भिवानी: हरियाणा के जिला भिवानी के गांव जुई के निवासी संजय के पास मुर्रा नस्ल की एक भैंस है. इस भैंस का नाम धर्मा है. धर्मा की उम्र महज 3 साल है और इसका रहन-सहन एकदम रानियों जैसा है. संजय ने बताया कि धर्मा हर रोज 40 किलो गाजर खाती है. ब्यांत के समय ही वह 15 लीटर दूध देती है. इस भैंस की 46 लाख रुपये तक बोली लग चुकी है. जबकि संजय धर्मा को इतने कम दाम पर नहीं बेचना चाहते.
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पहले ब्यांत में ही देती है 15 किलो दूध: हरियाणा में एक कहावत भी है कि जिसके घर काली, उसकी रोज दिवाली. ऐसा इसलिए क्योंकि बेहद खूबसूरत यह मुर्रा नस्ल की भैंस. भिवानी में गांव जुई निवासी संजय ने अपनी भैंस को बच्चों की तरह पाला है. जिसे धर्मा नाम दिया गया है. संजय की धर्मा भैंस महज 3 साल की है और ब्यांत में ही 15 किलो दूध देती है. इस भैंस की कीमत और खुराक जान कर आप हैरान रह जाएंगे.
लग्जरी है धर्मा का लाइफ स्टाइल: दरअसल, संजय ने बताया कि धर्मा की कीमत कुछ दिन पहले 46 लाख रुपये लग चुकी है. पर वह इसे कम से कम 61 लाख रुपये में बेचेगा. कीमत के साथ खुराक की बात करें तो संजय अपनी धर्मा को जन्म से ही हरा चारा, बढ़िया दाना और सर्दियों में हर रोज 40 किलो गाजर खिलाता है. वहीं, इसकी देखरेख और सेवा किसी राजा महाराजा से कम नहीं होती.
सुंदरता में भी सबसे आगे है धर्मा: संजय की धर्मा भैंस आसपास के जिलों और पंजाब तथा यूपी में भी सुंदरता में कई खिताब जीत चुकी है. धर्मा के मालिक संजय ही नहीं, बल्कि पशु चिकित्सक रितिक भी धर्मा की खूब तारीफ करते हैं. डॉ. रितिक ने बताया कि धर्मा सुंदरता को लेकर भैंसों की रानी है. साथ में यह भैंस कम बल्कि हाथी का बच्चा ज्यादा लगती है. उन्होंने कहा कि यह भैंस सुंदरता व नस्ल को लेकर शायद हरियाणा की सबसे सुंदर और बेहतर भैंस है.
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हरियाणा सरकार का पशुपालकों को समर्थन: आपको बता दें कि हरियाणा इन महंगी नस्ल की भैंसों की बदौलत देश में दुग्ध उत्पादन में सबसे आगे है. प्रदेश के पशुपालकों में महंगी व उच्च किस्म के कटड़े-कटड़ियों व भैंसों को पालने का एक बड़ा शौक भी है. किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकार भी समय-समय पर कई पशु प्रदर्शनियों का भी आयोजन करती है. राज्य सरकार बेहतर नस्ल वाले पशुओं को पालने वाले पशुपालकों को इनाम भी देती है.
विदेशों में भी लोकप्रिय है मुर्रा नस्ल: करनाल पशुपालन विभाग के अधिकारी डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि हरियाणा के मुर्रा नस्ल की भैंस भारत में ही नहीं विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है. मुर्रा नस्ल की भैंस अन्य नस्ल की भैंस से ज्यादा दूध देती है. मुर्रा भैंस औसतन एक दिन में 15 से 20 लीटर दूध दे देती है. वहीं अगर थोड़ी और अच्छी मेहनत करें तो हरियाणा मुर्रा नस्ल की भैंस एक दिन 30 लीटर तक दूध दे देती है.
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ये है मुर्रा भैंस की खासियत: उन्होंने बताया कि इस भैंस के सिंग छोटे और जलेबी आकार के होते हैं. मुर्रा नस्ल की भैंस की ऊंचाई 4 फीट 7 इंच तक होती है. जबकि इसका वजन 650 किलोग्राम तक होता है. मुर्रा भैंस के दूध की गुणवत्ता काफी अच्छी होती है. मुर्रा नस्ल की भैंस के दूध में 8% तक वास पाई जाती है. जबकि 40% तक प्रोटीन पाया जाता है. इस भैंस के शरीर का आकार काफी बड़ा होता है. लेकिन इसके सिर का आकार छोटा होता है और इसकी पूंछ लंबी होती है. जिसके चलते इसकी देखने में एक अलग ही खूबसूरती दिखाई देती है. इस भैंस के थन आकार में बड़े होते हैं. जिससे हर कोई आसानी से दूध निकाल सकता है.
'बादल' और 'शहंशाह' भी हैं मशहूर: हरियाणा में मुर्रा नस्ल के भैंसे काफी मशहूर हैं. इनमें से एक की कीमत 25 करोड़ रुपये तक है. इस भैंसे नाम शहंशाह है. हरियाणा के पानीपत जिले के डिडवाड़ी गांव के रहने वाले पशुपालक नरेंद्र सिंह शहंशाह के मालिक हैं. नरेंद्र के मुताबिक इसके शहंशाह के लिए उसे 25 करोड़ रुपये का ऑफर मिल चुका है, लेकिन नरेंद्र ने इसे बेचने से इंकार कर दिया. इसी तरह पानीपत में एक और मुर्रा नस्ल का भैंसा है. जिसका नाम बादल है. भैंसे के मालिक रविंद्र के मुताबिक 6 फीट लंबे इस भैंसे को खरीदने के लिए दूसरे पशुपालक 10 करोड़ रुपये तक की बोली लगा चुके हैं, लेकिन रविंद्र इसे बेचना नहीं चाहते.