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सरकार की चेतावनी, कोरोना से सावधानी जरूरी वरना भुगतने होंगे गंभीर परिणाम

स्वास्थ्य मंत्रालय (health ministry) ने कोरोना की संभावित तीसरी लहर को लेकर चेतावनी जारी की है. स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोरोना को नियंत्रित नहीं कर पाए तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

कोरोना को लेकर नहीं संभले तो भुगतने होंगे गभीर नतीजे
कोरोना को लेकर नहीं संभले तो भुगतने होंगे गभीर नतीजे
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Published : Jul 13, 2021, 6:08 PM IST

Updated : Jul 13, 2021, 7:17 PM IST

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने मंगलवार को चेतावनी जारी की कि लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं. मास्क पहनने पर असहज महसूस करने का बहाना बना रहे हैं, ऐसे में अगर हम Covid19 महामारी के प्रकोप को सीमित इलाकों तक नियंत्रित नहीं कर पाए तो 'हमें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.'

Covid19 के लिए बनाई गई राष्ट्रीय टास्क फोर्स (national task force on Covid19) के अध्यक्ष डॉ. वीके पॉल (Dr. VK Paul) ने कहा कि ' भारत में कोविड 19 के मामले कुछ क्षेत्रों में ही बढ़े हैं. हमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है क्योंकि कई देशों ने पहले ही महामारी की तीसरी लहर देखना शुरू कर दिया है.'

भारत के 13 राज्यों के 55 जिलों में वर्तमान में कोरोना के 10 प्रतिशत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, डॉ. पॉल का बयान उसी संदर्भ में है.

कुल केस में पांच राज्यों की स्थिति

केरल (30.0 प्रतिशत)
महाराष्ट्र (20.8 प्रतिशत)
तमिलनाडु (8.5 प्रतिशत)
आंध्र प्रदेश (7.3 प्रतिशत)
ओडिशा (6.5 प्रतिशत)
नियम सख्ती से पालन करने की जरूरत

डॉ. पॉल ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने आज पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी बैठक के दौरान भी यही चिंता व्यक्त की है. हमें कोविड-19 की गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने की जरूरत है.'

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ( joint secretary) लव अग्रवाल (Lav Agarwal) ने भी यही राय व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में कोविड-19 के मामलों में सुधार हो रहा है. हमें इसे बनाए रखने की जरूरत है. इसके लिए हमें कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की जरूरत है.' हाल के दिनों में लोगों के हिल स्टेशन जाने और बाजारों की भीड़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. देश में रोजाना नए मामलों की संख्या 7 मई को आए 414,188 केस से घटकर 13 जुलाई को 31,443 हो गई है.

आंकड़ों पर नजर

अग्रवाल ने कहा कि जिन जिलों में रोज 100 मामले आ रहे हैं उनकी संख्या 13 जुलाई को घटकर 73 हो गई है. अग्रवाल ने कहा, 'हमने पिछले 69 दिनों में उच्च मामलों के मामले में 458 जिलों में कमी देखी है.' उन्होंने कहा कि भारत में ठीक होने की दर भी मंगलवार को बढ़कर 97.3 प्रतिशत हो गई है, इसके अलावा 9-12 जुलाई के बीच साप्ताहिक मामले की सकारात्मकता दर (positivity rate) 2.5 प्रतिशत तक घट गई है, जो 30 अप्रैल से 6 मई के बीच दर्ज 21.6 प्रतिशत थी.
मास्क नहीं पहन रहे लोग

गैर सरकारी संगठनों और निजी संगठनों द्वारा किए गए अध्ययनों का जिक्र करते हुए अग्रवाल ने कहा कि 'कुछ लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं क्योंकि उन्हें असहज लगता है, सांस लेने में समस्या होती है. बहुत से लोग यह कहते हुए मास्क नहीं पहनते हैं कि सामाजिक दूरी बनाए हुए हैं.'

प्रधानमंत्री ने की समीक्षा
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सभी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक की और उनसे स्थिति पर काबू पाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की अपील की. पूर्वोत्तर राज्यों के कई जिलों में इस समय 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता देखी जा रही है. 'ईटीवी भारत' को गुवाहाटी से भाजपा सांसद रानी ओजा ने बताया, 'प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में कोरोना को लेकर प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा गया. पूर्वोत्तर राज्यों के कई जिलों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. कई जिले 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता दर की रिपोर्ट कर रहे हैं.'

पढ़ें- भारत की पहली कोरोना मरीज दोबारा हुई संक्रमित, स्वास्थ्य अधिकारियों ने की पुष्टि

उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को किसी भी संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए सभी सामाजिक दूरियों के मानदंडों का पालन करना चाहिए. 13 जुलाई को समाप्त सप्ताह में पूर्वोत्तर के 35 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता देखी जा रही है.

नई दिल्ली: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने मंगलवार को चेतावनी जारी की कि लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं. मास्क पहनने पर असहज महसूस करने का बहाना बना रहे हैं, ऐसे में अगर हम Covid19 महामारी के प्रकोप को सीमित इलाकों तक नियंत्रित नहीं कर पाए तो 'हमें गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं.'

Covid19 के लिए बनाई गई राष्ट्रीय टास्क फोर्स (national task force on Covid19) के अध्यक्ष डॉ. वीके पॉल (Dr. VK Paul) ने कहा कि ' भारत में कोविड 19 के मामले कुछ क्षेत्रों में ही बढ़े हैं. हमें स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है क्योंकि कई देशों ने पहले ही महामारी की तीसरी लहर देखना शुरू कर दिया है.'

भारत के 13 राज्यों के 55 जिलों में वर्तमान में कोरोना के 10 प्रतिशत से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, डॉ. पॉल का बयान उसी संदर्भ में है.

कुल केस में पांच राज्यों की स्थिति

केरल (30.0 प्रतिशत)
महाराष्ट्र (20.8 प्रतिशत)
तमिलनाडु (8.5 प्रतिशत)
आंध्र प्रदेश (7.3 प्रतिशत)
ओडिशा (6.5 प्रतिशत)
नियम सख्ती से पालन करने की जरूरत

डॉ. पॉल ने कहा, 'प्रधानमंत्री ने आज पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों के साथ अपनी बैठक के दौरान भी यही चिंता व्यक्त की है. हमें कोविड-19 की गाइड लाइन का सख्ती से पालन करने की जरूरत है.'

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव ( joint secretary) लव अग्रवाल (Lav Agarwal) ने भी यही राय व्यक्त करते हुए कहा कि भारत में कोविड-19 के मामलों में सुधार हो रहा है. हमें इसे बनाए रखने की जरूरत है. इसके लिए हमें कोविड -19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की जरूरत है.' हाल के दिनों में लोगों के हिल स्टेशन जाने और बाजारों की भीड़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि भारत में महामारी की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है. देश में रोजाना नए मामलों की संख्या 7 मई को आए 414,188 केस से घटकर 13 जुलाई को 31,443 हो गई है.

आंकड़ों पर नजर

अग्रवाल ने कहा कि जिन जिलों में रोज 100 मामले आ रहे हैं उनकी संख्या 13 जुलाई को घटकर 73 हो गई है. अग्रवाल ने कहा, 'हमने पिछले 69 दिनों में उच्च मामलों के मामले में 458 जिलों में कमी देखी है.' उन्होंने कहा कि भारत में ठीक होने की दर भी मंगलवार को बढ़कर 97.3 प्रतिशत हो गई है, इसके अलावा 9-12 जुलाई के बीच साप्ताहिक मामले की सकारात्मकता दर (positivity rate) 2.5 प्रतिशत तक घट गई है, जो 30 अप्रैल से 6 मई के बीच दर्ज 21.6 प्रतिशत थी.
मास्क नहीं पहन रहे लोग

गैर सरकारी संगठनों और निजी संगठनों द्वारा किए गए अध्ययनों का जिक्र करते हुए अग्रवाल ने कहा कि 'कुछ लोग मास्क नहीं पहन रहे हैं क्योंकि उन्हें असहज लगता है, सांस लेने में समस्या होती है. बहुत से लोग यह कहते हुए मास्क नहीं पहनते हैं कि सामाजिक दूरी बनाए हुए हैं.'

प्रधानमंत्री ने की समीक्षा
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सभी पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्री के साथ समीक्षा बैठक की और उनसे स्थिति पर काबू पाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाने की अपील की. पूर्वोत्तर राज्यों के कई जिलों में इस समय 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता देखी जा रही है. 'ईटीवी भारत' को गुवाहाटी से भाजपा सांसद रानी ओजा ने बताया, 'प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में कोरोना को लेकर प्रभावी कदम उठाने के लिए कहा गया. पूर्वोत्तर राज्यों के कई जिलों में कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है. कई जिले 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता दर की रिपोर्ट कर रहे हैं.'

पढ़ें- भारत की पहली कोरोना मरीज दोबारा हुई संक्रमित, स्वास्थ्य अधिकारियों ने की पुष्टि

उन्होंने जोर देकर कहा कि लोगों को किसी भी संभावित तीसरी लहर को रोकने के लिए सभी सामाजिक दूरियों के मानदंडों का पालन करना चाहिए. 13 जुलाई को समाप्त सप्ताह में पूर्वोत्तर के 35 जिलों में 10 प्रतिशत से अधिक सकारात्मकता देखी जा रही है.

Last Updated : Jul 13, 2021, 7:17 PM IST
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