हरिद्वार : धर्मनगरी में कुछ ही दिनों बाद महाकुंभ का आगाज होने वाला है. इसको देखते हुए धर्मनगरी को अलग-अलग तरह से सजाया जा रहा है. एक ओर यहां पर एलईडी लाइटों के जरिए पुलों पर रंगीन रोशनी की जा रही है, वहीं दूसरी तरफ चौराहों और गंगा घाटों को विभिन्न कलाकृतियों और चित्रों के माध्यम से सजाया गया है.
कुंभ मेला प्रशासन की कोशिश है कि हरिद्वार आने वाले प्रत्येक श्रद्धालु को अध्यात्म का अलौकिक एहसास हो, जिसके लिए लगातार कोशिशें की जा रही हैं.
सजी हुई धर्मनगरी का ऐसा ही नजारा हरिद्वार की धड़कन विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी पर देखने को मिल रही है. यहां जगमगाती लाइटों के बीच गंगा आरती की छटा देखते ही बन रही है. रोशनी से जगमगा रही हरकी पैड़ी रात को इन दिनों एक अलग ही रूप में देखने को मिल रही है.
पूरे कुंभ मेला क्षेत्र में धर्म और संस्कृति की गंगा बह रही है. चारों ओर सनातन हिंदू संस्कृति के शिखर पर्व महाकुंभ को लेकर तैयारियां की जा रही हैं.
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गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने बताया कि हमने हरकी पैड़ी को उसके पौराणिक स्वरूप में ही सुंदर बनाने का प्रयास किया है. अभी पूरी तरह हरकी पैड़ी पर लाइट नहीं लगी है, उसके बावजूद भी यह बहुत ही सुंदर लग रही है. आने वाले समय में हरकी पैड़ी एक अलग ही रूप में देखने को मिलेगी, जिसके लिए हम अलग-अलग लाइट्स का सहारा ले रहे हैं. हमने फिलहाल एसआरपी लाइट्स और लड़ियों के माध्यम से हरकी पैड़ी को सजाया है.
हरकी पैड़ी पहुंचे श्रद्धालुओं का कहना है कि इससे पहले भी हम हरिद्वार आ चुके हैं, लेकिन इस बार हरिद्वार की एक अलग ही तस्वीर देखने को मिल रही है. अगर यहां की सड़कों की बात करें तो, इसे भी पेंटिंग्स के माध्यम से सजाया गया है.