देहरादून (उत्तराखंड): हरीश रावत को आज स्टिंग केस में अपना वॉय सैंपल देने दिल्ली जाना था. लेकिन हरीश रावत दिल्ली नहीं गए हैं. उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- #CBI ने आज मुझे दिल्ली अपने हेडक्वार्टर में Voice टेस्ट देने और कुछ प्रारंभिक जांच के लिए बुलाया है. जब जौलीग्रांट हिमालयन हॉस्पिटल में मुझे यह नोटिस सर्व किया जा रहा था, तो मैंने उसी नोटिस में यह आग्रह की प्राप्ति स्वीकार्य करते हुये यह आग्रह भी लिख दिया था कि शायद मैं एकाध महीने तक घंटों बैठकर जांच और इतनी लंबी यात्रा के लायक सक्षम नहीं रहूंगा.
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#CBI ने आज मुझे दिल्ली अपने हेड क्वार्टर में Voice टेस्ट देने और कुछ प्रारंभिक जांच के लिए बुलाया है। जब जौलीग्रांट..https://t.co/VwfqplUlIU..मेरे शुभचिंतक इसको राज्य की राजनीति में मेरा एक और छोटा सा ही सही योगदान मानकर के चलें।#CentralBureauofInvestigation pic.twitter.com/awYyP79ASf
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— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) November 6, 2023
कल मैंने लिखित तौर पर भी आवेदन CBI के हेडक्वार्टर में भेज दिया है. आज मैं अपने अधिवक्ता के माध्यम से भी इस निवेदन को सीबीआई तक पहुंचाऊंगा. मेरे कई मित्र सुबह से मुझे टेलीफोन कर अपनी चिंता कर व्यक्त कर चुके हैं, जिनमें राज्य के वरिष्ठ नेता शूरवीर सिंह सजवाण जी भी हैं. मैं अपने शुभचिंतकों से यह अवश्य आग्रह करना चाहूंगा कि वो लोगों से इस बात की चर्चा करें कि आखिर #HarishRawat पर किस अपराध के लिए CBI की जांच हो रही है !! यदि मामला दल-बदल को लेकर के है तो दल-बदल करने वाले अब और दल-बदल कर चुके हैं, और जब तक यह मामला अपने तार्किक परिणीति तक पहुंचेगा तब शायद कुछ और करवटें भी इस सारे प्रकरण में दिखाई देंगी.
माननीय हाईकोर्ट और माननीय सुप्रीम कोर्ट, जो सर्वोच्च निर्णयकर्ता हैं, वह इस सारे प्रकरण पर अपना निर्णय दे चुके हैं. राज्य की जनता भी दो बार उसके बाद नई सरकारों का गठन कर चुकी है. आखिर ऐसी कौन सी खुन्नस है जो वर्तमान सत्ता, हरीश रावत से निकालना चाहती है जिसके लिए सीबीआई की जांच को माध्यम बनाया जा रहा है! यह तथ्य तो सार्वजनिक होना चाहिए.
मैं कांग्रेस के लिए दधीचि के समान हूं. मेरे खिलाफ कोई भी उत्पीड़न कांग्रेस को शक्ति देगा. मुझे संतोष है, यदि मैं कांग्रेस को जिताने का काम और स्वयं चुनाव न जीत सका हूं. यदि कांग्रेस को मेरे खिलाफ सतत चल रही कार्रवाई से कुछ राजनीतिक लाभ प्राप्त होता है, तो मेरे शुभचिंतक इसको राज्य की राजनीति में मेरा एक और छोटा सा ही सही योगदान मानकर के चलें.
#CentralBureauofInvestigation
क्या है हरीश रावत स्टिंग प्रकरण? साल 2016 में उत्तराखंड में हरीश रावत की सरकार के दौरान राजनीतिक भूचाल आ गया था. कांग्रेस के 10 विधायकों ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी. ये विधायक बीजेपी से जा मिले थे. इसी दौरान एक सनसनीखेज स्टिंग सामने आया था. स्टिंग के वीडियो में हरीश रावत कथित तौर पर कुछ डीलिंग कर रहे हैं, ऐसा आरोप लगाया गया था. इसी मामले में सीबीआई स्टिंग से जुड़े लोगों और आरोपियों की आवाज का मिलान कर रही है. इसी सिलसिले में हरीश रावत को आज दिल्ली बुलाया गया था.
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