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दिल्ली में गर्मी, कर्नाटक और केरल में जारी रहेगी बारिश, मध्य प्रदेश में चलेगी गर्म हवा

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 19 अप्रैल तक नॉर्थ-वेस्ट इंडिया और मध्य प्रदेश में गर्म हवा चलने की संभावना जताई है. वहीं पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी हिमालय के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, गरज और हल्की बारिश हो सकती है. अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति संभव है.

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दिल्ली में गर्मी तो कर्नाटक और केरल में जारी रहेगी बारिश, मध्य प्रदेश में चलेगी गर्म हवा
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Published : Apr 16, 2022, 8:13 AM IST

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि 17-19 अप्रैल के दौरान राजस्थान और 17-18 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति होने की संभावना है. 19 अप्रैल तक इन क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में हीट वेव की स्थिति होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश में 18 अप्रैल तक; 16-18 अप्रैल के दौरान जम्मू संभाग पर. 17-19 अप्रैल के दौरान उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में और शनिवार को बिहार और गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में गर्म हवा की संभावना है.

इधर स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति संभव है. आईएमडी के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है. उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है. जबकि असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना : पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, केरल और दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी हिमालय के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, गरज और हल्की बारिश हो सकती है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले सप्ताह तक भीषण गर्मी की लहर से राहत पाने वाले उत्तर-पश्चिम भारत क्षेत्र को फिर राहत मिल सकती है. अधिकतम तापमान में 42-43 की तुलना में 1-2 डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है.

पढ़ें : गर्मी के मौसम में ज्यादा चिल्ड पानी पीना भी बढ़ा सकता है समस्याएं

कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हुई बारिश : आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार को, गंगीय पश्चिम बंगाल के बांकुरा से अधिकतम अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति देखी गई. स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, तो कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हुई. दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के शेष हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हुई है.

जानिए कर्नाटक और केरल में बारिश का कारण : एक ट्रफ रेखा विदर्भ से आंतरिक कर्नाटक होते हुए केरल तक फैली हुई है. एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर है, एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण तमिलनाडु के ऊपर है. ये मौसमी पैरामीटर लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु और दक्षिण कर्नाटक में वर्षा की गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं. उपरोक्त राज्यों में 16 या 17 अप्रैल तक तेज बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है, उसके बाद तीव्रता कम हो जाएगी. इसके बाद हल्की छिटपुट बारिश जारी रह सकती है. स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक जम्मू कश्मीर और आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं के रूप में पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है. पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश और आसपास भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.

पढ़ें : दिल्ली सहित के कई राज्यों में पारा 40 के पार, कहीं-कहीं बारिश के आसार

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में चली आंधी : जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट बारिश हुई. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में आंधी, धूल भरी आंधी और हल्की बारिश हुई. छत्तीसगढ़, तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में छिटपुट हल्की बारिश हुई. जबकि पश्चिमी राजस्थान और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू का असर देखा गया. अलग- अलग जिन राज्यों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया, उनमें चंद्रपुर, महाराष्ट्र (43), डाल्टनगंज, झारखंड (43.6) और पानागढ़, ओडिशा (43.1) शामिल हैं. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा.

दिल्लीवालों को एक फिर गर्म दिन से पड़ेगा जूझना : दिल्ली के गुरुग्राम और नजफगढ़ को छोड़कर, दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान शुक्रवार को 41 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा. दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग में शुक्रवार को 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार के साथ पालम, लोधी रोड और आया नगर जैसी दक्षिणी दिल्ली की वेधशालाओं में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. जो कि पिछले सप्ताह के 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले कम है. तब भी ये सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक है. आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने कहा कि बारिश नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है. आईएमडी ने शनिवार को मुख्य रूप से साफ आसमान की भविष्यवाणी की है. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

पढ़ें : राहत : आज शाम से रात तक दिल्ली सहित कई राज्यों में चल सकती है धूल भरी आंधी

केरल में प्री-मानसून गतिविधियां, दर्ज की गई 128% अधिक वर्षा : स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक दक्षिण प्रायद्वीप के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से तेज बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं. वास्तव में, मार्च की दूसरी छमाही से केरल में प्री-मानसून गतिविधियां चल रही हैं, यही वजह है कि इस अवधि में केरल में 128% अधिक वर्षा हुई है. मार्च में दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर दो निम्न दबाव के क्षेत्र बन गए. जिससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तेज वर्षा हो रही है. अंडमान और निकोबार में 260 प्रतिशत अधिक वर्षा हो रही है. अप्रैल के महीने में कर्नाटक और तमिलनाडु भी इन मौसमी गतिविधियों की जद में आ गए हैं. कर्नाटक में 40% और तमिलनाडु में 32% अतिरिक्त बारिश हुई है.

नई दिल्ली: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा है कि 17-19 अप्रैल के दौरान राजस्थान और 17-18 अप्रैल को पंजाब, हरियाणा-चंडीगढ़-दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में भीषण गर्मी की स्थिति होने की संभावना है. 19 अप्रैल तक इन क्षेत्रों में अलग-अलग इलाकों में हीट वेव की स्थिति होने की संभावना है. हिमाचल प्रदेश में 18 अप्रैल तक; 16-18 अप्रैल के दौरान जम्मू संभाग पर. 17-19 अप्रैल के दौरान उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में और शनिवार को बिहार और गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में गर्म हवा की संभावना है.

इधर स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक, अगले 24 घंटों के दौरान, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू की स्थिति संभव है. आईएमडी के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान मध्य भारत में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है. उसके बाद 2-3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हो सकती है. देश के बाकी हिस्सों में अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव की संभावना नहीं है. जबकि असम, मेघालय और अरुणाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.

पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना : पूर्वोत्तर भारत, तमिलनाडु, केरल और दक्षिण कर्नाटक के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है. पूर्वोत्तर भारत और पश्चिमी हिमालय के बाकी हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है. पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में धूल भरी आंधी, गरज और हल्की बारिश हो सकती है. पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले सप्ताह तक भीषण गर्मी की लहर से राहत पाने वाले उत्तर-पश्चिम भारत क्षेत्र को फिर राहत मिल सकती है. अधिकतम तापमान में 42-43 की तुलना में 1-2 डिग्री सेल्सियस की कमी हो सकती है.

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कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हुई बारिश : आईएमडी के अनुसार, शुक्रवार को, गंगीय पश्चिम बंगाल के बांकुरा से अधिकतम अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पश्चिमी राजस्थान, हिमाचल प्रदेश, बिहार और गंगीय पश्चिम बंगाल में अलग-अलग इलाकों में लू की स्थिति देखी गई. स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक, पिछले 24 घंटों के दौरान, पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश, तो कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हुई. दक्षिण आंतरिक कर्नाटक, आंतरिक तमिलनाडु, केरल और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हुई. कर्नाटक और दक्षिण मध्य महाराष्ट्र के शेष हिस्सों में एक या दो मध्यम बारिश के साथ हल्की बारिश हुई है.

जानिए कर्नाटक और केरल में बारिश का कारण : एक ट्रफ रेखा विदर्भ से आंतरिक कर्नाटक होते हुए केरल तक फैली हुई है. एक चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण पूर्व अरब सागर के ऊपर है, एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण तमिलनाडु के ऊपर है. ये मौसमी पैरामीटर लक्षद्वीप, केरल, तमिलनाडु और दक्षिण कर्नाटक में वर्षा की गतिविधियों को बढ़ा रहे हैं. उपरोक्त राज्यों में 16 या 17 अप्रैल तक तेज बारिश की गतिविधियां जारी रहने की उम्मीद है, उसके बाद तीव्रता कम हो जाएगी. इसके बाद हल्की छिटपुट बारिश जारी रह सकती है. स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक जम्मू कश्मीर और आसपास के इलाकों में चक्रवाती हवाओं के रूप में पश्चिमी विक्षोभ देखा जा रहा है. पूर्वोत्तर उत्तर प्रदेश और आसपास भी चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.

पढ़ें : दिल्ली सहित के कई राज्यों में पारा 40 के पार, कहीं-कहीं बारिश के आसार

पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में चली आंधी : जम्मू कश्मीर, गिलगित-बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में छिटपुट बारिश हुई. पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में आंधी, धूल भरी आंधी और हल्की बारिश हुई. छत्तीसगढ़, तटीय ओडिशा और पश्चिम बंगाल में छिटपुट हल्की बारिश हुई. जबकि पश्चिमी राजस्थान और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में लू का असर देखा गया. अलग- अलग जिन राज्यों में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक दर्ज किया गया, उनमें चंद्रपुर, महाराष्ट्र (43), डाल्टनगंज, झारखंड (43.6) और पानागढ़, ओडिशा (43.1) शामिल हैं. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि अगले चार दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में अधिकतम तापमान में धीरे-धीरे 2-4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. उसके बाद कोई महत्वपूर्ण बदलाव नहीं होगा.

दिल्लीवालों को एक फिर गर्म दिन से पड़ेगा जूझना : दिल्ली के गुरुग्राम और नजफगढ़ को छोड़कर, दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान शुक्रवार को 41 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा. दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग में शुक्रवार को 38.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. आईएमडी के आंकड़ों से पता चलता है कि पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार के साथ पालम, लोधी रोड और आया नगर जैसी दक्षिणी दिल्ली की वेधशालाओं में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. जो कि पिछले सप्ताह के 42 से 43 डिग्री सेल्सियस के मुकाबले कम है. तब भी ये सामान्य से तीन से पांच डिग्री अधिक है. आईएमडी के एक वैज्ञानिक ने कहा कि बारिश नहीं होने के कारण यह स्थिति बनी है. आईएमडी ने शनिवार को मुख्य रूप से साफ आसमान की भविष्यवाणी की है. अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है.

पढ़ें : राहत : आज शाम से रात तक दिल्ली सहित कई राज्यों में चल सकती है धूल भरी आंधी

केरल में प्री-मानसून गतिविधियां, दर्ज की गई 128% अधिक वर्षा : स्काईमेट वेदर डॉट कॉम के मुताबिक दक्षिण प्रायद्वीप के कई हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से तेज बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ रहे हैं. वास्तव में, मार्च की दूसरी छमाही से केरल में प्री-मानसून गतिविधियां चल रही हैं, यही वजह है कि इस अवधि में केरल में 128% अधिक वर्षा हुई है. मार्च में दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर दो निम्न दबाव के क्षेत्र बन गए. जिससे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में तेज वर्षा हो रही है. अंडमान और निकोबार में 260 प्रतिशत अधिक वर्षा हो रही है. अप्रैल के महीने में कर्नाटक और तमिलनाडु भी इन मौसमी गतिविधियों की जद में आ गए हैं. कर्नाटक में 40% और तमिलनाडु में 32% अतिरिक्त बारिश हुई है.

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