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हरीश रावत बोले- कैप्टन व सिद्धू के झगड़े से पंजाब कांग्रेस को फायदा होगा, विपक्ष ने साधा निशाना

पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच झगड़े को लेकर हरीश रावत द्वारा यह बयान दिया जाना कि झगड़े से पंजाब कांग्रेस को लाभ होगा. इसको लेकर विपक्ष ने निशाना साधते हुए कहा है कि जान बूझकर यह विवाद कराया जा रहा है जिससे लोगों का ध्यान मुद्दों से भटकाया जा सके.

हरीश रावत
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Published : Sep 8, 2021, 7:07 PM IST

Updated : Sep 8, 2021, 10:18 PM IST

चंडीगढ़ : पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के उस बयान ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा बढ़ा दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि कैप्टन और सिद्धू के झगड़े से पंजाब कांग्रेस को फायदा होगा. इस बयान को लेकर कई मायने लगाए जा रहे हैं, क्योंकि शुरू से ही विपक्ष पंजाब कांग्रेस पर यह आरोप लगता रहा है कि यह विवाद जान बूझकर करवाया जा रहा है जिससे पंजाब के मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके.

देखें वीडियो.

हरीश रावत के बयान को लेकर विपक्षी दल के नेता हरपाल चीमा ने कहा कि उनका बयान स्पष्ट करता है कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने जानबूझकर पंजाब के लोगों को लोक हित के मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसा किया. उन्होंने कहा कि आखिर हरीश रावत के बयान से आज सच्चाई सामने आ गई है. अब पंजाब के लोग समझ गए हैं और 2022 के चुनावों में पंजाब की जनता उन्हें सबक जरूर सिखाएगी जिससे कांग्रेस पार्टी ना सिर्फ पंजाब में बल्कि देश में भी कहीं खड़ी नहीं हो पाएगी.

इसीक्रम में अकाली दल के नेता कर्मबीर गोराया ने कहा कि हरीश रावत पढ़े लिखे व्यक्ति हैं लेकिन लोगों को मूर्ख बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि आपसे कांग्रेस का विवाद खत्म नहीं हो रहा था तो आपको हाई कमान को बताना चाहिए कि पंजाब में कुछ भी ठीक नहीं है और हालात काफी खराब हैं. गोराया ने कहा कि ऐसे में मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि किसी अन्य पार्टी को मौका मिल सके.

ये भी पढ़ें - पंजाब में फिर कैप्टन Vs सिद्धू की जंग : हरीश रावत नहीं निकाल पाए हल, अब सोनिया-राहुल करेंगे फैसला

वहीं भाजपा नेता विनीत जोशी ने कहा कि हरीश रावत कैप्टन और सिद्धू के बीच विवाद को नहीं सुलझा पाए साथ ही विपक्ष के द्वारा यह कहा जाता रहा है कि एक रणनीति के तहत पूरा ड्रामा रचा जा रहा है जिससे विपक्षी सिद्धू सरकार के खिलाफ बयान दें और विपक्ष की भूमिका में भी नजर आए. साथ ही लोग भ्रमित रहें. हरीश रावत के बयान से यह सच साबित होता दिखाई दे रहा है.

पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता जीएस बाली ने कहा कि वह हरीश रावत के बयान से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस की बात करते हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कांग्रेस की बात करते हैं ऐसे में चुनावों में दोनों कांग्रेस के बाद करेंगे,तो इसका फायदा कांग्रेस को ही होगा.

हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी में क्लेश कम होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि विवाद और बढ़ गया. जबकि हरीश रावत विवाद सुलझाने के लिए चंडीगढ़ का कई बार दौरा कर चुके हैं और दोनों लोगों से अलग-अलग मिल भी चुके हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों एक-दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं.

चंडीगढ़ : पंजाब में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच का विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. वहीं कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत के उस बयान ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा बढ़ा दी है जिसमें उन्होंने कहा है कि कैप्टन और सिद्धू के झगड़े से पंजाब कांग्रेस को फायदा होगा. इस बयान को लेकर कई मायने लगाए जा रहे हैं, क्योंकि शुरू से ही विपक्ष पंजाब कांग्रेस पर यह आरोप लगता रहा है कि यह विवाद जान बूझकर करवाया जा रहा है जिससे पंजाब के मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाया जा सके.

देखें वीडियो.

हरीश रावत के बयान को लेकर विपक्षी दल के नेता हरपाल चीमा ने कहा कि उनका बयान स्पष्ट करता है कि कांग्रेस पार्टी हाईकमान ने जानबूझकर पंजाब के लोगों को लोक हित के मुद्दों से भटकाने के लिए ऐसा किया. उन्होंने कहा कि आखिर हरीश रावत के बयान से आज सच्चाई सामने आ गई है. अब पंजाब के लोग समझ गए हैं और 2022 के चुनावों में पंजाब की जनता उन्हें सबक जरूर सिखाएगी जिससे कांग्रेस पार्टी ना सिर्फ पंजाब में बल्कि देश में भी कहीं खड़ी नहीं हो पाएगी.

इसीक्रम में अकाली दल के नेता कर्मबीर गोराया ने कहा कि हरीश रावत पढ़े लिखे व्यक्ति हैं लेकिन लोगों को मूर्ख बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि यदि आपसे कांग्रेस का विवाद खत्म नहीं हो रहा था तो आपको हाई कमान को बताना चाहिए कि पंजाब में कुछ भी ठीक नहीं है और हालात काफी खराब हैं. गोराया ने कहा कि ऐसे में मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए ताकि किसी अन्य पार्टी को मौका मिल सके.

ये भी पढ़ें - पंजाब में फिर कैप्टन Vs सिद्धू की जंग : हरीश रावत नहीं निकाल पाए हल, अब सोनिया-राहुल करेंगे फैसला

वहीं भाजपा नेता विनीत जोशी ने कहा कि हरीश रावत कैप्टन और सिद्धू के बीच विवाद को नहीं सुलझा पाए साथ ही विपक्ष के द्वारा यह कहा जाता रहा है कि एक रणनीति के तहत पूरा ड्रामा रचा जा रहा है जिससे विपक्षी सिद्धू सरकार के खिलाफ बयान दें और विपक्ष की भूमिका में भी नजर आए. साथ ही लोग भ्रमित रहें. हरीश रावत के बयान से यह सच साबित होता दिखाई दे रहा है.

पंजाब कांग्रेस के प्रवक्ता जीएस बाली ने कहा कि वह हरीश रावत के बयान से सहमत हैं. उन्होंने कहा कि नवजोत सिंह सिद्धू भी कांग्रेस की बात करते हैं और कैप्टन अमरिंदर सिंह भी कांग्रेस की बात करते हैं ऐसे में चुनावों में दोनों कांग्रेस के बाद करेंगे,तो इसका फायदा कांग्रेस को ही होगा.

हालांकि नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के बाद पार्टी में क्लेश कम होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि विवाद और बढ़ गया. जबकि हरीश रावत विवाद सुलझाने के लिए चंडीगढ़ का कई बार दौरा कर चुके हैं और दोनों लोगों से अलग-अलग मिल भी चुके हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों एक-दूसरे पर निशाना साधते रहते हैं.

Last Updated : Sep 8, 2021, 10:18 PM IST
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