मुंबई : महाराष्ट्र में मंगलवार को दही हांडी उत्सव (dahi handi celebration) को लेकर तीखी सियासत देखने को मिली. पहले मनसे और भाजपा कार्यकर्ताओं ने त्योहार मनाने की कोशिश की और बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. मनसे प्रमुख राज ठाकरे (MNS chief Raj Thackeray ) ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मुद्दे को लेकर राज्य सरकार पर हमला बोला है.
सीएम उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray ) ने इस बीच कहा कि उन्हें दही हांडी का उत्साह भी याद आ रहा है, लेकिन कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई सरकार की पहली प्राथमिकता है.
मनसे ने मनाया दही हांडी
भले ही कोविड-19 महामारी के मद्देनजर समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया हो, लेकिन महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (Maharashtra Navnirman Sena) के कार्यकर्ताओं ने मुंबई, ठाणे और पड़ोसी पालघर जिले में पारंपरिक 'दही हांडी' उत्सव को छोटे स्तर पर मनाया.
मनसे नेता बाला नंदगांवकर (MNS leader Bala Nandgaonkar) ने काला चौकी (Kala Chauki) में दही हांडी मनाई. पुलिस ने नंदगांवकर और अन्य कार्यकर्ताओं को कोविड -19 मानदंडों का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया.
दही हांडी मनाने के लिए घाटकोपर जा रहे भाजपा विधायक राम कदम (BJP MLA Ram Kadam) को भी उनके खार स्थित घर पर पुलिस ने रोक दिया. पुलिस ने कहा कि मंगलवार को सेंट्रल मुंबई (central Mumbai) के वर्ली इलाके में दही हांडी कार्यक्रम आयोजित करके कोविड-19 मानदंडों का उल्लंघन करने के लिए MNS के चार कार्यकर्ताओं और नौ अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
आधी रात को दही हांडी
सोमवार आधी रात के आसपास महिलाओं सहित बड़ी संख्या में मनसे कार्यकर्ता ठाणे शहर के नौपाड़ा में एकत्र हुए और इलाके में ऊंचाई पर एक 'दही हांडी' (दही से भरा मिट्टी का बर्तन) लटका दिया.
उन्होंने एक पिरामिड बनाया और एक महिला कार्यकर्ता ऊपर चढ़ गई और दही के बर्तन को तोड़ दिया. एक अधिकारी ने कहा कि शहर की पुलिस ने बाद में पार्टी के पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
मनसे ठाणे-पालघर इकाई के प्रमुख अविनाश जाधव (Avinash Jadhav), जिन्हें दही हांडी समारोह की अनुमति देने की मांग पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए गिरफ्तार किया गया था और बाद में रिहा कर दिया गया था. वह देर रात आयोजित कार्यक्रम के दौरान उपस्थित थे.
पार्टी के कई कार्यकर्ताओं ने सोमवार देर रात ठाणे के वर्तक नगर और पालघर जिले के नालासोपारा (vartak Nagar and in Nalasopara) इलाके में भी इसी तरह के समारोह आयोजित किए.
कोविड प्रोटोकॉल सभी के लिए समान होने चाहिए
मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने आरोप लगाया कि एमवीए सरकार मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए अपने लाभ के लिए कोविड -19 स्थिति का उपयोग कर रही है.
राज ने सरकार पर कुछ लोगों के लिए कोविड-19 नियमों में चुनिंदा ढील देने का आरोप लगाया और भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा (Jan Ashirwad Yatra) और शिवसेना विधायक के बेटे द्वारा एक मंदिर में एक अनुष्ठान करने का उल्लेख किया.
उन्होंने कहा कि भाजपा के मंत्री जन आशीर्वाद यात्रा आयोजित कर सकते हैं .शिवसेना विधायक भास्कर जाधव (MLA Bhaskar Jadhav) के बेटे रत्नागिरी के एक मंदिर में पूजा कर सकते हैं.
इन घटनाओं का मतलब है कि राज्य सरकार आसानी से कोविड-19 मानदंडों में ढील दे रही है. अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग नियम हैं. यदि राज्य सरकार किसी भी सख्त कोविड प्रोटोकॉल को लागू करना चाहती है, तो यह सभी राजनीतिक दलों और संगठनों के लिए समान होना चाहिए. मैं एक दो दिन में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करूंगा और मंदिर खोलने की अपनी मांग पर जोर देने की रणनीति तैयार करूंगा.
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सरकार त्योहारों के खिलाफ नहीं
महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे (Maharashtra CM Uddhav Thackeray ) ने कहा कि वह प्रतिबंधों के कारण दही हांडी के उत्साह को याद कर रहे हैं, जो त्योहार के सार्वजनिक समारोह की अनुमति नहीं देते .
उन्होंने कहा कि मुझे यह स्वीकार करना होगा कि मैं पिछले कुछ वर्षों से दही हांडी के उत्साह और समारोहों को याद कर रहा हूं. मैं व्यक्तिगत रूप से अतीत में ऐसे कुछ कार्यक्रमों में शामिल हुआ था. MVA सरकार किसी त्योहार के खिलाफ नहीं बल्कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ रही है. महामारी एक राज्य प्रायोजित कार्यक्रम (state sponsored programme) नहीं है.
उन्होंने कहा कि सभी को सामाजिक जीवन के दौरान उन दिशानिर्देशों का पालन करना होगा, जो दुनिया भर में आम हैं.
ठाकरे ने कहा कि यहां तक कि केंद्र सरकार ने भी राज्यों से त्योहारों के दौरान सावधानी बरतने को कहा है. यह देश की आजादी की लड़ाई नहीं है. यहां लोगों की जिंदगी दांव पर लगी है.