गुवाहाटी : असम सरकार ने एक कार्यकारी मजिस्ट्रेट पर कथित दुर्व्यवहार की जांच शुरू कर दी है. नगर पुलिस के सहायक आयुक्त नीलोत्पल डेका मामले की जांच कर रिपोर्ट सौंपेंगे. दरअसल पुलिस अधिकारी की नौकरशाह से कथित तौर पर बदसलूकी की घटना को लेकर पुलिस कमिश्नर हरमीत सिंह (police commissioner Harmeet Singh) ने जांच के आदेश दिए हैं.
दक्षिण सलमारा जिले के चुनाव अधिकारी और कार्यकारी मजिस्ट्रेट बिभास मेधी (executive magistrate Bibhas Medhi) गुवाहाटी के गोपाल नगर इलाके के रहने वाले हैं. बताया जाता है कि पिछले कुछ दिनों से अज्ञात लोगों से फोन पर धमकियां मिलने के बाद सोमवार को वह शिकायत दर्ज कराने थाने गए थे. मेधी का कहना है कि उन्होंने जमीन संबंधी मामले में कुछ दलालों पर सोमवार शाम को केस दर्ज कराने की कोशिश की थी.
उनका कहना है कि इसी दौरान सतगांव थाने के प्रभारी अधिकारी (officer in charge of Satgaon police station) प्रणजीत लहकर (Pranjit Lahkar) और उनके बीच कहासुनी हो गई. उनका आरोप है कि हकर ने न केवल उनके साथ दुर्व्यवहार किया बल्कि शारीरिक रूप से भी प्रताड़ित किया (थप्पड़ मारा). लहकर ने हालांकि आरोप से इनकार किया और कहा कि मेधी ने थाने के अंदर उनके साथ अनुचित व्यवहार किया.
एक पुलिस अधिकारी ने मेधी की ओर दी गई शिकायत का हवाला देते हुए बताया कि 'लहकर ने मामला दर्ज करने के बजाय मजिस्ट्रेट के साथ बहस की और बाद में उनके साथ मारपीट की.' पुलिस कमिश्नर के निर्देश पर सहायक पुलिस आयुक्त नीलोत्पल डेका (Nilotpal Deka) इस घटना की जांच करेंगे. मामले की जांच रिपोर्ट तीन दिन में सौंपनी होगी. मजिस्ट्रेट की ओर से प्राथमिकी दर्ज कराए जाने के बाद असम पुलिस ने प्रभारी अधिकारी को रिजर्व कोल्जड (reserve closed) कर दिया गया है.
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