चंडीगढ़ : पीएम नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक के मामले को लेकर (Pm security breach case) हरियाणा में भी सियासी हलचल तेज हैं. शुक्रवार को सीएम मनोहर लाल और बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष ओपी धनखड़ (BJP State President OP Dhankhar) की अध्यक्षता में एक प्रतिनिधिमंडल हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय (Haryana CM Manohar Lal Meet Governor) से मिला. पंजाब में हुई पीएम की सुरक्षा चूक के घटनाक्रम को प्रतिनिधिमंडल ने निंदनीय बताया.
ज्ञापन देने के बाद इस मामले में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रेस वार्ता को संबोधित किया. जिसमें सीएम मनोहर लाल ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक को निंदनीय बताते हुए पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी पर गंभीर आरोप (Manohar Lal alleges Charanjeet Channi) भी लगाए हैं.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि 5 जनवरी को मैं और पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी भी कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े हुए थे. लेकिन मैं देख रहा था वो बार-बार उठकर जा रहे थे और उनमें काफी बेचैनी थी. जिसे देखकर लग रहा था कि कहीं ना कहीं कुछ ना कुछ तो जरूर चल रहा है. इस बात का अंदाजा उनकी बॉडी लैंग्वेज से लगाए जा सकता था. इसके साथ ही सीएम मनोहर लाल ने पंजाब में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है.
चंडीगढ़ में प्रेसवार्ता करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि मोदी अब तक के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्री हैं. उन्होंने देश के विभिन्न मुद्दे जो कई सालों से लंबित पड़े थे उन सब को हल किया है. राम मंदिर के निर्माण का रास्ता पीएम मोदी ने सुनिश्चित किया. CAA का कानून पीएम मोदी ने बनाया. कश्मीर से धारा 370 हटाई. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर बनाया. इसलिए करोड़ों लोगों की भावनाएं प्रधानमंत्री के साथ हैं.
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पार्टी के नेता राहुल गांधी के द्वारा अभी तक इस मामले पर खुलकर कुछ भी ना कहने को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि अगर हुए इस बात की निंदा करते हैं तो भी फंसते हैं और अगर वे मुख्यमंत्री पंजाब का साथ देते हैं तो भी फंसते हैं. इसलिए उनसे किसी भी तरह के बयान की उम्मीद करना बेमानी होगी.
कुछ कांग्रेसी नेताओं द्वारा इस मामले को लेकर पंजाब सरकार पर उठाए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि उनको उन कांग्रेस नेताओं के बयान तो पता नहीं. लेकिन इन लोगों ने इस मामले की जरूर निंदा की है. यह किसी व्यक्ति विशेष का मामला नहीं है यह देश के प्रधानमंत्री का मामला है. इसलिए उनके बयान सही है.
बता दें कि बुधवार (5 जनवरी, 2021) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के बठिंडा जिले में पहुंचे थे. यहां से उन्हें राष्ट्रीय शहीद स्मारक जाना था, लेकिन राष्ट्रीय शहीद स्मारक से तकरीब 30 किलोमीटर पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का काफिला जब फ्लाईओवर पर पहुंचा तो कुछ प्रदर्शनकारियों ने रास्ता रोक लिया.
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इसी वजह से मोदी के काफिले को 20 मिनट तक फ्लाईओवर पर इंतजार करना पड़ा. इसे पीएम की सुरक्षा में बड़ी चूक माना जा रहा है. प्रधानमंत्री की सुरक्षा में इस चूक पर गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार से जवाब मांगा है. गृह मंत्रालय ने पंजाब सरकार को इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.