देहरादून (उत्तराखंड): देश की संसद को कई दिनों तक प्रभावित करने वाले मिमिक्री प्रकरण पर विवाद जारी है. पहले इसे संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति के अपमान से जोड़ा गया और फिर एक जाति विशेष के अपमान की भी बात कही गई. उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अपमान से जुड़े इस मामले पर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत ने भी ईटीवी भारत से बात करते हुए अपने विचार रखें.
हरीश रावत ने कहा कि मिमिक्री एक कला है और इसके जरिए किसी का अपमान कैसे हो सकता है. उन्होंने कहा कि कार्टूनिस्ट कई कार्टून बनाते हैं और पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के समय उनके कई ऐसे व्यक्तिगत कार्टून बनाए गए जिस पर वह आपत्ति दर्ज कर सकते थे. लेकिन उन्होंने हमेशा ऐसे कार्टूनिस्ट को प्रोत्साहित किया. उन्होंने कहा कि भाजपा एक मनोरंजन पर विवाद खड़ा करके तिल का ताड़ बना रही है. आपत्ति की बात यह है कि महान जातियों को भी अब इस प्रकरण से जोड़ा जा रहा है.
पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगा इंडिया गठबंधन: हरीश रावत ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान I.N.D.I.A गठबंधन को लेकर अपनी राय रखते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन सीटों के बंटवारे को लेकर बेहतर तालमेल के साथ काम करेगा और सहयोगियों को साथ लेकर आगे चला जाएगा. साथ ही कुछ नए सहयोगी भी बनाए जाएंगे. उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में भी इंडिया गठबंधन पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ेगा.
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2024 में इंडिया गठबंधन की बनेगी सरकार: हाल ही में तीन बड़े राज्यों में कांग्रेस की हार पर भी हरीश रावत ने अपनी प्रतिक्रिया रखी. उन्होंने कहा कि 2024 के परिणाम के बाद भाजपा के गुब्बारे की हवा निकल जाएगी और जनता के सहयोग से इंडिया गठबंधन केंद्र में अपनी सरकार बनाएगा. उन्होंने कहा कि इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि भाजपा ने पिछले दिनों तीन राज्यों में जीत हासिल की है. उन्होंने स्पष्ट किया कि मोदी की गारंटी कि उन्होंने खुद ही हवा निकाल दी है और इंडिया गठबंधन पर जनता विश्वास कर रही है. आने वाले लोकसभा चुनाव में इसके परिणाम भी दिखाई देंगे.
भाजपा जानती है इवेंट का मैनेजमेंट: राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के मामले पर सवाल पूछे जाने को लेकर हरीश रावत ने कहा कि भगवान राम हमारे आराध्य और कोर्ट का फैसला आने के बाद सभी ने मंदिर के पक्ष में अपनी बात रखी है. यहां तक की मुस्लिम भाइयों ने भी अब मंदिर के निर्माण को स्वीकार किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा इवेंट के मैनेजमेंट को जानती है और केवल वहां मैनेजमेंट वालों का जमावड़ा ही तमाम कार्यक्रमों को पब्लिसिटी के माध्यम से आगे पहुंचाने का काम करता है.
सिलक्यारा हादसे से सरकार को लेना चाहिए सबक: सिलक्यारा में मजदूरों को बाहर निकालने को लेकर हरीश रावत ने कहा कि जब वहां पर यह अभियान चल रहा था, तब सभी की सांस अटक गई थी और जो काम कोई नहीं कर पाया वह कम रैट माइनर्स ने किया. इसलिए इस अभियान के असली हीरो रैट माइनर्स हैं. सरकार को ऐसी घटना से सबक लेना चाहिए और भविष्य के लिए सावधानी भी बरतनी चाहिए. यदि अब भी सरकार ने सबक नहीं लिया तो उत्तराखंड का भगवान ही मालिक है.
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मूल निवास के सवाल पर काटी कन्नी: इसके अलावा हरीश रावत से जब मूल निवास के बड़े अभियान को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने इस पर कन्नी काट ली. हालांकि उन्होंने इस सवाल पर भू कानून का जिक्र करते हुए कहा कि राज्य सरकार को जल्द से जल्द भू कानून लाना चाहिए. यदि भू कानून आ जाता है तो वे सभी चीज जो राज्य के विकास के हित में नहीं है, वे थम जाएगी. उन्होंने कहा कि भू कानून के साथ राज्य का अस्तित्व जुड़ा हुआ है. ऐसे मे सरकार को जल्द ही बैठक बुलाकर कानून बनाना चाहिए.
भाजपा के पक्ष में नहीं यूसीसी के प्रभाव: हरीश रावत ने यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) पर भी बोलते हुए कहा कि अब यह मुद्दा खत्म हो गया है. इसके पीछे की वजह यह है कि तमाम राज्यों में जो इसके प्रभाव दिखाई दे रहे हैं वह भाजपा को अपने पक्ष में नहीं लग रहे हैं. इसके अलावा हरीश रावत ने खुद के हरिद्वार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के सवाल पर कहा कि अपनी शादी की सूचना सबको अच्छी लगती है. यदि आपको मेरे चुनाव लड़ने की जगह का पता चले तो मुझे भी बताइएगा.
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