हरिद्वारः बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर हो रही राजनीति पर हरिद्वार सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भड़क गए. उनका कहना है कि यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन कुछ लोग इस पर भी राजनीति कर रहे हैं. इसका राजनीतिकरण करना शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि वो खुद तीन बेटियों के पिता हैं और उन्हें भी पता है कि किसी भी माता पिता की बेटी के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए. उन्होंने साफतौर पर कहा कि जब तक दोषियों को दंड नहीं मिल जाता, तब तक वो चैन से बैठने वाले नहीं हैं.
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक (Haridwar MP Ramesh Pokhriyal Nishank) ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, ऐसी घटनाएं प्रदेश के लिए कलंकित करती है. यह कलंक हर कीमत पर मिटाया जाना चाहिए. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. उन्होंने अपील करते हुए कहा कि इसे राजनीति का मुद्दा न बनाएं. किसी भी माता पिता की बेटी के साथ ऐसी घटना हो, वो किसी को बर्दाश्त नहीं हो सकता है. इसलिए इस मामले में प्रदेश के सभी दल एकजुट हैं, दोषियों को सजा दिलाकर ही चैन लेंगे.
आरएसएस नेता की आपत्तिजनक टिप्पणी के सवाल पर नहीं दिया जबावः अंकिता भंडारी हत्याकांड में आरएसएस नेता विपिन कर्णवाल की आपत्तिजनक टिप्पणी के सवाल (RSS Leader Vipin Karnwal Controversial Post) पर डॉ. निशंक बिना कुछ बोले ही चलते बने. वहीं, पौड़ी से लेफ्टिनेंट जनरल (रि) अनिल चौहान (CDS Anil Chauhan) को देश के दूसरे सीडीएस बनाए जाने पर सांसद निशंक ने कहा कि यह बड़ी सौभाग्य की बात है कि दूसरे सीडीएस भी उत्तराखंड से बने हैं. जो हमारी शौर्य गाथाएं हैं, वो हमेशा खड़ी रही है. वीर चंद्र सिंह गढ़वाली और उससे पूर्व की जो परंपरा रही है, उसको उत्तराखंड जिंदा रखेगा.
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अंकिता भंडारी मर्डर केस का मामलाः बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी (19) ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगा भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी. वो बीती 18 सितंबर को रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
वहीं, जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी, लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत लिया और पूछताछ की.
आरोपियों ने पुलिस के सामने सारा सच उगल दिया. आरोपियों ने अंकिता भंडारी को नहर में धकेल (Ankita Bhandari Murder Case) दिया था. जिससे उसकी मौत हो गई. मामले में पुलिस ने पूर्व राज्यमंत्री विनोद आर्य (Pulkit Arya father Vinod Arya) के बेटे रिजॉर्ट संचालक पुलकित आर्य और उसके दो मैनेजरों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया. इसके बाद कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया. वहीं, बीती 24 सितंबर को अंकिता का शव चीला बैराज से बरामद हुआ. जिसके बाद शव को एम्स ऋषिकेश ले जाया गया. जहां उसका पोस्टमार्टम किया गया.
वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की जानकारी सार्वजनिक करने की मांग को लेकर मोर्चरी के बाहर कांग्रेसियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर जमकर हंगामा भी किया, लेकिन स्थिति की नजाकत को देखते हुए डॉक्टरों के पैनल ने हाथों-हाथ रिपोर्ट की जानकारी नहीं दी. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोट के निशान मिले. जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि 28 अगस्त से रिजॉर्ट में ड्यूटी ज्वाइन करने के बाद से ही मालिक और उसके सहयोगी उसे प्रताड़ित कर रहे थे. वहीं, श्रीनगर में अंकिता का अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान काफी बवाल भी हुआ था. अब आरोपियों को पुलिस की रिमांड पर लिया गया है.
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