त्रिशूर: देश में नोटबंदी के बाद चलन से बाहर हुए 500 और 1000 के नोटों का दान आज भी मंदिर में हो रहा है. केरल के गुरुवायुर मंदिर के दानपेटी में आज भी पुराने नोटों का दान दिया जा रहा है, जिससे यह एक प्रकार से डंपिंग ग्राउंड प्रतीत हो रहा है.
दरअसल, मंदिर में पांच सालों बाद दानपेटी में जमा नकद की गिनती हुई, जिसके बाद उसमें से 1.35 करोड़ रुपये के पुराने नोट निकले. बताया जा रहा है कि इस मंदिर में आज भी लोग चलन से बाहर पुराने नोट दान कर चले जाते हैं. अब गुरुवायुर देवस्वम बोर्ड के सदस्य असमंजस में हैं कि इन चलन से बाहर हुए नोटों का करें क्या.
जानकारी के मुताबिक, शनिवार को दानपेटी में जमा दान राशि गिनती के लिए निकाले गए, जिसमें से मंदिर प्रशासन को 1000 के 36 नोट और 500 के 57 नोट मिले हैं. इस तरह कुल 64,000 रुपये जमा हुए हैं. देवस्वम बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि जब से नोटबंदी हुई है, तब से श्रद्धालु इन नोटों को दानपेटी में दान करके चले जाते हैं. अब इन नोटों का कोई मूल्य नहीं रह गया है, इसलिए ये मंदिर के कार्यों में भी नहीं खर्च हो सकते हैं.
उल्लेखनीय है कि दिसंबर माह में गुरुवायुर मंदिर के दानपेटी से 5,51,64,436 नकद संग्रह (kerala Guruvayur temple's hundial collection) हुआ है. इसके अलावा मंदिर को 4.135 किलो सोना और 11.260 चांदी भी दान मिले हैं.