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उत्तराखंड में बिजली कटौती, विरोध में हरीश रावत धूप में बैठे, रखा एक घंटे का मौन व्रत

उत्तराखंड में इन दिनों बिजली संकट गहराता जा रहा है. घंटों तक बिजली कटौती से लोग परेशान हैं. वहीं, बिजली कटौती को लेकर विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है. इसी कड़ी में आज पूर्व सीएम हरीश रावत ने चिलचिलाती धूप में एक घंटे का मौन व्रत रखा. हरीश रावत ने कहा कि मेरे इस तप से उत्तराखंड का बिजली संकट कम हो, ऐसी कामना करता हूं.

Harish Rawat on silent fast
Harish Rawat on silent fast
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Published : Apr 22, 2022, 4:44 PM IST

देहरादून: उत्तराखंड में लगातार गहरा रहे बिजली संकट पर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) आज चिलचिलाती धूप में 1 घंटे तक बिजली संकट के विरोध में मौन व्रत पर बैठे रहे.

Harish Rawat on silent fast
हरीश रावत ने ट्वीट कर अपने विरोध के बारे में जानकारी दी.

उत्तराखंड में इन दिनों बिजली संकट (power crisis) अपने चरम पर है. सरकार से लगातार बिजली कटौती को लेकर सवाल किया जा रहा है. विपक्ष भी बिजली संकट पर मुखर होते दिख रहा है. विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का काम कर रहा है. बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने सचिवालय में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान सीएम ने बिजली कटौती को लेकर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही अव्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही.

हरीश रावत ने अपने एक घंटे के मौन व्रत को तप करार दिया.

वहीं, बिजली संकट को लेकर हरीश रावत राजपुर रोड स्थित अपने आवास पर सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक चिलचिलाती धूप में मौन व्रत पर बैठे रहे. उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी साझा की. हरीश रावत ने कहा कि सरकार को बिजली संकट को लेकर संवेदनशील होना पड़ेगा.

हरीश रावत ने कहा उनका एक घंटे तक कड़ी धूप में बिजली संकट को लेकर मौन व्रत (Silent fast regarding power crisis) करना एक तरह की तपस्या ही है. मेरे एक घंटे के इस तप से उत्तराखंड में बिजली संकट (power crisis in uttarakhand) कम हो, ऐसी कामना करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिजली सत्याग्रह (Electricity Satyagraha) के रूप में अभियान चलाना चाहिए और बिजली कटौती को लेकर सरकार से सवाल पूछना चाहिए.

पढ़ें : Fodder Scam Case : लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाई कोर्ट से मिली जमानत

देहरादून: उत्तराखंड में लगातार गहरा रहे बिजली संकट पर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इसी कड़ी में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Former Chief Minister Harish Rawat) आज चिलचिलाती धूप में 1 घंटे तक बिजली संकट के विरोध में मौन व्रत पर बैठे रहे.

Harish Rawat on silent fast
हरीश रावत ने ट्वीट कर अपने विरोध के बारे में जानकारी दी.

उत्तराखंड में इन दिनों बिजली संकट (power crisis) अपने चरम पर है. सरकार से लगातार बिजली कटौती को लेकर सवाल किया जा रहा है. विपक्ष भी बिजली संकट पर मुखर होते दिख रहा है. विपक्ष लगातार सरकार को घेरने का काम कर रहा है. बिजली संकट को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (Chief Minister Pushkar Singh Dhami) ने सचिवालय में संबंधित विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की. इस दौरान सीएम ने बिजली कटौती को लेकर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई. साथ ही अव्यवस्थाओं को सुधारने की बात कही.

हरीश रावत ने अपने एक घंटे के मौन व्रत को तप करार दिया.

वहीं, बिजली संकट को लेकर हरीश रावत राजपुर रोड स्थित अपने आवास पर सुबह 11 बजे से लेकर 12 बजे तक चिलचिलाती धूप में मौन व्रत पर बैठे रहे. उन्होंने इस संबंध में अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर जानकारी साझा की. हरीश रावत ने कहा कि सरकार को बिजली संकट को लेकर संवेदनशील होना पड़ेगा.

हरीश रावत ने कहा उनका एक घंटे तक कड़ी धूप में बिजली संकट को लेकर मौन व्रत (Silent fast regarding power crisis) करना एक तरह की तपस्या ही है. मेरे एक घंटे के इस तप से उत्तराखंड में बिजली संकट (power crisis in uttarakhand) कम हो, ऐसी कामना करते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बिजली सत्याग्रह (Electricity Satyagraha) के रूप में अभियान चलाना चाहिए और बिजली कटौती को लेकर सरकार से सवाल पूछना चाहिए.

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