर रात शहर में हुई भारी बारिश ने सामान्य जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. बेंगलुरु केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा राजमार्ग पर यातायात बाधित हो गया. दो घंटे से अधिक समय तक वाहन सड़क पर फंसे रहे.