नई दिल्ली: भारत में कोरोना का नया वेरिएंट मिला है. देश में ओमीक्रोन बीए.4 वेरिएंट का पहला केस सामने आया है जो हैदराबाद में मिला है. इसके बाद केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण (Union Health Secretary Rajesh Bhushan) ने शुक्रवार को सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड को लेकर दिशा निर्देशों का कड़ी से पालन के करने के लिए कहा है. भूषण ने राज्यों से टीकाकरण में भी तेजी लाने के निर्देश दिए हैं. केंद्र सरकार ने पूरे देश में 'मिशन की तरह' टीकाकरण अभियान चलाने की तात्कालिक जरूरत को रेखांकित किया है, ताकि मामलों में आई कमी को कायम रखा जा सके. सरकार ने इसके साथ ही शुक्रवार को सभी राज्यों को जून से दो महीने लंबे 'हर घर दस्तक' अभियान 2.0 की योजना बनाने की सलाह दी है.
भारत में ओमीक्रोन बीए.4 का पहला मामला इस महीने की 9 तारीख को हैदराबाद में दर्ज किया गया. भारतीय SARS Cov-2 कंसोर्टियम ऑन जीनोमिक्स (INSACOG) का कहना है कि दक्षिण अफ्रीका से आए एक डॉक्टर को Omicron BA.4 वेरिएंट का पता चला है. फिलहाल वेरिएंट का अध्ययन किया जा रहा है. बता दें कि ओमीक्रोन के BA.4 और BA.5 वेरिएंट की वजह से दक्षिण अफ्रीका और कई अन्य देशों में कोरोना की नई लहर बन गई थी.
हालांकि नए वेरिएंट को लेकर भारतीय वैज्ञानिकों ने कहा है कि बीए.4 वेरिएंट में कोई गंभीरता नहीं होगी. वहीं ईटीवी भारत से बात करते हुए एशियन सोसाइटी ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन के अध्यक्ष डॉ. तामोरिश कोले ने कहा कि बीए.4 ओमीक्रोन वेरिएंट का नया वेरिएंट है. लेकिन अपने पिछले वेरिएंट की तरह ही यह भी कम गंभीर होगा. उन्होंने कहा कि हमें कोविड को लेकर बरती जाने वाले निर्देशों का पालन करने की जरूरत है. कोले ने कहा कि देश भर में तेजी से किए गए टीकाकरण की वजह से कोविड-19 के खिलाफ काफी फायदा मिला है.
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इस बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बयान के मुताबिक मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आह्वान किया है कि वे सभी पात्र लाभार्थियों को कोविड-19 रोधी टीका लगाने के लिए टीककरण की गति बढ़ाएं. राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कहा गया है कि यह सक्रिय निगरानी और 'जिन टीकों की खराब होने की तारीख नजदीक है उनका पहले इस्तेमाल' के सिद्धांत को अपनाकर सुनिश्चित किया जा सकता है.
स्वास्थ्य सचिव ने हाल में कोरोना के मामलों में आई कमी को कायम रखने के लिए तत्काल 'मिशन की तरह' कोविड-19 से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान चलाने की जरूरत को रेखांकित किया। बयान के मुताबिक, भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को दो महीने लंबे 'हर घर दस्तक' अभियान 2.0 की योजना जिला, ब्लॉक और गांव स्तर पर विस्तृत कार्ययोजना के साथ बनाने की सलाह दी.
उन्होंने 'हर घर दस्तक 2.0' अभियान का उद्देश्य घर-घर जाकर पात्र आबादी को पहली, दूसरी और एहतियाती खुराक लगाना और संतृप्त अवस्था प्राप्त करना है. मंत्रालय ने इस दौरान वृद्धाश्रमों, स्कूलों और महाविद्यालयों (12 से 18 साल की आबादी के टीकाकरण के लिए), कारागार और ईंट भट्टों पर ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया है.